रांची(ब्यूरो)। अगर आप सक्षम हैं और आपने राशन कार्ड ले रखा है तो इसे फौरन सरेंडर कर दीजिए। अन्यथा आने वाले दिनों में आपके लिए मुसीबतें बढ़ सकती हैं। जी हां, सक्षम लोगों द्वारा राशन कार्ड इस्तेमाल करने की जांच शुरू कर दी गई है। इसके लिए टीम तैयार की गई है, जो घर-घर जाकर इसकी जांच करेगी। जिला प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। फूड सप्लाई डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के अनुसार जिले में अब घर-घर जाकर राशन कार्डधारियों का सत्यापन किया जाएगा। जांच में जो व्यक्ति संपन्न परिवार से पाए जाएंगे उनका कार्ड रद्द होगा वहीं, उन पर एफआईआर भी की जाएगी। साथ ही जांच के दौरान इस पूरी प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी कराई जाएगी। लगातार मिल रही शिकायतों के बाद प्रशासन की ओर से यह निर्णय लिया गया है। बीते एक साल से प्रशासन की ओर से बार-बार ऐसे लोगों से अपील की जा रही है कि जो लोग सुखी संपन्न हैं फिर भी राशन कार्ड रखे हुए हैं वे अपना कार्ड सरेंडर कर दें। ताकि दूसरे जरूरतमंद लोगों को इसका फायदा मिल सके। लेकिन बार-बार के आग्रह के बाद भी एक साल में सिर्फ तीन हजार लोगों ने ही कार्ड सरेंडर किया है, जबकि इससे कई गुणा ज्यादा सक्षम लोगों द्वारा राशन उठाया जा रहा है।

सीओ, बीडीओ करेंगे मॉनिटरिंग

घर-घर जाकर जांच करने के लिए टीम का गठन किया गया है, जो कभी किसी भी घर जाकर जांच कर सकती है। इससे पहले टीम के लोगों को कार्डधारी की लिस्ट उपलब्ध करा दी जाएगी। जांच के लिए बीडीओ-सीओ को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। वहीं पंचायत सेवक, जनसेवक-सेविका कार्ड की जांच और सत्यापन करेंगे। पंचायत के जनप्रतिनिधि, मुखिया, पंचायत समिति, वार्ड परिषद के साथ मिल कर पारदर्शी तरीके से घर घर जा कर वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ जांच कराई जाएगी। जिले में करीब चार लाख 56 हजार राशन कार्ड बनाया गया है, फिर भी गरीब, असहाय, दिव्यांग, विधवा, वृद्ध कमजोर वर्ग के लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा। क्योंकि हजारों जरूरतमंद ऐसे हैं जिनका अब भी राशन कार्ड नहीं बन सका है।

31 अक्टूबर तक सिर्फ पांच सरेंडर

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा नियम 2013 के अनुसार संपन्न परिवार का राशन कार्ड नहीं बनाया जाना है। लेकिन सिस्टम की लापरवाही और जुगाड़ टेक्नोलॉजी के कारण कई संपन्न परिवारों ने भी अपना कार्ड बनवा लिया है। ऐसे लोगों को अपना कार्ड सरेंडर करने के लिए 31 अक्टूबर तक का समय दिया गया था। लेकिन इस दौरान भी लोगों ने कार्ड सरेंडर करने में इंटरेस्ट नहीं दिखाया। इस दौरान सिर्फ पांच लोग कार्ड सरेंडर करने आगे आए। डिपार्टमेंट से मिली जानकारी के अनुसार करीब 30 हजार लोग ऐसे हैं जो संपन्न परिवार हैं लेकिन वे राशन कार्ड रखे हैं और अनाज का उठाव भी कर रहे हैं। ऐसे लोगों के पकड़ में आने के बाद उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी, साथ ही फाइन भी वसूला जाएगा।

ये नहीं हैं एलिजिबल

- परिवार का कोई भी सदस्य भारत सरकार, राज्य सरकार, केंद्र शासित प्रदेश या परिषद में नौकरी करता हो।

- परिवार के किसी सदस्य के नाम से फोर व्हीलर हो

- परिवार का कोई सदस्य सरकार द्वारा रजिस्टर्ड इंडस्ट्री का संचालक हो।

- परिवार का कोई सदस्य इनकम टैक्स, सर्विस टैक्स या कॉमर्शियल टैक्स देता हो।

- परिवार के पास चार कमरों का पक्का मकान और छत हो।

- घर में रेफ्रिजरेटर, वॉशिंग मशीन, एयर कंडीशनर हो

- परिवार के किसी सदस्या के नाम पर पांच एकड़ या इससे अधिक जमीन हो।