>Ranchi : रांची यूनिवर्सिटी के एमबीए सेकेंड सेमेस्टर के एग्जाम में आउट ऑफ सिलेबस क्वेश्चंस पूछे जाने का मामला सामने आया है। गुरुवार को फाइनेंसियल मैनेजमेंट के पेपर में तीन क्वेश्चंस सिलेबस से बाहर पूछे जाने की बात स्टूडेंट्स ने कही। डोरंडा कॉलेज सेंटर पर इसे लेकर स्टूडेंट्स ने विरोध तो जताया, लेकिन वे एग्जाम में शामिल हुए। स्टूडेंट्स ने एग्जाम के बाद यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर पहुंचकर वीसी डॉ एलएन भगत से आउट ऑफ सिलेबस क्वेश्चंस पूछे जाने की शिकायत की।

लिखित रूप में करें शिकायत

डोरंडा कॉलेज सेंटर पर गुरुवार को दूसरी पाली में दोपहर क्.फ्0 बजे से एमबीए सेकेंड सेमेस्टर के फाइनेंसियल मैनेजमेंट पेपर का एग्जाम शुरू हुआ। एग्जाम शुरु हुए दस मिनट भी नहीं गुजरे होंगे कि स्टूडेंट्स ने सिलेबस से बाहर क्वेश्चंस पूछे जाने पर विरोध जताना शुरू कर दिया। इसपर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सीताराम साहू ने स्टूडेंट्स से कहा कि वे सिलेबस से बाहर क्वेश्चंस पूछे की बात लिखित रूप में दे, जिसे यूनिवर्सिटी के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट को भेज दिया जाएगा। इसके बाद स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी।

नहीं आए फैकल्टी मेंबर्स

एग्जाम खत्म होने के बाद स्टूडेंट्स सीधे यूनिवर्सिटी हेडक्वार्टर पहुंचे और वीसी से मुलाकात की। स्टूडेंट्स ने जहां तीन क्वेश्चंस सिलेबस से बाहर पूछे जाने के मामले से वीसी को अवगत कराया, वहीं यह भी कहा कि इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) का कोई भी फैकल्टी मेंबर एग्जाम के दौरान हमारी प्रॉब्लम को जानने के लिए नहीं पहुंचा। ऐसे में इसके लिए कहीं न कहीं आईएमएस की लापरवाही है।

पहले भी पूछे जा चुके हैं सिलेबस से बाहर क्वेश्चंस

पिछले साल एमबीए के फ‌र्स्ट सेमेस्टर के दो पेपर्स के एग्जाम में आउट ऑफ सिलेबस क्वेश्चंस पूछे गए थे। उस दौरान भी एमबीए एग्जाम के लिए डोरंडा कॉलेज को सेंटर बनाया गया था। स्टूडेंट्स ने सिलेबस से बाहर क्वेश्चंस पूछे जाने का विरोध भी किया था, लेकिन इसपर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी।

'स्टूडेंट्स ने सिलेबस से बाहर क्वेश्चंस पूछे जाने की शिकायत की है। इस बाबत यूनिवर्सिटी के एग्जामिनेशन कंट्रोलर से बात की, तो उन्होंने स्टूडेंट्स से अप्लीकेशन लेकर उसे यूनिवर्सिटी भेज देने को कहा.'

-डॉ सीताराम साहू

प्रिंसिपल, डोरंडा कॉलेज