रांची(ब्यूरो)।यूक्रेन में फंसी रांची की अर्पिता सोमवार को अपने घर पहुंच गई। वह सैटेलाइट कॉलोनी की निवासी है। सुबह 11 बजे दिल्ली एयरपोर्ट से निकली जो दोपहर 1 बजे रांची एयरपोर्ट पहुंच गई। उसने बताया कि बताया कि यूक्रेन में काफी संख्या में भारतीय और झारखंड के बच्चे फंसे हुए हैं। उनकी स्थिति बहुत खराब है। खाने-पीने की बहुत दिक्कत हो गई है। अर्पिता की वापसी केंद्र और राज्य सरकार की ओर से बनाए गए कंट्रोल रूम की वजह से संभव हो पाई है। उसके परिजनों ने केंद्र और राज्य सरकार को थैंक्स कहा है। मौके पर राज्य प्रवासी श्रमिक कंट्रोल रूम की शिखा लकड़ा और कांउसेलर रजनी भी मौजूद थीं।

अब तक राज्य के 4 छात्र लौटे

श्रम कंट्रोल रूम की ओर से इस दौरान जानकारी दी गयी कि कंट्रोल रूम लगातार यूक्रेन में फंसे झारखंड के स्टूडेंट्स से संपर्क करने में लगा है। संपर्क होते ही उनकी समस्याएं सरकार को बताई जा रही हैं। साथ ही वापसी की भी तैयारी की जा रही है। झारखंड सरकार के झारखंड भवन दिल्ली से छात्र-छात्राओं की सूची उपलब्ध कराई जा रही है। झारखंड भवन दिल्ली के पदाधिकारियों की ओर से सारी सूचनाएं कंट्रोल रूम को उपलब्ध करा रहे हैं। अब तक राज्य के चार छात्रों की वापसी हो गयी है।

कंट्रोल रूम से कांटैक्ट कर रहे लोग

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर यूक्रेन में फंसे झारखंड के स्टूडेंट्स और लोगों के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। जहां कई हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। इस हेल्पलाइन नंबर से पिछले 3 दिनों में 199 लोगों ने संपर्क किया है। 26 फरवरी को 100, 27 फरवरी को 65 और 28 फरवरी की शाम 5 बजे बजे तक 34 लोगों ने संपर्क किया। इसमें व्हाट्सएप के जरिए 88 और कॉल के जरिए 111 लोगों ने संपर्क किया है। कॉल के जरिए 26 फरवरी को 53, 27 फरवरी को 38 और 28 फरवरी को 20 लोगों ने संपर्क किया। वहीं व्हाट्सएप से कॉल करने वाले क्रमश: 47, 27 और 14 हैं।

हेल्पलाइन नंबर भी कारगर

हेल्पलाइन नंबर को मिली जानकारी के अनुसार कुल 158 लोग प्रभावित हैं, जिसमें से 55 महिलाएं और 103 पुरुष हैं। विभाग की ओर से जारी डाटा के अनुसार शाम 5 बजे तक कुल 20 लोगों ने प्रभावित होने की जानकारी दी है। इसमें देवघर से एक, धनबाद से दो, दुमका से एक, पूर्वी सिंहभूम से आठ, गोड्डा से एक, हजारीबाग से एक, जामताड़ा से एक, लोहरदगा से एक, पाकुड़ से एक, पलामू से एक और रांची से दो लोग हैं। प्रभावित 20 लोगों में 10 महिलाएं और 10 पुरुष हैं। इनमें देवघर, धनबाद, हजारीबाग, जामताड़ा और पाकुड़ से क्रमश: 1-1 प्रभावित महिलाओं ने फोन किया। जबकि पूर्वी सिंहभूम से 3 और रांची के दो प्रभावित महिलाओं ने संपर्क किया है। पुरुषों में धनबाद, दुमका, गोड्डा, लोहरदगा और पलामू से 1-1 लोगों ने संपर्क किया है। सबसे ज्यादा प्रभावित पुरुषों में पूर्वी सिंहभूम के हैं। इनकी संख्या 5 है।