रांची (ब्यूरो) । रांची में चर्च कांप्लेक्स के पास सड़क पार करने के लिए बनाए गए फु ट ओवरब्रिज का पिछले कई सालों से पब्लिक यूज पूरी तरह से बंद है। लेकिन इस ब्रिज का लोग भले ही यूज ना करें, इसके बावजूद इस फूट ओवरब्रिज से 25 लाख रुपए की सालाना आमदनी है। ब्रिज पर दो बड़ी-बड़ी 80-10 व कुछ छोटी हॉर्डिंग्स से संबंधित कंपनी को यह आमदनी होती है, वर्ष 2002 में लगभग 50 लाख रुपए की लागत से फुटओवर ब्रिज बनाया गया था।

नहीं हुआ इस्तेमाल

चर्च कांप्लेक्स से सैनिक मार्केट को जोडऩे वाले इस फुटओवर ब्रिज का निर्माण 2002 में किया गया था, इसका मकसद था कि सड़क पार करने में लोगों को जाम का सामना ना करना पड़े। लोग इस ब्रिज को पार करके जाएंगे, लेकिन बनने के बाद से ही इसका इस्तेमाल बंद हो गया। रांची जिला प्रशासन द्वारा इस ब्रिज को तोडऩे का आदेश भी दिया गया था, इसके बावजूद इसे तोड़ा नहीं गया। कहा जाता है कि इस ब्रिज पर हॉर्डिंग्स से पैसा मिलता है, इसी कारण इसे तोड़ा नहीं गया।

किस काम का फुटओवर ब्रिज

सरकार ने लोगों की सुविधा के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके फुट ओवरब्रिज बनाने की योजना बनाई है। ये आधुनिक तकनीक से बनाए जाएंगे। इस पर जाने के लिए सीढिय़ों की जगह एस्केलेटर और एलीवेटर लगाए जाएंगे। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या इन फु ट ओवरब्रिज का वाकई सदुपयोग हो पाएगा। दरअसल लोग फुट ओवरब्रिज पर चढ़कर जाने के बजाय सड़क पार करना ज्यादा आसान समझते हैं। चर्च कॉम्प्लेक्स के पास बना फु ट ओवरब्रिज सिर्फ देखने के लिए है। इक्के-दुक्के लोग ही इसपर चढ़कर सड़क पार करते हैं। वहीं रांची रेलवे स्टेशन में भी नया फु ट ओवरब्रिज बना है, लेकिन लोग इसका भी उपयोग कम करते हैं।

अब नहीं मिल रहे ठेकेदार

रांची में प्रस्तावित 8 फु ट ओवरब्रिज के निर्माण की योजना पर ग्रहण लगता दिख रहा है, क्योंकि कोई कंपनी इसे बनाने को तैयार नहीं है। जुडको ने अब तक नौ बार टेंडर निकाल कर ठेकेदार नहीं मिलने के कारण टेंडर रद्द कर दिया है। अब मनोनयन के आधार पर इसके निर्माण के लिए बिल्डर का चयन करने की तैयारी चल रही है। ठेकेदारों के मुताबिक जिन इलाकों में फुट ओवरब्रिज बनाए जाने हैं, वह काफ भीड़भाड़ वाले इलाके हैं। ऐसे में वहां पर किसी तरह का कंस्ट्रक्शन वर्क के लिए नगर निगम, पथ निर्माण विभाग, ट्रैफि क डिपार्टमेंट का सहयोग जरूरी है। इसके अलावा सरकारी ठेकों के पेमेंट में भी काफ देर होती है।

तीन साल से सिर्फ तैयारी

रांची में फुट ओवरब्रिज बनाने की पहल दिसंबर 2021 से ही हो रही है। जुडको को इसके निर्माण की जिम्मेवारी सौंपी गई है। पहले फेज में 2 फु ट ओवर ब्रिज बनाने और 1 फुट ओवर ब्रिज को अपग्रेड करने के लिए जनवरी 2021 में टेंडर निकाला गया था।

30 करोड़ होंगे खर्च

पहले फेज में जुडको द्वारा शहर में चार स्थानों पर फुट ओवर ब्रिज बनाने की तैयारी है। इस पर करीब 30 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। यहां एस्केलेटर लगा फुट ओवरब्रिज बनेगा। किशोरगंज चौक पर 4.60 करोड़, न्यूक्लियस मॉल के पास 4.42 करोड़ , एमजी रोड में जीईएल चर्च कांप्लेक्स के पास 2.89 करोड़ और अल्बर्ट एक्का चौक के पास करीब 17.70 करोड़ रुपए से फुट ओवरब्रिज का निर्माण होना है।

इन जगहों पर बनेंगे फुट ओवरब्रिज

रांची में प्रस्तावित 8 फु ट ओवरब्रिज उन जगहों पर बनने हैं, जहां ट्रैफिक का 'यादा दबाव है। इनमें रातू रोड चौक, बिरसा चौक, हरमू चौक, बिग बाजार के पास, रोस्पा टावर, अलबर्ट एक्का चौक, किशोरगंज चौक और न्यूक्लियस मॉल शामिल हैं। इन सभी जगहों पर बड़े मार्केट और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स होने की वजह से दिन भर लोगों का आना-जाना लगा रहता है।