रांची (ब्यूरो)। पतरातू लेक को डेवलप करने के लिए एजेंसी चयन का काम भी शुरू कर दिया गया है। ट्रांजैक्शन एडवाइजर नियुक्त होने के बाद यह तय किया जाएगा कि देश के बड़े टूरिस्ट क्षेत्र में काम करने वाली कंपनी को पतरातू लेक के ऑपरेशन मैनेजमेंट की जिम्मेवारी दी जाएगी।

एडवाइजर डिजाइन करेंगे मॉड्यूल

पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पतरातू लेक को नेशनल लेवल के पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। एडवाइजर नियुक्त होने के बाद एजेंसी यह तय करेगी कि कैसे यहां काम होगा। कैसे बड़ी एजेंसी को पीपीपी मोड पर काम कराया जाएगा। इस लेक को नेशनल लेवल की क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं। कश्मीर के डल लेक को जिस तरह डेवलप किया गया है, उस तर्ज पर यहां भी काम किया जाएगा।

प्राइवेट कंपनी के जिम्मे होगा लेक

अभी इस डैम की देखरेख झारखंड टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन कर रहा है। अब इसे देश के बड़े टूरिज्म क्षेत्र के प्लेयर को दिया जाएगा, जो नेशनल लेबल पर काम करते हों, इसका मकसद है कि इस लेक को देश के मानचित्र पर लाया जाए।

पर्यटकों के आकर्षण की व्यवस्था

झारखंड सरकार के पर्यटन विभाग ने पतरातू डैम को पर्यटन केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किया है। इसमें मुख्य रूप से पर्यटन स्थल में इंट्रेंस प्लाजा, छठ घाट, नवनिर्मित गेस्ट हाउस, चिल्ड्रेन पार्क, प्रोमो नेट वाटर स्पोट्र्स, पाथवे, पानी की टंकी के अलावा चारों ओर हरे-भरे घास आकर्षक पौधे और पाथवे पर स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था की गई है। डैम परिसर में घुसते ही लोगों को आकर्षक दीवारों पर सुंदर आकृतियों में झारखंड संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। गोदना आर्ट, सोहराई आर्ट से सुसज्जित किया गया है।

32 कमरों का गेस्ट हाउस

इस लेक के पास 32 कमरों का गेस्ट हाउस बना है। 3.5 किमी तक रेलिंग के साथ पाथवे, डैम के चारों ओर हाई मास्ट स्ट्रीट लाइट, चिल्ड्रन पार्क, पिकनिक स्पॉट, रेस्टोरेंट्स, शॉपिंग इंटरेंस प्लाजा, डैम के पानी में घूमने के लिए स्पीड बोट, सुंदर नजारा लेने के लिए तीन आर्वर मचान, शौचालय, वोटिंग जेटी आदि का निर्माण किया गया है।

सरदार पटेल की प्रतिमा लगेगी

ग्रीन प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में लेक रिसोर्ट के टापू पर सरदार वल्लभभाई पटेल की 400 फ ट ऊंची आदम कद प्रतिमा का निर्माण होना है। इस प्रतिमा का निर्माण हो जाए, तो पर्यटकों और लोगों के लिए बड़ा आकर्षण का केंद्र बनेगा। जिसे लोग पतरातू घाटी समेत दूरदराज से ही दीदार कर सकेंगे।

800 गाडिय़ों की पार्किंग बनेगी

झारखंड स्टेट बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन लिमिटेड और पर्यटन विभाग की ओर से दूसरे चरण में 800 गाडिय़ों का पार्किंग जोन, वाटर स्पोट्र्स, सेंटर क्राफ्ट म्यूजियम, जगह-जगह शौचालय, कॉन्फ्रेंस सेंटर, इको एडवेंचर, योग ध्यान केंद्र बनेगा।

खर्च होंगे 67 करोड़

ग्रीन प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में पतरातू डैम परिसर को विकसित करने पर करीब 67.5 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। दूसरे कार्यों के अलावा यहां व्यूइंग टॉवर भी बनेगा, जहां से दूर का नजारा देखा जा सकता है। इन सबके बन जाने से लेक रिसोर्ट की खूबसूरती और बढ़ेगी। साथ ही पर्यटन विकास की दिशा में एक नया अध्याय जुड़ेगा। इसके अलावा पतरातू में फिल्म सिटी बनाने पर भी काम होना है।