रांची(ब्यूरो)। मेन रोड स्थित सैनिक मार्केट के दुकानदारों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है। एक तो पहले ही उनकी दुकान के आगे बड़ा सा मार्केट कांप्लेक्स बनाने की तैयारी से उनको डर लग रहा है। वहीं, अब जो पहले किराया 4000 रुपए देते थे उनको अब 35000 हजार रुपए किराया देने को कहा जा रहा है। दरअसल, सैनिक कल्याण निदेशालय ने सैनिक बाजार की दुकानों का किराया बढ़ा दिया है। अब दुकानदारों को कहा जा रहा है कि जो पहले किराया था उससे बढ़ाकर देना होगा।

कितना बढ़ा किराया

सैनिक कल्याण निदेशालय ने सैनिक बाजार की दुकानों का किराया 600 से 800 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है। दुकानों के लीज रिन्युअल की बारी आयी तो किराया बढ़ाने की जानकारी दी गयी है। निदेशालय ने सैनिक बाजार में आगे की ओर जो दुकानें हैं, उसका किराया 800 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है, जबकि बीच की दुकानों का किराया 700 प्रतिशत और पीछे व दाएं-बाएं ओर की दुकानों का किराया 600 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया। पहली बार मनमाने ढंग से किराये में बढ़ोतरी की गयी है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। अचानक बड़े स्तर पर किराये में बढ़ोतरी से दुकानदार परेशान हैं।

लीज रिन्यूवल की आई बारी

सैनिक बाजार के शुरुआती दौर में ही 980 वर्गफीट दुकान लीज पर ली थी, जिसका किराया अभी तक 4,318 रुपये दे रहे थे। लेकिन उन्होंने दुकान का लीज रिन्यूअल के लिए आवेदन दिया, तो उन्हें किराया बढ़ाने की सूचना दी गयी। बताया गया कि अब उन्हें 35, 800 रुपये किराया देना होगा। इसी तरह बाजार के अन्य दुकानदारों को भी नोटिस देकर किराया बढ़ाये जाने की जानकारी दी गई है। दुकानदार किराये की राशि में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी किए जाने से परेशान हैं।

क्या कहते हैं दुकानदार

सैनिक मार्केट में दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि रांची में सरकार के कई सरकारी भवन है जहां लोगों को जीवन यापन करने के लिए लीज पर दुकानें आवंटित की गई हैं। शुरुआत में दुकानों का किराया कम था बाद में कई सरकारी संस्थाओं ने दुकान के किराये में बढ़ोतरी की है। जिसे लोगों ने स्वीकार किया और बढ़ा हुआ किराया भी दे रहे हैं। लेकिन सैनिक निदेशालय द्वारा एकाएक इतना अधिक किराया में बढ़ोतरी किया जाना समझ से परे है। किसी भी दुकानदार के लिए एकाएक इतना अधिक किराया देना संभव नहीं है।

निदेशालय अफसरों पर गुस्सा

इस परिसर में बाजार के पुराने भवन को तोड़कर नया मार्केटिंग कांप्लेक्स आगे की ओर बनाने की योजना है। इसके लिए 25 साल से खड़े पेड़ों को कटवा दिया गया। बाकी बचे पेड़ों को भी कटवाने की तैयारी है। लेकिन दुकानदार संघ के सदस्यों के विरोध के कारण पेड़ों को कटवाया नहीं जा सका। दुकानदारों का कहना है कि निदेशालय के अधिकारी बिना दुकानदारों से सलाह मशविरा किये अपने मन से उलटा-पलटा फैसला लेकर बेवजह बाजार का माहौल खराब कर रहे हैं।

मार्केट कॉम्प्लेक्स बनना है

जुडको की ओर से मौजूदा सैनिक मार्केट में बहुमंजिली पार्किंग के अलावा, मौजूदा मार्केट कॉम्प्लेक्स, जिसे रांची जिला सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा मैनेज किया जाता है, यहां नया मार्केट कांप्लेक्स बनाने की तैयारी की गई है। उसके लिए डिटेल्स प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार कर ली गई है। बाजार परिसर के मौजूदा पार्किंग स्थल को बहु-स्तरीय शॉपिंग कॉम्प्लेक्स में बदल दिया जाएगा। मौजूदा मार्केट कॉम्प्लेक्स, जो पार्किंग स्थल के पीछे है, उसे दो और तीन पहिया वाहनों के लिए नए मल्टी-लेवल पार्किंग स्थान के लिए तोड़ दिया जाएगा।

135 दुकान हैं सैनिक मार्केट में

रांची के सैनिक मार्केट का निर्माण झारखंड बनने के पहले ही 1991 में किया गया था। इस मार्केट में कुल 135 दुकान हैं, इसमें से 34 दुकान पूर्व सैनिकों को आवंटित हैं। इसके अलावा 101 दुकान आम लोगों को आवंटित किया गया है। संचालन सैनिक कल्याण निदेशालय के माध्यम से किया जाता है। निदेशालय को हर महीने 2.25 लाख और सालाना 27 लाख रुपए की आमदनी होती है। यह राशि सैनिकों के कल्याण के लिए खर्च की जाती है। जुडको द्वारा मार्केट के पुनर्निर्माण करने के बाद भी इसका संचालन सैनिक कल्याण निदेशालय द्वारा ही किया जाएगा।