रांची (ब्यूरो) । रांची से बिल्कुल सटे हटिया रेलवे स्टेशन से कई तरह की कहानियां सोशल मीडिया के जरिए रोज सामने आ रही हैैं। रेल यात्रियों के द्वारा सोशल मीडिया पर लगातार ऐसी जानकारी दी जा रही है, जो कहीं से भी स्वच्छ भारत और भ्रष्टाचार मुक्त भारत की अवधारणा से मेल नहीं खातीं। पिछले दो दिनों में ही दो अलग-अलग मामले सामने आए, जिसमें यात्रियों ने ट्विटर पर वीडियो और फोटो शेयर कर कार्रवाई की मांग रखी। रेलवे ने भी जवाब में कार्रवाई करने की बात कही है। इसमें एक मामला तो हटिया रेलवे स्टेशन पर फूड स्टॉल पर खाने में कॉक्रोच की मौजूदगी का है और दूसरा मामला टीटीई द्वारा पैसेंजर से 150 रुपए अधिक वसूलने का है। दोनों ही मामलों में रेलवे ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

कहीं घटिया खाना

हटिया स्टेशन पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता पर सवाल उठा है। फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट के मानकों का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए रेलवे को खबरदार किया है एक यात्री अमन सिंह ने। हटिया स्टेशन के फूड स्टॉल में खाने-पीने की वस्तुओं पर ढेर सारे कॉक्रोच और मरी हुई मिक्खयां मिलीं। इसे देखते हुए अमन ने वीडियो बनाकर उसे रेलवे और रेल मंत्री को टवीट किया। हटिया स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर पर बने मां तारा ट्रेडर्स के इस स्टाल पर लापरवाही देखने को मिली। यही कारण है कि कई दफा यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधित समस्या से गुजरना पड़ा है। इस मामले को रेलवे ने गंभीरता से लिया है। रांची रेल मंडल के सीनियर डीसीएम निशांत कुमार ने बताया कि इसे लेकर जांच की जाएगी। ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि, रेलवे द्वारा इसकी नियमित जांच की जाती है। साथ ही कई मामलों में लापरवाही बरतने पर कार्रवाई भी की जाती है। कुछ माह पहले कुछ स्टाल पर हर्जाना भी लगाया गया था। रिम्स के फिजिशियन डॉ संजय ङ्क्षसह का कहना है कि इस तरह के खाने से बीमार होना स्वभाविक है। ऐसे में डायरिया और उल्टी की समस्या हो सकती है। पेट में इंफेक्शन हो सकता है।

कहीं ज्यादा चार्ज

हटिया से एक और गंभीर मामला सामने आया। एक दिन पहले ही कौशल गुप्ता ने शिकायत की है कि शाम को 6.30 बजे हटिया स्टेशन से कृष्णाराज पूरम के लिए ट्रेन (संख्या 12835) में जयकांत गुप्ता चढ़े। उन्होंने टिकट के लिए टीटीई से संपर्क किया। टीटीई ने 450 रुपए के अलावा 250 रुपए का लगेज चार्ज के रूप में 700 रुपए का टिकट काटा। टिकट हाथ में थमाते हुए 850 रुपए की डिमांड कर दी। जब यात्री ने टिकट के निर्धारित मूल्य से ज्यादा पैसे देने से इनकार कर दिया, तो टीटीई ने कहा कि अगर 850 रुपए नहीं दोगे तो ट्रेन से उतार दिए जाओगे। थक-हार कर यात्री ने टीटीई को पैसे दे दिए। लेकिन, साथ ही इस मामले को रेल मंत्री के संज्ञान में लाते हुए एक ट्विट भी कर दिया। कौशल की इस ट्वीट ने रेलवेसेवा हैैंडल को संज्ञान लेने पर मजबूर कर दिया। कौशल से पीएनआर नंबर और फोन नंबर मांगा गया, जिसे उन्होंने रेलवेसेवा हैैंडल को दे भी दिया। इसके बाद डीआरएम रांची ने इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए कौशल को रिप्लाई किया है कि इस प्रकरण में कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। इसी प्रकार कई अन्य मामलों में ट्विटर पर ही शिकायत और कार्रवाई भी हो रही है। अधिकतर मामलों में संज्ञान लिया जा रहा है।