रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची में दो श्मशान घाटों का मेकओवर किया जाएगा। विभाग द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। अभी तक हरमू मुक्तिधाम में एक श्मशान घाट है जहां लोग दाह संस्कार के लिए पहुंचते हैं। लेकिन कभी-कभी शवों की संख्या अधिक हो जाती है जिसके कारण लोगों को दूसरे श्मशान घाट पर जाने की जरूरत होती है। जबकि शहर में अच्छा श्मशान घाट नहीं है जिसके कारण लोगों को परेशानी होती है। अब यह परेशानी जल्द ही दूर होने वाली है, शहर में दो और नए श्मशान घाट तैयार होने वाले हैं।

मेकओवर होगा

राजधानी के दो श्मशानों का मेकओवर होगा, इसके लिए 64.76 करोड़ खर्च किए जाएंगे। इनमें हेहल का श्मशान घाट और राजाउलातू (सिदरौल) का श्मशान घाट शामिल है। इन दोनों श्मशान घाटों का सौंदर्यीकरण कार्य महीने के अंदर किया जाएगा। दोनों श्मशान घाट राजधानी रांची में ही स्थित हैं और लोगों को इन श्मशान घाटों का सुंदरीकरण हो जाने के बाद बहुत अधिक दूर भी नहीं जाना होगा। इसको लेकर कार्यपालक अभियंता कार्यालय से टेंडर जारी किया गया है। टेंडर भरने की तिथि 28 अप्रैल से शुरू होकर 5 मई तक रहेगी। इसके बाद 9 अप्रैल को टेंडर खोला जाएगा।

तीन लाख की आबादी के लिए बना था

राजधानी के प्रमुख श्मशान घाट हरमू मुक्तिधाम की स्थापना दशकों पूर्व की गई थी। बताया जाता है कि तब शहर की आबादी महज तीन लाख के करीब थी। मगर शहर की बढ़ती आबादी के कारण इस मुक्तिधाम पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसके आसपास भी घनी आबादी बस चुकी है। स्थानीय नागरिकों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में हरमू स्थित आधुनिक शवदाह गृह के अलावा शहर के अन्य इलाकों में भी आधुनिक शवदाह गृह बनाने से आम लोगों को काफी सुविधा होगी। नगर निगम के सहयोग से विद्युत शवदाह गृह का संचालन मारवाड़ी सहायक समिति द्वारा किया जाता है। अब यहां शव गैस से जलाया जाता है।

हर सिटी में एक शवदाह गृह

कोरोना जैसी महामारी के दौरान होने वाली मौत के बाद शवों के अंतिम संस्कार में लोगों को परेशानी न हो, इसके लिए राज्य के सभी शहरों में कम से कम एक विद्युत शवदाह गृह का निर्माण किया जाएगा। राज्य के 16 नगर निकायों में विद्युत शवदाह गृह जो गैस से संचालित होंगे। इसमें धनबाद, चास, कोडरमा, गिरिडीह, आदित्यपुर, चाईबासा, सरायकेला, जुगसलाई, चतरा, लातेहार, लोहरदगा, खूंटी, गुमला, सिमडेगा, दुमका और गोड्डा में निर्माण कार्य हो रहा है। राज्यभर के नगर निकायों में बनने वाले विद्युत आधारित शवदाह गृह का मॉडल एक होगा। निकायों में बन रहे इस मॉडर्न शवदाह गृह को लेकर जुडको ने डीपीआर तैयार की है। इस मॉडल के तहत एक शवदाह गृह के निर्माण में 2,94,57,208 रुपए की लागत आएगी।