RANCHI: बड़ा तालाब की दुर्दशा आज किसी से छिपी नहीं है। करोड़ो रुपए इन्वेस्ट करने के बाद भी अबतक बड़ा तालाब की सूरत नहीं संवारी जा सकी है। तालाब में धीरे-धीरे जलकुंभी फैलता जा रहा है। बड़ा तालाब में पानी की जगह जलकुंभी भर गया है। पूरा तालाब इससे ढका नजर आ रहा है। संबंधित विभाग की लापरवाही है कि रांची की पहचान कही जाने वाली रांची लेक अपनी ही पहचान नहीं बचा पा रहा है। तालाब के बीचोबीच स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा लगाई गई है। इसे लगे हुए एक साल होने को है लेकिन अबतक इसे टूरिस्ट प्लेस के रूप में डेवलप नहीं किया जा सका है।

ब्यूटिफिकेशन के नाम पर फूंके 17 करोड़

बड़ा तालाब के ब्यूटिफिकेशन की प्लानिंग 2017 में हुई थी। 17 करोड़ रुपए की लागत से तालाब का सौंदर्यीकरण किया जाना था। तीन माह में प्रतिमा व पैडस्टल ब्रिज के सौंदर्यीकरण का काम पूरा कर लेना था। लेकिन एक वर्ष बीत गए अब तक यहां काम चल ही रहा है। वहीं तालाब के चारों ओर वॉकिंग टै्रक व पार्क बनाए जा रहे हैं। लेकिन सभी काम की रफ्तार काफी धीमी है।

तालाब में जाता है ड्रेनेज का पानी

तालाब के ठीक सामने सेवा सदन हॉस्पिटल है। और हॉस्पिटल के बगल से बड़ा नाला आया है। नाले में पूरे अपर बाजार का पानी आता है। साथ ही हॉस्पिटल से भी निकला गंदा पानी इसी नाले में बहता है। नाले का गंदा पानी तालाब में जाता है। बड़ा तालाब के आसपास दो ड्रेनेज हैं, जहां का गंदा पानी बड़ा तालाब में आकर गिरता है। इसी वजह से तालाब का पानी काफी दूषित रहता है और दूषित पानी के कारण ही तालाब में जलकुंभी की भरमार रहती है। नियमित सफाई नहीं होने के कारण जलकुंभी बढ़ता जा रहा है।