- रांची में आठ दिनों के भीतर 3425 नए मरीजों की हुई पहचान

- हर रोज औसतन 400 नए मरीज मिल रहे हैं रांची में

रांची में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मंगलवार को सिविल सर्जन वीबी प्रसाद भी इसकी चपेट में आ गए। उन्हें रिम्स में भर्ती किया गया है। दो दिन पहले ही सिविल सर्जन ने कोरोना की जांच के लिए सैंपल दिया था। सैंपल देने के बाद सिविल सर्जन उपायुक्त की अध्यक्षता में हुई बैठक में शामिल हुए थे जहां स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी और रिम्स के अधीक्षक उपस्थित थे। सिविल सर्जन को लक्षण वाला कोरोना है। कुछ दिनों से सिविल सर्जन को बुखार के साथ खांसी की शिकायत थी। फिलहाल अभी स्थिति ठीक है। डॉक्टरों का कहना है कि सिविल सर्जन का सीटी स्कैन किया जाएगा।

रोजाना औसतन 400 नए मरीज

रांची में कोरोना के नए केसेज मिलने का औसत काफी बढ़ गया है। यहां से हर रोज औसतन 400 से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। पिछले आठ दिनों में रांची में 2425 नए मरीज मिले हैं। सितंबर के महीने में पहली तारीख को ही 951 मरीज मिले थे। इसके बाद दो तारीख को 253, तीन को 435, चार को 354, पांच को 656, छह को 349, सात को 337 नए मरीजों की पहचान हुई थी। मंगलवार को भी रांची में नए संक्रमितों का आंकड़ा सौ के पार पहुंच गया।

जेल में कोरोना संक्रमण नियंत्रण में

इधर, बिरसा मुंडा केंद्रीय जेल, होटवार में कोरोना संक्रमण फिलहाल नियंत्रण में है। नए केस नहीं आ रहे हैं। इस सप्ताह करीब चार सौ कैदियों और कर्मियों की कोरोना जांच रिपोर्ट आई जिसमें मात्र एक कैदी कोरोना संक्रमित पाया गया। गौरतलब है कि दो पूर्व मंत्री सहित करीब तीन सौ कैदी व कर्मी पॉजिटिव पाए गए थे। अब एक-दो मरीज को छोड़ दें तो अधिकतर कैदियों व कर्मियों ने कोरोना को मात दे दी है।