रांची: यदि आप भी रांची से बोकारो आना-जाना करते हैं तो आपके लिए काम की खबर है। जी हां, आपको रांची से बोकारो आने-जाने में लगने वाला समय कम हो जाएगा। इसके लिए बोकारो के जैनामोड़ से गोला-ओरमांझी एक्सप्रेस वे बनेगी। इसकी डीपीआर तैयार कर ली गई है। फोर लेन बनने वाली यह एक्सप्रेस-वे पूरी तरह से नयी सड़क होगी। यह सड़क आगे चलकर रांची से गुमला, बिलासपुर व छत्तीसगढ़ के रायपुर से जुड़ेगी। अधिकारियों के अनुसार इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के लिए अक्टूबर तक बिड जारी कर दिया गया है, वहीं यह प्रयास हो रहा है कि दिसंबर तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर संवेदक को काम भी अवार्ड कर दिया जाए।

60 किमी लंबी होगी एक्सप्रेस वे

लगभग 60 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण 1736 करोड़ से किया जाएगा। इसमें जमीन लेने के बदले करीब छह सौ करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। रैयतों को बड़ी राशि मुआवजे के रूप में दी जाएगी। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों के अनुसार सड़क निर्माण के लिए अलाइमेंट भी तय कर लिया गया है।

क्या है प्रोजेक्ट

भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत चयनित झारखंड में बोकारो से रांची एक्सप्रेस-वे की डीपीआर तैयार कर ली गई। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसे दो चरणों में बनाने की योजना तैयार की है। पहले चरण में यह सड़क बोकारो के जैनामोड़ से गोला तक बनाई जाएगी। वहीं, दूसरे चरण में गोला से ओरमांझी रांची तक इसे बनाया जाएगा।

मिलेंगी ये फैसिलिटीज

एनएचएआई ने बोकारो के जैनामोड़ से बनाई जाने वाली फोरलेन एक्सप्रेस-वे के लिए सिविल वर्क में 663 करोड़ की लागत की योजना तैयार की है। जमीन अधिग्रहण में करीब 340 करोड़ की लागत आएगी। यानी 34.60 किमी लंबी सड़क 1003 करोड़ रुपये की लागत आएगी। एक्सप्रेस वे सड़क में सारी सुविधाएं होंगी। बड़े वाहनों ट्रक-टेलर के लिए अलग से सर्विस लेन भी बनाया जाएगा। ड्राइवरों के लिए विश्रामघर भी होगा।

गोला-ओरमांझी रोड 733 करोड़ में

रामगढ़ के गोला से ओरमांझी रांची तक की सड़क को 733 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इसमें सिविल वर्क में 473 करोड़ खर्च किया जाएगा, वहीं जमीन अधिग्रहण में 260 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। 25.74 किमी लंबी इस सड़क को भी फोरलेन किया जाएगा। यह सड़क भी पूरी तरह से नयी होगी।

398.37 हेक्टेयर जमीन का अधिगहण

जैनामोड़ से गोला होते हुए रांची के ओरमांझी तक की 60 किमी लंबी सड़क के निर्माण के लिए 398.37 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जायेगा। इनमें ज्यादातर जमीन ग्रीन फिल्ड प्रोजेक्ट के तहत कृषि भूमि की होगी। एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार जमीन अधिग्रहण के लिए 3 ए की कार्रवाई पूरी कर ली गयी है। 31 जुलाई तक 3 डी, 31 अक्टूबर तक जमीन अधिग्रहण के लिए नोटिस आदि निकाल कर 3 जी की पूरी प्रक्त्रिया कर ली जायेगी। मुआवजा देकर जमीन ली जायेगी।

सड़क बनने का फायदा

नया एक्सप्रेस वे बनने से काफी फायदा होगा। एक्सप्रेस वे में वाहनों की गति भी निर्धारित होगी। लंबी दूरी के मालवाहक वाहनों को आवागमन में काफी आसानी होगी। व्यापार भी सुगम हो सकेगा। राज्य की जनता को भी इससे काफी फायदा होगा।