रांची (ब्यूरो): दीवाली कीर रात आठ बजे से रात दस बजे तक आतिशबाजी की जा सकती है। इसके लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने वायु प्रदूषण (ध्वनि समेत अन्य) को नियंत्रित रखने के लिए जरूरी आदेश जारी किए हैं। बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार रांची का एक्यूआइ लेबल 111 है। जिस कारण रांची को अनहेल्दी कैटेगरी में रखा गया है। जबकि शून्य से 50 एक्यूआइ वाले शहर गुड और 51 से 100 एक्यूआइ वाले सिटी सटिस्फैक्ट्री श्रेणी में है। राज्य में सिर्फ चार जिले ऐसे हैं, जिनका एक्यूआई लेबल 100 से नीचे है। पॉल्यूशन बोर्ड के अनुसार राज्य में 125 डेसिबल से कम क्षमता वाले पटाखों की ही बिक्री की जा सकेगी।

सजा पटाखों का बाजार

रांची के मोरहाबादी मैदान में पटाखों का बाजार सज गया है। यहां दस स्टॉल बनाए गए हैं। बढ़ते पॉल्यूशन को देखते हुए इस बार सिर्फ इको फ्रेंडली यानी की ग्रीन पटाखों की बिक्री हो रही है। हालांकि इस बार गली-मोहल्लों में पटाखों की दुकानें नहीं सजेगी। खुदरा दुकानदार दुकान लगा सके इसके लिए सिटी के अलग-अलग इलाकों में कलस्टर बना कर पटाखों की बिक्री किए जाएंगे। फिलहाल रांची के मोरहाबादी स्थित फुटबॉल स्टेडियम के सामने इसकी शुरुआत हो चुकी है। इस स्थान पर होलसेल में पटाखे बिक रहे हैं। दुकानदारों को अपने कारोबार के लिए 15 दिनों की अनुमति दी गई है। इसके अलावा शहर विभिन्न स्थानों में भी दुकान लगाने के लिए कारोबारियों से आवेदन मांगा गया है। इसके आधार पर ही जगह और क्षमता तय किए जाएंगे।

मंहगाई का दिख रहा असर

दीपावली में पटाखों के कारोबार में महंगाई का भी असर दिख रहा है।

दुकानदारों का कहना है, बीते वर्ष की तुलना में सभी पटाखों की कीमत में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। मोरहाबादी में पटाखों की दुकान लगाने वाले गौहर मुर्तजा ने बताया कि पटाखों में इस्तेमाल किए जाने वाले पेपर की कीमत, पेट्रोल-डीजल के दाम और लेबर कॉस्ट

में बढ़ोतरी के कारण पटाखों की कीमत में इजाफा हुआ है। इसका असर बिक्री में भी पड़ रहा है। दो साल कोरोना काल की वजह से हर फेस्टिवल की तरह दीपावली का रंगा भी फीका रहा था। लेकिन इस बार स्थिति सामान्य होने के कारण कारोबारियों में उम्मीद जगी है, लेकिन मंहगाई का थोड़ा असर पडऩे की भी संभावना है।

जिला प्रशासन जारी करेगा लाइसेंस

पटाखों के होलसेल के साथ-साथ खुदरा बिक्री के लिए भी जिला प्रशासन की ओर से लाइसेंस जारी किया जाएगा। इसके लिए दुकानदारों से आवेदन मांगा गया है। यह आवेदन जिला सामान्य शाखा में जमा होंगे। यहीं से परमिट जारी किया जाएगा। इससे पहले थोक दुकानदारों की ओर से खुदरा व्यापारियों के लिए अस्थायी परमिट जारी करते थे। जहां भी क्लस्टर बनाए जाएंगे उस स्थान पर जिला प्रशासन और नगर निगम अलग-अलग किराया वसूलेगा। मोरहाबादी में दुकान लगाने के लिए जिला प्रशासन दस हजार रुपए और नगर निगम साफ-सफाई के लिए छह हजार रुपए वसूल रहा है। इसके अलावा दुकान लगाने के लिए टेंट से लेकर बिजली और सिक्योरिटी की भी व्यवस्था खुद करनी है।

रांची के बाजार में पटाखों की कीमत

बीड़ी बम- 60 रुपए पैकेट

फुलझड़ी- 90 से 550 रुपए पैकेट

चकरी- 80 से 300 रुपए पैकेट

सूतली बम- 50 से 150 रुपए पैकेट

स्काई शॉट- 350 से 5000 रुपए पैकेट

गिफ्ट पैक - 1000 से 10000 रुपए पैकेट

15 दिनों के लिए स्थान मुहैया कराया गया है। जिसका किराया जिला प्रशासन, और नगर निगम दोनो ले रहा है। अभी बाजार डाउन है। उम्मीद है आने वाले समय में बिक्री बढे।

गौहर मुर्तजा, पटाखा व्यवसायी

इको फ्रेंडली पटाखे उपलब्ध है। स्काई शॉर्ट से लेकर कलरफुल फायर शार्ट्स, चकरी, अनार आदि की मांग ज्यादा है। अशरफी अनार भी उपलब्ध है।

रमीज, पटाखा व्यवसायी

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा पारित आदेश के अनुसार उन शहरों में जहां एयर क्वालिटी लेबल है ठीक है वहां निर्धारित समय पर ही पटाखे चलाये जा सकेंगे।

- यतींद्र कुमार दास

सचिव , पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड