रांची (ब्यूरो) । अल्बर्ट एक्का चौक पर सुबह के ग्यारह बजे डीजे-आईनेक्स्ट की टीम पहुंची। रविवार की छुट्टी के कारण सड़क पर ज्यादा भीड़ नहीं थी। वहीं, अधिकतर लोग नियमों का पालन करते हुए ड्राइविंग करते नजर आ रहे थे। इक्के-दुक्के लोग जो नियम का पालन करते नहीं दिखे, उन्हें ट्रैफिक पुलिस ने रुकवा कर नियम का पालन करने को कहा। डीजे-आईनेक्स्ट की टीम ने ऐसे लोगों को ड्राइविंग करते वक्त हेलमेट पहनने की शपथ दिलाई। लोगों ने भी शपथ ली और आगे से ऐसी गलती नहीं दुहराने की बात भी कही।

कोकर चौक

दोपहर साढ़े बारह बजे टीम कोकर चौक पहुंची। यहां दर्जनों लोग नियम का उल्लंघन करते दिखे। पास में खड़े ट्रैफिक पुलिस ट्रैफिक रूल ब्रेक करने वालों को फाइन काट रही थी। जबतक पुलिस एक व्यक्ति का फाइन काटती, तबतक तीन से चार लोग नियम तोड़ते हुए निकल जाते। वैसे लोग जिन्होंने हेलमेट नहीं पहना था, उन्हें रुकवा कर ट्रैफिक पुलिस के सहयोग से हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही उन्हें इसकी शपथ भी दिलाई गई। नियम तोडऩे वालों में ज्यादातर युवा थे। उन्होंने भविष्य में ऐसी गलती नहीं करने का संकल्प लिया।

लालपुर चौक

लालपुर को रांची का एजुकेशन हब कहा जाता है। डिफरेंट टाइप के कोचिंग सेंटर होने के कारण यहां स्टूडेंट्स की भरमार रहती है। इसी वजह से इस चौराहे पर नियम तोडऩे वालों में स्टूडेंट की संख्या ज्यादा रहती है। रविवार को भी ट्रैफिक पुलिस ने कई स्टूडेंट को रुकवाया और उन्हें हेलमेट पहनने की चेतावनी दी। साथ ही दैनिक जागरण - आईनेक्स्ट की टीम के द्वारा नियम तोडऩे वाले युवकों को शपथ दिलाई गई। रूल ब्रेक करने वाले अलग-अलग बहाने बनाते दिखे। किसी ने ट्यूशन सेंटर में हेलमेट छूटने की बात कही तो कोई होटल में हेलमेट भूलने का बहाना बनाता नजर आया। ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे लोगों को फाइन न काटकर आईनेक्स्ट द्वारा तैयार किए गए शपथ लेने और भविष्य में ऐसी गलती नहीं दुहराने की बात कही।

समझा-समझा कर थक गए, नहीं मानते है कुछ लोग

अपने इस अभियान के दौरान डीजे-आईनेक्स्ट टीम ने कई ट्रैफिक पुलिस से मुलाकात की और इस संंबंध में बातचीत भी की। पुलिस का कहना था कि लोगों को समझा-समझा कर थक गए हैं। लेकिन अब भी कुछ लोग हैं, जो नियम का पालन नहीं करते। कोकर चौक पर तैनात पुलिसकर्मियों ने बताया कि कई बार आंखों के सामने दर्दनाक हादसे होते हैैं, जिसमें हेलमेट नहीं लगाने के कारण बाइक सवार को जान गंवाते देखा है। फाइन काटने के बाद भी लोग पता नहीं क्यों नियम का पालन करना नहीं चाहते। जबकि हेलमेट लगाने में कोई बुराई नहीं यह लोगों की सुरक्षा के लिए है। हेलमेट भी बेहतर क्वालिटी का होना चाहिए।