रांची (ब्यूरो): बीते 15 सालों में हॉस्पिटल निर्माण कर इसे हैंडओवर करने की डेडलाइन 11 बार फेल हो चुकी है। इस बार भी सितंबर में 12वीं बार यह डेट फेल हुई है। हॉस्पिटल का निर्माण कार्य पूरा होने से लेकर इसे हैंडओवर करने के लिए सिर्फ तारीख पर तारीख ही मिलता जा रहा है। 30 सितंबर को 500 बेड की इस बिल्डिंग को हैंडओवर किया जाना था, जो फेल हो गई है।

क्या है पेंच

सुपर स्पेशियलिटी सदर हॉस्पिटल के निर्माण की जिम्मेवारी विजेता प्रोजेक्ट्स एंड इंफ्रास्ट्रक्चर्स लि। को है। बिल्डिंग का निर्माण पूरा करने के लिए कई बार एजेंसी को फटकार लगाई गई। बिल्डिंग का काम पूरा होने को लेकर भी कई बार डेडलाइन दी गई। लेकिन हर बार यह डेडलाइन फेल होती रही है। अब जब भवन का निर्माण पूरा हो चुका है, तब हॉस्पिटल प्रबंधन को इसे हैंडओवर लेने में परेशानी आ रही है। बीते 30 सितंबर को कंपनी की ओर से हॉस्पिटल हैंडओवर लेेने के लिए लेटर लिखा गया था। लेकिन, सिविल सर्जन के पास अब अस्पताल संचालन के लिए न तो जरूरी फर्नीचर हैं, न ही मैन पावर। जिस कारण बिल्डिंग हैंडओवर लेने में परेशानी हो रही है। बिल्डिंग में मैन पावर की तैनाती का निर्णय स्वास्थ्य विभाग को लेना है। सीएस की ओर से अगस्त में ही स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर मैन पावर उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया था। लेकिन इस पर अबतक कोई जवाब नहीं आया है।

स्किल्ड मैनपावर ही नहीं

अस्पताल के नवनिर्मित भवन में ओटी मैनेजमेंट, ग्राउंड वाटर मैनेजमेंट, स्टरलाईजेशन, मैकेनाईज्ड लॉड्री, सीवरेज ड्रेनेज सिस्टम, रेफ्रिजरेशन व एयरकंडीशनिंग आदि सुविधाओं के लिए अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई हैं, जिसके संचालन के लिए टेक्निकली स्किल्ड मैनपावर चाहिए। स्वास्थ्य विभाग को इसके लिए कुल 111 कर्मचारियों की तैनाती का प्रस्ताव दिया गया है। लेकिन विभाग ने इस पर अबतक कोई निर्णय नहीं लिया है।

2007 से बन रहा भवन

2007 से ही सदर हॉस्पिटल का नया भवन तैयार हो रहा है। 500 बेड के सदर हॉस्पिटल के निर्माण के लिए 137 करोड़ रुपए निर्धारित किया गया था। साल 2012 में ही इस हॉस्पिटल को बनकर तैयार हो जाना था। लेकिन दस साल बाद भी आम पब्लिक इसके संचालित होने का इंतजार कर रही है। इस दौरान बिल्डिंग की लागत राशि में लगातार इजाफा होता रहा। यह राशि 137 करोड़ से बढक़र 354 करोड़ तक पहुंच गई। समय पर हॉस्पिटल शुरू नहीं होने पर हाई कोर्ट भी हॉस्पिटल प्रबंधन निर्माता कंपनी को फटकार लगा चुका है।

कब-कब फेल हुई डेडलाइन

-दिसंबर 2018

-जून 2019

-दिसंबर 2019

-अप्रैल 2020

-मई 2021

-जून 2021

-सितंबर 2021

-अक्टूबर 2021

-जनवरी 2022

-फरवरी 2022

-अप्रैल 2022

-सितंबर 2022

अस्पताल को चलाने के लिए स्किल्ड मैन पावर की जरूरत है। विभाग को पत्र लिखा गया है। हैंडओवर लेने की प्रक्रिया जारी है।

-विनोद कुमार, सिविल सर्जन, रांची