रांची (ब्यूरो)। राजधानी में चलने वाली पीसीआर वैन करीब छह साल पुरानी हैं। कुछ पीसीआर तो इतनी डैमेज हो चुकी हैं कि उनसे अपराधियों का पीछा भी नहीं किया जा सकता। पीसीआर के चालक भी परेशान हैं। शहर में अपराध नियंत्रण के लिए 31 पीसीआर की तैनाती की गई है। राजधानी के डिफरेंट एरिया में पीसीआर वैन मौजूद होती हैं। ज्यादा भीड़भाड़ वाले स्थान और क्रिमिनल एक्टिविटीज वाले स्थान पर पीसीआर की तैनाती रहती है। हालांकि पीसीआर में बैठे पुलिस कर्मियों पर यह भी आरोप लगते रहे हैं कि वे अपनी ड्यूटी ईमानदारी से नहीं करते जिस कारण आपराधिक घटनाएं थम नहीं रही हैं। पुलिस कर्मी वैन में बैठकर शराब का सेवन करते हैं और वैन में ही सो जाते हैं। एक दो बार पीसीआर के पुलिस कर्मियों पर रिश्वत लेने का आरोप भी लगा है। इसका वीडियो भी वायरल हो चुका है। इन सबके बावजूद जिस स्थान पर पीसीआर वैन खड़ी होती है वहां अपराधी अपराध करने से डरते हैं।

दावे फेल

राजधानी रांची में जब पीसीआर सर्विस शुरू की गई थी। उस वक्त दावा किया गया था कि शहर में कहीं भी अपराध की कोई घटना होती है तो दस मिनट में पीसीआर वैन पहुंच जाएगी, जिससे अपराधियों को तत्काल पकड़ा जा सकेगा। लेकिन ऐसा कम ही मौका आया होगा जब दस मिनट में पीसीआर घटनास्थल पर पहुंची हो। छिटपुट लड़ाई झगड़े, मारपीट में पीसीआर पहुंच जाती है, लेकिन जब मर्डर जैसी बड़ी घटना होती है तो पीसीआर को पहुंचने में वक्त लग जाता है। अब धीरे-धीरे सभी पीसीआर खराब होती जा रही हैं ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि खराब स्थिति में कैसे दस मिनट में पीसीआर वैन घटनास्थल पर पहुंचेगी।

मौका ए वारदात पर पहुंचे से पहले ही पीसीआर वैन बंद

कुछ दिन पहले ही बोड़ेया मेें सड़क दुर्घटना हुई थी, जिसमें ऑटो चालक ने बाइक सवार को ठोंक दिया था। सूचना मिलने पर पीसीआर 27 नंबर घटनास्थल जाने के लिए निकली लेकिन पहुंचने से पहले ही गाड़ी बंद हो गई। ड्राइवर ने स्टार्ट करने का काफी प्रयास किया लेकिन वह असफल रहा। पूरी रात पीसीआर ऐसे ही सड़क पर लावारिस हालत में पड़ी रही। सुबह में टोचन कर गाड़ी को मैकेनिक के पास ले जाया गया। चालक ने बताया कि वैन निरंतर खराब होती रहती है। कई बार विभाग के वरीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। गाड़ी में कुछ न कुछ खराबी हमेशा रहती है। इस बार भी तीन मेजर फाल्ट हैं, लेकिन सिर्फ स्टार्ट प्रॉब्लम को ठीक कराने का आदेश जारी हुआ है। बाकी समस्या अब भी जस की तस रहेगी।