गुड न्यूज

पहल -विभागीय टीम ने किया राजस्थान का दौरा, बनाया प्रस्ताव

-बाजार भाव से कम होगी कीमत, जरूरत के मिलेंगे सभी सामान

क्या है प्लान

-पांच दुकानों से मॉडल के रूप में होगी शुरुआत

-सभी जिलों से 5-5 दुकानों की मांगी गई लिस्ट

-राजस्थान में फ्यूचर ग्रुप कर रहा सामान सप्लाई

-चावल, गेहूं ही नहीं, साबुन, तेल से लेकर अगरबत्ती भी बिकेगी

mayank.rajput@inext.co.in

RANCHI (9 March): सार्वजनिक वितरण प्रणाली(पीडीएस) दुकान यानी सरकारी राशन दुकान अब डिपार्टमेंटल स्टोर के लुक में नजर आएंगी। यहां सिर्फ गेहूं, चावल, केरोसिन, नमक ही नहीं बल्कि साबुन, तेल से लेकर अगरबत्ती, चीनी सहित जरूरत के सभी सामान बिकेंगे। वह भी बाजार दर से कम मूल्य पर मिलेंगे। इसके लिए सार्वजनिक खाद्य एवं वितरण विभाग की ओर से हर जिले की 5 राशन दुकानों से मॉडल के रूप में शुरुआत होगी। इसके बाद राज्य भर की शत-प्रतिशत राशन दुकानों में इसे शुरू कर दिया जाएगा। इसके लिए विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है।

एक या दो एजेंसी करेगी सप्लाई

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि हम लोग राजस्थान में इस सिस्टम को देखकर आए हैं। वहां पर सभी राशन दुकानों में किराना स्टोर पर मिलने वाले सारे सामान मिल रहे हैं। इन सभी सामानों की सप्लाई राजस्थान में फ्यूचर ग्रुप द्वारा की जा रही है। एक ही ग्रुप द्वारा पूरे राज्य में सामानों की सप्लाई करने से सामान के दाम भी सस्ते हैं। झारखंड में भी राशन दुकानों में सामान की सप्लाई करने के लिए एजेंसी चयन की तैयारी की जा रही है। जल्द ही इसका टेंडर किया जाएगा और एजेंसी का सेलेक्शन कर लिया जाएगा। सरकार की ओर से बड़ी-बड़ी एजेंसियों से संपर्क किया जा रहा है।

हर जिले में पांच दुकानें होंगी

राज्य के सभी जिलों से 5 पीडीएस दुकानों की लिस्ट मांगी गई है, जहां से यह किराना दुकान का कांसेप्ट शुरू किया जाएगा। पांच मॉडल दुकानों पर किस तरह से काम करता है और उसका क्या रिस्पॉन्स रहता है। इसे देखने के बाद पूरे राज्य में जितनी भी सरकारी राशन दुकानें हैं, वहां पर यह सेवा चालू कर दी जाएगी।

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ये हाेंगे फायदे

विभाग के अधिकारी ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरुआत शहरी क्षेत्रों से की जाएगी। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्र में इसकी शुरुआत की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र में राशन दुकान पर किराना स्टोर खुल जाने से जो लोग राशन के सामान खरीदने के लिए शहर आते हैं, उनको अपने गांव में ही सारा सामान मिल जाएगा। इससे उनको शहर आने-जाने की परेशानी नहीं होगी। वहीं सस्ता सामान भी मिलेगा।

वर्जन

खाद्य उपभोक्ता व वितरण विभाग की टीम राजस्थान का दौरा करके आ चुकी है। वहां जिस तरह से पीडीएस दुकानों में किराना सामान बेचा जा रहा है, उसी तरह झारखंड की पीडीएस दुकानों में भी शुरुअात होगी।

-सुनिल कुमार सिन्हा, जीएम, झारखंड स्टेट फूड कॉरपोरेशन