रांची: सर हमारे सभी कागज अप टू डेट हैं। जमीन का अंचल रसीद भी कट रहा है। फिर हमलोगों को परेशान क्यों किया जा रहा है। ये कहना है कांके डैम के कैचमेंट एरिया में घर बनाकर रहने वालों का। दरअसल कांके डैम कैचमेंट एरिया को अतिक्रमण मुक्त करने को लेकर हाइकोर्ट के निर्देश के बाद जिला प्रशासन रेस हो चुका है। अतिक्रमण करने वाले लोगों को लगातार नोटिस भेजा जा रहा है। लेकिन इसमें भी जिला प्रशासन द्वारा भेदभाव बरतने की शिकायत आ रही है। कांके डैम कैचमेंट एरिया में रहने वाले लोगों का कहना है कि प्रशासन सिर्फ झुग्गी-झोपड़ी वालों को नोटिस भेज रहा है, जबकि महल वालों से नरमी के साथ पेश आ रहा है। शिकायत मिलने के बाद डीजे आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने ग्राउंड जीरो पर जाकर इसकी पड़ताल की। जहां लोगों ने अपने-अपने दर्द बयां किये। यहां के लोगों ने बताया कि हमारे पास सभी पेपर अपडेट हैं, हम लोगों को बेघर नहीं किया जाए।

जमीन के हैं पेपर फिर क्यों कर रहे परेशान

यहां रहने वाले बबलू कुमार ने बताया कि डीसी और एलआर डीसी का परमिशन है, जिसमें म्यूटेशन का आदेश दिया गया था। जमीन की रसीद भी कट रही है। बिजली बिल, पानी बिल सब भुगतान कर रहे हैं। जब अतिक्रमण है तो सभी प्रकार के बिल और टैक्स क्यों लिये जा रहे हैं। मैन्यूअल से लेकर ऑनलाइन हर तरह के दस्तावेज हैं। यहां रहने वाले लोकल लोगों ने कांके डैम का नक्शा दिखाते हुए बताया कि डैम के कैचमेंट एरिया में कोई घर नहीं बना हुआ है। सभी की जमीन के पूरे दस्तावेज हैं। बरियार मुंडा के नाम से रैयती जमीन है। बरियार मुंडा से ही लोगों ने जमीन खरीदी है। कुछ लोगों ने जमीन रजिस्ट्री भी करा ली है तो कुछ का प्रॉसेस चल रहा है।

क्या कहते हैं लोग

जब जमीन ली थी उस वक्त बताया गया कि यह जमीन डैम में नहीं है। किसी तरह पैसे का जुगाड़ कर जमीन खरीदी। लेकिन अब कुछ लोगों की शिकायत के कारण हम लोगों को परेशान किया जा रहा है। यहां झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों को नोटिस भेजा जाता है, लेकिन महलों में रहने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है।

- पुष्पा देवी

मैं भी यहां लगभग 20 साल से रह रहा हूं। हमलोगों ने किसी तरह का कोई अतिक्रमण नहीं किया है। हमलोगों के पास सभी पेपर हैं। लेकिन सरकार बार-बार नक्शे की डिमांड कर रही है। जबकि खपड़ा और एस्बेस्टस के घर में कहां से नक्शा लाकर दिखाएंगे। जमीन के सभी पेपर अधिकारियों को दिखा चुके हैं लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं है।

- पवन शर्मा

जमीन का पूरा अप टू डेट रसीद है। ऑनलाइन और मैन्यूअल रसीद भी कटी हुई है। लेकिन सीओ इन कागज को मानने को तैयार ही नहीं है। सीओ का कहना है सभी पेपर अमान्य है। हमलोग होल्डिंग टैक्स और अंचल टैक्स दोनों जमा करते हैं। बिजली और पानी का कनेक्शन भी है। हमलोग गरीब हैं, इसलिए हमलोगों पर कार्रवाई हो रही है।

- बबलू कुमार

2017 में भी एक बार यहां घर तोड़ा गया था। इधर दो महीने पहले फिर से नोटिस भेजा गया है। सिर्फ हम लोगों को ही परेशान किया जाता है। अफसर को कागज दिखाने पर कहते हैं वैल्यू नहीं है। जब कागज का वैल्यू ही नहीं तो फिर कागज जारी क्यों करते हैं। अपार्टमेंट वाले गंदगी फैलाते हैं, नाले का पानी डैम में गिराते हैं। लेकिन उन्हें कुछ नहीं कहता हमलोगों को बार-बार सताया जाता है।

-सुनीता शर्मा

कांके डैम कैचमेंट एरिया में जबरदस्त एन्क्रोचमेंट

रांची के कांके डैम कैचमेंट एरिया पर चारों तरफ जबरदस्त अतिक्रमण है। इस वजह से रांची की लाइफ लाइन कांके डैम का अस्तित्व खतरे में है। लेकिन यहां रह रहे लोगों की अपनी-अपनी दलीलें हैं। लोगों का कहना है कि यहां 20 साल से रह रहे हैं। किसी तरह पैसे का जुगाड़ करके एक-दो कट्ठा जमीन ली है। लेकिन सरकार अब परेशान कर रही है। मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है। जिस वक्त जमीन बिक रही थी उस समय प्रशासन कहां सो रहा था। लेकिन जब यहां घर बना कर लोग रहने लगे हैं तो उन्हें परेशान किया जा रहा है।