रांची (ब्यूरो) । बैसाख मास के शुक्ल पक्ष तृतीया को अक्षय तृतीया कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन जो भी शुभ कार्य व पूजा-पाठ किया जाता है उसका अक्षय फल मिलता है। पुण्य कार्य कभी क्षय नहीं होने के कारण इस दिन को अक्षय तृतीया कहा गया है। इस बार अक्षय तृतीया दो दिन 22 व 23 अप्रैल को मनाया जाएगा। आचार्य प्रणव मिश्र के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया को बुद्धादित्य योग और दो ग्रह का च्च्च का योग और खास बना रहा है। सूर्य चंद्रच्च्च के हैं वही शुक्र शनि स्वग्रही हैं जो कि काफी शुभ फलदायी साबित होगा। ऐसे दुर्लभ योग में किया गया सभी प्रकार के पुण्य कार्य हजार गुणा अधिक लाभदायक होगा।

इसमें निवेश शुभकारी होंगे

आचार्य प्रणव मिश्रा के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन पूजा-अर्चना के अलावा स्वर्ण आभूषण, पीला धातु की खरीदारी से घर में धन धान्य की कमी नहीं होती है। जमीन, मकान या फिर अन्य प्रकार के निवेश भी शुभकारी माना गया है। साथ ही गरीबों को दिया गया दान-दक्षीणा अमोघ यज्ञ के बराबर फल देता है। ऐसे लोगों पर भगवान विष्णु की विशेष कृपा होती है।

अक्षय तृतीया का विशेष महत्व

भारतीय गणना के अनुसार चार स्वयं सिद्ध मुहूर्त है। चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, अक्षय तृतीया, दशहरा एवं दीपावली। इन सभी में अक्षय तृतीया का विशेष स्थान है। पंचांग के अनुसार बैसाख मास शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि 22 अप्रैल को सुबह 07.49 में आरंभ होगा जो दूसरे दिन सुबह 08 :06 बजे तक रहेगा। सूर्योदय के समय तृतीया रहने के कारण पूरा तृतीया का मान होगा। वहीं, खरीदारी के लिए 22 और 23 अप्रैल दोनों दिन ही श्रेष्ठ है।

ऐसे दूर होगी घर की दरिद्रता

आचार्य प्रणव मिश्रा के अनुसार अक्षय तृतीया के दिन पवित्र में स्नान और दान का महत्व है। साथ ही, इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी का पूजन से सभी प्रकार के मनोकामनाएं पूर्ण होते हैं। पूजन के दौरान भगवान को कमल और गुलाब का पुष्प अर्पण करना श्रेयकर होगा। पूजा के बाद सरबत एवं सत्तू का दान करना चाहिए। नया अन्न, जल भरे पात्र, गर्मी से बचाव के लिए छाता,जूता, फल आदि का दान करने से घर में दरीद्रता नहीं आती है।

राशि के अनुसार करें खरीद-दान

मेष ::-सोना पीतल तांबा खरीद और बास का पंखा दान कर सकते हैं।

वृष ::- चांदी सफेद वस्तु खरीदें और सरबत चना का दान कर सकते हैं।

मिथुन::- सोना पीतल और मूर्ति किसी बैंक का शेयर खरीद और हरा फल सब्जी दान कर सकते हैं।

कर्क ::- चांदी के बर्तन सिक्का आभूषण खरीद और दूध का दान कर सकते हैं।

ङ्क्षसह::- सोना तांबा इलेक्ट्रिक संबंधित शेयर ले सकते हैं, और मौसम के अनुसार फल खरीद और दान कर सकते हैं।

कन्या ::- बैंक का शेयर, चांदी, पीतल वस्त्र और सब्जी खरीद और दान कर सकते हैं।

तुला ::-चांदी सिक्का इलेक्ट्रॉनिक समान खरीद और दान कर सकते है।

वृश्चिक::- सोना पीतल और चना खरीद और दान कर सकते हैं।

धनु::- चांदी के बर्तन सिक्का और पीली वास्तु मिट्टी का वास्तु खरीद और दान कर सकते हैं।

मकर ::- सोना लोहा और जल का उपकरण खरीद और दान कर सकते है। कोई भी मचुअलफण्ड में पैसा लगा सकते हैं।

कुंभ ::- सोना चांदी के सिक्का और वाहन जमीन खरीद और सत्तू मौसमी फल का दान कर सकते हैं।

मीन::- सोना पीला वास्तु धार्मिक पुस्तक घर खरीद आम का सरबत दान कर सकते हैं।

सर्राफा बाजार में तेजी, ज्यादा कारोबार की उम्मीद

अक्षय तृतीया को लेकर राजधानी के सर्राफा बाजार में अभी से रौनक देखने को मिल रही है। ज्वेलर्स स्टाक तैयार करने में जुटे हुए हैं। सर्राफा कारोबारियों की मानों तो कोरोना संक्रमण के कारण तीन साल कुछ खास बिक्री नहीं रही। इस बार पिछले साल के मुकाबले 30 प्रतिशत तक ज्यादा कारोबार होने की उम्मीद है। बाजार में तेजी को देखते हुए कारोबारी भी उत्साहित हैं। लगभग प्रत्येक ज्लेवरी में ग्राहकों के लिए आकर्षक आफर की घोषणा की गई है।