RANCHI: रांची यूनिवर्सिटी के मृत कर्मचारियों के आश्रितों को नियुक्ति पत्र मिलने का इंतजार 20 सालों बाद खत्म होने वाला है। इसके लिए आरयू प्रशासन ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। आरयू के वीसी प्रो। रमेश कुमार पांडेय की अध्यक्षता में 29 जून को होने वाली सिंडीकेट की बैठक में स्वीकृति मिलने की संभावना है। इस मामले में 20 अप्रैल 2018 को ही अनुकंपा समिति की स्वीकृति प्राप्त हो चुकी है। अनुकंपा समिति ने मृत कर्मचारियों के आठ आश्रितों को नियुक्ति की स्वीकृति प्रदान की थी। पहले जहां अनुकंपा समिति से पास होने के बाद थर्ड और फोर्थ ग्रेड के पदों पर नियुक्ति का ऑफर लेटर भेजा जाता था, वहीं अब वर्तमान वीसी ने सिंडिकेट की स्वीकृति के बाद नियुक्ति का निर्णय लिया है। इसके पहले आश्रितों की नियुक्ति मामले को सिंडिकेट में नहीं ले जाया जाता था। 1998 तक अनुकंपा समिति को ही मृत कर्मचारियों के आश्रित आवेदन दिया करते थे।

कई मामले हो चुके हैं रिजेक्ट

अनुकंपा समिति में अब तक कुल नौ मामले रिजेक्ट किए जा चुके हैं। इसमें ऐसे मामले रिजेक्ट किए गये हैं जिनके माता-पिता दोनों सरकारी सेवा में है और कम से कम एक जीवित है। ऐसी स्थिति में उनके आश्रितों को नियुक्ति देने का प्रावधान नहीं है। कई मामलों में आश्रितों के परिजनों में नियुक्ति की हकमारी को लेकर भी विवाद चल रहा है। ऐसी स्थिति में दावेदारों को अंडरटेकिंग देने के बाद भी नियुक्ति का प्रावधान है।

19 प्रस्तावों को मिलेगी स्वीकृति

जेपीएससी द्वारा लेक्चरर से रीडर और रीडर से प्रोफेसर पद पर प्रोमोशन पाने वाले विषय पर भी सिंडिकेट की बैठक में स्वीकृति मिल सकती है। साथ ही नवअंगीभूत कॉलेजों के शिक्षकों का डेट ऑफ ज्वाइंनिंग से प्रोमोशन का प्रस्ताव भी रखा जाएगा। इसके अलावा फोर्थ ग्रेड स्टाफ और कंप्यूटर ऑपरेटरों के वेतन में 3000 से 4000 हजार रुपए की वेतन वृद्धि के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी जाएगी। इसके अलावा सिंडिकेट में 23 मई को एकेडमिक काउंसिल में लिए गए निर्णय के प्रस्ताव को हरी झंडी मिलेगी। अनुकंपा के आधार पर मृत कर्मचारियों के आश्रितों को यूनिवर्सिटी में नियुक्त करने की अनुशंसा होगी। 19 अप्रैल को सिंडिकेट में लिए गए निर्णय कार्यान्वयन रिपोर्ट को भी स्वीकृति दी जाएगी। 20 अप्रैल को फाइनेंस कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय को भी हरी झंडी मिल सकती है।