रांची (ब्यूरो) । राजधानी रांची का पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। ऐसे में सेहत पर भी इसका प्रभाव पडऩे लगा है। बढ़ती गर्मी ने मरीजों की संख्या भी बढ़ा दी है। सरकारी अस्पतालों से लेकर प्राइवेट क्लिनिक में भी मरीजों की लाइन नजर आ रही है। सदर हॉस्पिटल में डीएस का कहना है करीब 20 से 25 परसेंट मरीज बढ़ गए हैं। वायरल फीवर, दस्त, आदि की शिकायत लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। हर दिन करीब 400 मरीज इलाज कराने आ रहे हैं। हॉस्पिटल के नए भवन में मरीजों की काफी भीड़ देखी जा रही है। सिर्फ सदर ही नहीं, रिम्स का भी यही हाल है। यहां भी पेशेंट्स की संख्या में इजाफा हुआ है। सबसे ज्यादा मेडिसीन विभाग में मरीज आ रहे हैं।

वायरल फीवर सबसे ज्यादा

रिम्स के प्रोफेसर डॉ संजय सिंह ने बताया कि कुछ दिनों पहले तक मरीजों की संख्या कम हो गई थी। लेकिन मौसम में बदलाव और बढ़ते तापमान के कारण एक बार फिर मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। मौसम में बदलाव के कारण फ्लू, एलर्जी और वायरल फीवर के मरीज ज्यादा आ रहे हैं। वायरल फीवर वाले मरीजों को ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है, तीन से चार दिन में यह ठीक हो जाता है। डॉ संजय ने बताया कि पारा बढऩे से बीपी के पेशेंट्स को भी परेशानी हो रही है, जिसमें ब्रेन हेमरेज के मामले में भी बढ़े हैं। वहीं एक बार फिर से कोरोना के केस भी बढऩे लगे हैं। इलाज के लिए आने वाले सभी मरीजों को कोरोना टेस्ट कराने को कहा जा रहा है, लेकिन 90 परसेंट मरीज कोरोना टेस्ट नहीं करा रहे हैं।

बढऩे लगी हेल्थ की समस्याएं

डॉक्टरों का भी कहना है कि गर्मी में सेहत का ख्याल रखना जरूरी है। तापमान बढऩे के साथ कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। गर्मियों के मौसम में तेज लू के कारण शरीर से तेजी से पानी की मात्रा कम होने लगती है, इसके अलावा पसीने और तेज धूप के कारण शरीर पर कई तरह के नकारात्मक प्रभाव पडऩे का खतरा भी हो सकता है। इस मौसम में स्वास्थ्य को लेकर सभी लोगों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी जाती है।

सतर्कता है जरूरी

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बढ़े हुए तापमान के साइड-इफेक्ट्स के कारण कई ऐसी स्वास्थ्य समस्याओं का भी खतरा बढ़ जाता है, जिसपर अगर ध्यान न दिया जाए तो स्थिति जानलेवा हो सकती है। इस मौसम में हृदय रोगी, मोटे या अधिक वजन वाले लोग, हाई ब्लड प्रेशर के शिकार और बच्चों को ज्यादा अलर्ट रहने की जरूरत है। इस चिलचिलाती धूप में हर ठंडी चीज पसंद आती है। लेकिन यही सेहत भी बिगाड़ सकती है। धूप से आकर फौरन ठंडा पानी, कोल्ड ड्रिंक आदि पीने से परहेज करना चाहिए। थोड़ी देर रेस्ट करने के बाद ही इसे पीएं।

सदर की नई बिल्डिंग में भटक रहे मरीज

सदर हॉस्पिटल के नए भवन का शुभारंभ तो हो गया। ओपीडी सेवा भी शुरू की गई है। लेकिन कई लोगों को जानकारी के अभाव में थोड़ी परेशानी हो रही है। हॉस्पिटल कैंपस में किसी तरह का कहीं इंडिकेशन नहीं दिया गया है। इस वजह से किधर जाना है, कहां किस बीमारी का इलाज होगा, यह समझने में लोगों को दिक्कत हो रही है। हॉस्पिटल में कुछ लोग इधर-उधर भटकते हुए नजर आ रहे हैं।

गाइडलाइन का भी पालन नहीं

एक ओर कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है तो दूसरी ओर हॉस्पिटल में ही गाइडलाइन का कोई पालन नहीं हो रहा है। सदर हॉस्पिटल में बीते दिनों हुई मॉक ड्रिल में काफी तामझाम देखा गया है। अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक सभी मास्क में नजर आए। लेकिन अब न मरीज और न ही कर्मचारी मास्क लगा रहे हैं। किसी पेशेंट का थर्मल स्कैनर से जांच तक नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा सोशल डिस्टेसिंग का तो लोग वैल्यू ही भूल चुके हैं।

इनका भी रखें ध्यान

-गर्म चाय-काफी की जगह कोल्ड काफी और ग्रीन टी पीएं

-भोजन में दही और सलाद की मात्रा बढ़ा दें।

-बासी खाना खाने से बचें।

-काली मिर्च, दाल चीनी व अदरक का इस्तेमाल भोजन में कम से कम करें।

-जंक फूड खाने से बचें।