RANCHI:ऑटो ड्राइवर अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। लगातार कार्रवाई के बावजूद बेतरतीब ढंग से ऑटो चलाना एवं महामारी के समय भी निर्धारित संख्या से अधिक यात्रियों को बिठा कर चलना इनकी आदत में शामिल हो गया है। कोरोना का सेकेंड वेव आ चुका है। राजधानी रांची में भी अब तीन सौ से अधिक पॉजिटीव मामले हर दिन सामने आ रहे हैं। इसके बावजूद एक बड़ा वर्ग अब भी लापरवाही बरत रहा है। इसमें ऑटो ड्राइवर सबसे आगे हैं। ड्राइवर किसी भी नियम का पालन नहीं कर रहे हैं। न तो ये लोग मास्क का उपयोग करते हैं, न ही हैंड सेनेटाइजर रखते हैं। यात्रियों से भी मास्क पहनने की अपील नहीं करते हैं। जबकि, ट्रांसर्पोटेशन के लिए उपयोग की जाने वाली गाडि़यां पैंडेमिक पीरियड में काफी खतरनाक हैं। सिर्फ ऑटो ही नहीं, लोकल बसों में भी भेड़-बकरी की तरह ठूंस कर सवारी बिठाए जा रहे हैं।

किसी मानक का पालन नहीं

ऑटो रिक्शा में शहर की बड़ी आबादी सफर करती है। एक ऑटो में औसतन हर दिन 50 से 70 लोग सवारी करते हैं। बस में भी सैकड़ों लोग यात्रा करते हैं। कोरोना जैसी महामारी में ऑटो और बस कैरियर का काम कर रहे हैं। किसी एक भी व्यक्ति के संक्रमित होने पर हालत बेकाबू हो सकते हैं। रांची के मेकॉन कॉलोनी में शनिवार को ही 150 से अधिक पॉजिटिव केस सामने आए हैं। ऐसे में हर व्यक्ति को संभल कर रहना जरुरी हो गया है। इसी खतरे को देखते हुए अनलॉक में ऑटो ड्राइवर को सिर्फ दो पैसेंजर लेकर चलने की अनुमति दी गई थी। स्थिति थोड़ी सामान्य हुई तो ऑटो ड्राइवर तीन से चार पैसेंजर बिठाने लगे। लेकिन इन दिनों सात से आठ सवारी बिठा कर ऑटो वाले चल रहे हैं।

यहां दिखती है मनमानी

रांची के कई इलाकों में ऑटो चलते हैं। कहीं सीएनजी, कहीं विक्रम तो कहीं पिआगो ऑटो पर सवारी बिठाए जाते हैं। सबसे ज्यादा खराब स्थिति पिस्का मोड़ से पंडरा, पिस्का मोड़ से आईटीआई, रातू रोड, लालपुर, बिरसा चौक की है। इन इलाकों में ऑटो ड्राइवर सभी नियमों को ताक पर रख कर चलते हैं। शनिवार को 'दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट' ने अलग-अलग स्थानों का रियलिटी चेक किया। इस दौरान पिस्का मोड़, पंडरा, आईटीआई, लालपुर, रातू रोड में पड़ताल की गई। इन जगहों पर एक भी ऑटो ड्राइवर मास्क लगाए हुए नजर नहीं आया। अधिकतर पैसेंजर भी बिना मास्क के या नाक अथवा मुंह के नीचे मास्क लगाए दिखाई दिए। ऑटो ड्राइवर से पूछने पर बताया कि सांस लेने में परेशानी के कारण मास्क उतार देते हैं।

पिस्का मोड़

पिस्का मोड़ से पंडरा, रवि स्टील, कमडे़ रातू की ओर लोग जाते हैं। इधर पुलिस भी ऑटो वालों को चेक नहीं करती। इस कारण इस एरिया में लिमिट से ज्यादा पैसेंजर बिठाकर चलते कई ऑटो वाले नजर आए।

आईटीआई

आईटीआई में बस स्टैंड होने की वजह से यहां यात्रियों का काफी आना-जाना रहता है। बस के स्टैंड पर आते ही ऑटो वाले सवारी बिठाने की मारामारी करने लगते हैं। जांच नहीं होने के कारण ऑटो चालक इधर भी मनमानी करते नजर आए।

रातू रोड

रातू रोड ऐसा इलाका है, जहां से होकर हर रास्ता गुजरता है। यहां कांके, बरियातू, पिस्का मोड़, पंडरा, हरमू, लालपुर व अन्य इलाकों के पैसेंजर मिलते हैं। यहां पुलिस तो रहती है, लेकिन जांच यहां भी कुछ नहीं होता है। ऑटो चालक न सिर्फ बेतरतीब ऑटो चलाते हैं, बल्कि सवारी भी ज्यादा बिठा लेते हैं।

लालपुर

लालपुर में स्टूडेंट्स का मूवमेंट काफी ज्यादा है। यहां भी ऑटो चालक कभी छह तो कभी सात सवारी बिठा कर चलते हैं। ऑटो ड्राइवर कोविड-19 के किसी भी नियम का पालन करते नजर नहीं आए।

परिवहन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है। सीटिंग कैपेसिटी के अनुसार ही यात्री बिठाने हैं। ड्राइवर और पैसेंजर्स के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। इन नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

प्रवीण कुमार प्रकाश, डीटीओ, रांची