रांची (ब्यूरो)। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आईंएसएम, पुंदाग, रांची के शिक्षकों एवं विद्यार्थियों द्वारा संगोष्ठी आयोजित की गई। छात्र - छात्राओं ने पर्यावरण के प्रदूषण, इनके विभिन्न कारणों और इससे बचने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर विस्तृत चर्चा की। होटल मैनेजमेंट और एमबीए के छात्र - छात्राओं ने संकल्प लिया कि वे प्लास्टिक का उपयोग अपने दैनिक जीवन में नहीं करेंगे और समाज में लोगो के बीच प्लास्टिक इस्तेमाल नहीं करने के प्रति जागरूकता पैदा करेंगे। होटल मैनेजमेंट के छात्र मनदीप कुमार और शुभम कुमार ने बताया कि पर्यावण का महत्व हमारी संस्कृति और धर्मशास्त्रों से मिलता है। हमे हर हालत में सुरक्षित भविष्य के लिए पर्यावरण को बचाना हम सबों का परम कर्तव्य है।

अधिक से अधिक पौधे लगाएं

संस्थान के निदेशक डॉ गंगा प्रसाद सिंह ने अपने संदेश में कहा कि पर्यावरण के संरक्षण के लिए प्रत्येक नागरिक को जिम्मेदार बनने की आवश्यकता है और आहवान किया कि अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाएं। विशिष्ट अतिथि डॉ.विष्णु चट्टोपाध्याय, निदेशक, मेसर्स टेक्नो - इंडिया ग्रुप झारखंड ने अपने संबोधन में कहा कि मानव प्रकृति का एक अभिन्न हिस्सा है.अत: प्रकृति के पांचों तत्वों को शुद्ध और सात्विक बनाने से ही हमारा भविष्य सुखमय होगा।

पर्यावरण पर निर्भर

प्रभारी प्राध्यापक डॉ सुशील कुमार ने बताया कि स्वस्थ जीवन स्वस्थ पर्यावरण पर निर्भर करता है। अत: प्राकृतिक जीवन - चक्र को सुरक्षित रखना हम सबों का दायित्व बनता है। परीक्षा नियंत्रक श्री रुद्र नारायण भांजदेव ने प्लास्टिक के प्रयोग से स्वास्थ्य पर हो रहे दुष्परिणाम के बारे में बताया। डॉ। अंजलि श्रीवास्तव, सहायक अध्यापक ने अपने स्वागत भाषण में पर्यावरण संरक्षण के लिए आईएसएम पुंदाग द्वारा उठाए गए गतिविधियों पर प्रकाश डाला। छात्र दीपक कुमार ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। संगोष्ठी में संस्थान के सभी शिक्षक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे।