झारखंड नागरिक प्रयास मंच ने आंदोलन करने का किया ऐलान

RANCHI : सदर हॉस्पिटल को निजी हाथों में सौंपे जाने के खिलाफ आवाज बुलंद होने लगी है। झारखंड नागरिक प्रयास मंच ने कहा है कि हॉस्पिटल को बचाने के लिए आंदोलन चलाया जाएगा। किसी भी कीमत पर इस हॉस्पिटल को प्राइवेट नहीं होने देंगे। मंगलवार को एक्सआईएसएस कैंपस में मंच की बैठक में डॉ पीपी शर्मा ने कहा कि जब सरकार एक हॉस्पिटल को नहीं चला सकती है तो राज्य को कैसे चलाएगी।

चार साल से हो रहा इंतजार

सरकार ने 500 बेड का सुपरस्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल तो खड़ा कर दिया, लेकिन इसे चलाने को लेकर अब तक कोई स्पष्ट रूपरेखा नहीं बन सकी है। सरकार कभी इसे खुद चलाने की बात कहती है तो कभी निजी हाथों में सौंपे जाने का प्लान बनाती है। अब सरकार ने बेंगलुरु के नारायण हृदयालय के हवाले सदर हॉस्पिटल करने का फैसला किया है। इससे पहले भी सरकार ने अपोलो, मेदांता को भी आफर दिया था। लेकिन दोनों ही बड़े हास्पिटलों ने अपना हाथ वापस खींच लिया था। पिछले दिनों हाइकोर्ट ने भी सरकार से सदर हास्पिटल के सुपरस्पेशियलिटी को चालू कराने को लेकर 15 दिनों में रिपोर्ट मांगी है।

सरकार केवल अपना फायदा सोच रही है। इतना ही नहीं, अपने ही फैसले पर सरकार अडिग नहीं है। पहले खुद हॉस्पिटल चलाने की बात कही और अब इसे निजी हाथों में सौंपने की तैयारी चल रही है। अगर सरकार सदर हास्पिटल का संचालन खुद नहीं करेगी तो आंदोलन किया जाएगा।

डॉ पीपी शर्मा

झारखंड नागरिक प्रयास मंच