रांची (ब्यूरो) । झारखंड के सभी एम-2 ईवीएम जो जीएच सीरीज के हैं सोमवार को मोरहाबादी स्थित वेयर हाउस में जमा हुआ। यह सभी ईवीएम 29 मार्च 2023 से लेकर 2 दो अप्रैल 2023 तक झारखंड के अलग अलग जिलों से मंगाए गए हैं और इस सभी ईवीएम को राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधियों के समक्ष दिखाया गया। भाजपा की ओर से मौके पर पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सुधीर श्रीवास्तव मौजूद थे। सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि चुनाव आयोग नई दिल्ली के निर्देशानुसार देश के सभी रा'यों को पत्र लिख कर कहा गया है की वैसे सभी ईवीएम जो 15 वर्ष के हो गए हैं और एम-2 के जीएच सीरीज के हैं इन्हें नष्ट करने हेतु सभी केंद्रीय वेयर हाउस में जमा किया जाए।

आंध्र प्रदेश भेजा जाएगा

इन इवीएम को आंध्र प्रदेश के तिरुपति में स्थित इसीआईएल के कार्यालय में भेजा जायेगा। वहीं पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंबू रामगढ़ कोडरमा बोकारो धनबाद एवं देवघर से सभी ईवीएम को लाया गया। सुधीर श्रीवास्तव ने बताया की ये सभी इस सभी ईवीएम का इस्तेमाल अभी नगर निकाय चुनाव में होना था और सभी ईवीएम उपयोगी है और कार्य कर रहे हैं, लेकिन चुनाव आयोग का आदेश है तो सभी 4261 बैलेट यूनिट, 2866 कंट्रोल यूनिट अब तिरुपति में नष्ट किए जायेंगे।

ईवीएम की कीमत 22000

उन्होंने बताया कि सभी ईवीएम को 8 जीपीएस युक्त कंटेनर से मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तिरुपति भेजा जा रहा है। इस मौके पर वेयर हाउस प्रभारी अजमुज जमा, सेंट्रल वेयर हाउस प्रभारी ऋषिकेश मौजूद थे। श्रीवास्तव ने बताया की पूरे देश से इस प्रकार के सभी ईवीएम को नष्ट किए जाएंगे भले ही वो उपयोगी हो। एक ईवीएम की लागत लगभग 22000 रुपए होती है। उन्होंने कहा कि बेहतर होता कि यदि जब तक ये ईवीएम काम करती रहती इसका उपयोग होता और बिलकुल खराब होने पर नष्ट करने की बात सोची जाती।