RANCHI: रांची नगर निगम में टैक्स कलेक्शन करने वाली एजेंसी स्पैरो से होल्डिंग टैक्स घोटाला मामले में स्पष्टीकरण पूछा गया है। साथ ही यह बताने को कहा गया है कि पेमेंट कर दिए जाने के बाद भी एजेंसी ने टैक्स क्यों जमा नहीं कराया। बताते चले कि सेल्फ असेस्मेंट कराने के बाद लोगों ने टैक्स कलेक्टर को पैसे दे दिए थे। लेकिन कलेक्टर इसे निगम के खाते में नहीं जमा कराया। इस वजह से लोगों को नया होल्डिंग नंबर नहीं दिया जा रहा था। साथ ही उनका पेमेंट ड्यूज का स्टेटस दिखा रहा था। दैनिक जागरण आइनेक्स्ट ने इस मामले से जुड़ी खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। जिसके बाद रांची नगर निगम के अधिकारी रेस हो गए है। वहीं एक अधिकारी ने भी बताया कि शुरुआत में एजेंसी के खिलाफ अधिक पैसे लेने और पैसे लेकर जमा नहीं कराने के कुछ मामले सामने आए थे।

डोर टू डोर किया था कलेक्शन

स्पैरो कंपनी को रांची नगर निगम ने टैक्स कलेक्शन का काम दिया है। इसके तहत एजेंसी वार्डो में डोर टू डोर कलेक्शन का काम कर रही थी। वहीं वार्ड पार्षदों के आफिस में भी टैक्स कलेक्शन के लिए कैंप लगाया गया था। जहां सेल्फ असेस्मेंट के बाद टोटल एरिया के 70 परसेंट का ख् परसेंट टैक्स जमा कराना था।