रांची (ब्यूरो)। राजधानी में महिलाओं और लड़कियों के साथ लगातार कुछ न कुछ घटनाएं होती रहती हैं। लड़कियां अपने साथ हुए क्राइम को या तो छिपा लेती हैं, या फिर पुलिस के सामने बताने में खुद को असहज महसूस करती हैं। इसे देखते हुए ही अब राजधानी रांची में लड़कियों और महिलाओं की सेफ्टी के लिए पिंक पेट्रोलिंग की शुरुआत होने जा रही है। पिंक पेट्रोलिंग वाहन में पुलिस भी महिला ही मौजूद होंगी, ताकि महिलाएं उनसे खुलकर अपनी समस्या बता सकें। यह सुविधा अगस्त महीने से राजधानी रांची में शुरू हो जाएगी। पुलिस विभाग की ओर से इसकी तैयारी चल रही है। सिटी में महिलाओं की सुरक्षा और उनके खिलाफ होने वाली आपराधिक घटनाओं को रोकने के लिए इस व्यवस्था की शुरुआत की जाएगी। पिंक पेट्रोलिंग के माध्यम से खासतौर पर उन लफंगों, रोड साइड रोमियो एवं शोहदों पर नजर रखी जाएगी, जो महिलाओं व युवतियों के साथ छेडख़ानी करते हैं। ऐसे लोगों को तत्काल हिरासत में लेकर उनपर कार्रवाई की जाएगी।

स्कूल-कॉलेज के पास तैनाती

स्कूल-कॉलेज समेत दूसरे शैक्षणिक संस्थानों के आस-पास अक्सर लड़कियों के साथ छेड़छाड़, अभद्र व्यवहार की शिकायतें आती रहती हैं। गल्र्स हॉस्टल के समीप भी आवारा लड़के अड्डाबाजी करते हैं। वहीं पार्क व अन्य पर्यटन स्थलों के नजदीक भी लड़कियों और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की कंप्लेन आती हैं। इसे देखते हुए शहर के पार्क, स्कूल-कॉलेज, कोचिंग समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों के आसपास पिंक पेट्रोलिंग से निगरानी की जाएगी, ताकि महिलाओं को सुरक्षित माहौल दिया जा सके।

सीसीटीवी से लैस होगा

पिंक पेट्रोलिंग शुरू करने के लिए सीएसआर फंड की भी मदद ली जाएगी। पुलिस मुख्यालय इस योजना को अगस्त से लागू करने की तैयारी में है। पिंक पेट्रोलिंग के लिए चयनित स्थानों में एक-एक गाड़ी उपलब्ध कराई जाएगी। सभी पेट्रोलिंग गाडिय़ा सीसीटीवी से लैस होंगी, ताकि गड़बड़ी करने वाले व्यक्ति की तस्वीर कैमरे में कैद हो सके। इसी साक्ष्य के आधार पर दोषी पर कार्रवाई भी जाएगी। वहीं वाहन में तैनात महिला पुलिस जवान स्कूल-कॉलेज गोइंग गर्ल स्टूडेंट्स के साथ फ्रेंडली एन्वायरमेंट भी बनाएंगी। इससे लड़कियां खुलकर पुलिस के सामने अपनी सारी समस्याएं बता सकेंगी।

मनचलों में बनेगा भय

पिंक पेट्रोलिंग के सिटी में मूव करने पर मनचलों में भय बनेगा। इस वाहन में तैनात महिला पुलिस खासकर महिलाओं से रिलेटेड केस को ही हैंडल करेंगी। पेट्रोलिंग और कार्रवाई को लेकर अभी एसओपी भी तैयार किया जाएगा। पेट्रोलिंग में शामिल महिला पुलिसकर्मियों को किस तरह की कार्रवाई करनी है, यह एसओपी में शामिल होगा, ताकि सभी पुलिसकर्मी को पता रहे। पेट्रोलिंग में एक महिला अफसर के साथ महिला पुलिसकर्मियों को ही शामिल किया जाएगा। महिलाओं की शिकायतों और सुझावों के आधार पर पेट्रोलिंग की जाएगी।

जमशेदपूर में पहले से है यह व्यवस्था

पिंक पेट्रोलिंग की व्यवस्था जमशेदपुर में साल 2018 से ही लागू है। हालांकि राजधानी रांची में भी महिला शक्ति कमांडो को तैनात किया गया था, लेकिन वह सक्सेस नहीं हुआ। अब फिर से एक बार पिंक पेट्रोलिंग की शुरुआत कर लड़कियों को सुरक्षित माहौल देने का प्रयास किया जाएगा। पेट्रोलिंग गाडिय़ा शहर के सभी स्कूल-कॉलेजों का चक्कर लगाती रहेंगी। छेड़छाड़ और फब्तियां कसने जैसे मामलों में तत्काल एक्शन भी लेगी। इसकी जानकारी स्कूल कॉलेज गोइंग गर्ल स्टूडेंट्स को भी दी जाएगी। साथ ही उन्हें अपराध करने वालों के खिलाफ आवाज उठाने के प्रति अवेयर भी किया जाएगा।

राजधानी रांची के अलावा अन्य शहरों में भी इस सुविधा को शुरू किया जाना है। इससे लड़कियों को एक सुरक्षित माहौल दिया जाएगा। वो खुलकर किसी भी स्थान पर आना-जान कर सकेंगी।

-अनूप बिरथरे, डीआईजी, रांची जोन