RANCHI : प्लॉट और फ्लैट की रजिस्ट्री अब और भी आसान हो जाएगी। अब रजिस्ट्रेशन ऑफिस में इसके लिए न तो लंबा इंतजार करना होगा और न ही किसी तरह की फजीहत झेलनी होगी। प्रॉपर्टी के रजिस्ट्रेशन को सुलभ बनाने के लिए नेशनल रांची रजिस्ट्रेशन ऑफिस में एक अगस्त से जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम लागू किया जा रहा है। झारखंड भू राजस्व एवं निबंधन विभाग के द्वारा लागू किए जा रहे इस सिस्टम के तहत आवेदक को फ्लैट-प्लॉट की रजिस्ट्री के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना होगा। इसके बाद रजिस्ट्री ऑफिस की ओर से आपको टाइम स्लॉट अलॉट किया जाएगा। इसके उपरांत आप निर्धारित तारीख व समय पर आकर रजिस्ट्री करा सकते हैं। इससे आपका रजिस्ट्रेशन कराने में समय की बर्बादी नहीं होगी।

पुणे में देखा डेमो, ट्रेनिंग भी ली

नेशनल जेनेरिक डॉक्यूमेंट रजिस्ट्रेशन सिस्टम किस तरह काम करता है। इस सिस्टम से प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में क्या फायदे हैं और इसे लागू करने के लिए क्या-क्या जरूरी है। इसे जानने के लिए रांची रजिस्ट्रार राहुल कुमार चौबे और जमशेदपुर के रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी को पुणे में तीन दिनों की ट्रेनिंग दी गई है। उन्होंने वहां इस सिस्टम का डेमो भी देखा है। इतना ही नहीं, इस सिस्टम की बारीकियों से भी वे अवगत हो चुके हैं। उन्हीं के फीडबैक पर ही रांची व जमशेदपुर में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में इस सिस्टम का इस्तेमाल करने का फैसला किया गया है।

रांची-जमशेदपुर में शुरुआत

आईजी रजिस्ट्रेशन ए मुथुकुमार ने बताया कि झारखंड में प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन में पहली बार नेशनल जेनेरिक डीड रजिस्ट्रेशन सिस्टम को लागू किए जाने की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। पायलट प्रोजेक्ट के तौैर पर इसे रांची और जमशेदपुर में एक अगस्त से लागू किया जाएगा। अगर यह सफल रहा तो राज्य के अन्य जिलों में भी इस सिस्टम को इंप्लीमेंट करने की कवायद शुरू की जाएगी, ताकि रजिस्ट्रेशन में आ रही परेशानियों से निजात मिल सके।

क्या-क्या होंगे फायदे

-नेशनल जेनेरिक डीड रजिस्ट्रेशन सिस्टम से जमीन के डाटा को ऑनलाइन अपलोड किया जा सकेगा।

- फ्लैट व प्लॉट से जुड़े सभी डॉक्यूमेंट्स सुरक्षित रखे जा सकेंगे

- रजिस्ट्रेशन की ऑनलाइन प्रक्रिया और भी हो जाएगी आसान

- ऑनलाइन पेमेंट में होने वाली गड़बडि़यां हो जाएंगी दूर

आवेदकों को रजिस्ट्रेशन के लिए पहले ही समय किया जा सकेगा अलॉट