रांची(ब्यूरो)। झारखंड में अब हर वर्ग के बुजुर्गों को प्रति माह एक हजार रुपए की सम्मान राशि मिलेगी। सभी छुटे हुए वृद्ध, विधवा, निराश्रित महिला, दिव्यांग्जन, आदिम जनजाति एवं एचआइवी-एड्स पीडि़त को योजना से जोडऩे की प्रक्रिया शुरू हुई है। सरकार द्वारा 7,79,142 से अधिक लाभुकों को योजना का लाभ दिया जाएगा। बुधवार को गुमला में आयोजित समारोह में सीएम हेमंत सोरेन ने सर्वजन पेंशन योजना का शुभारंभ किया।

झारखंड बना पहला राज्य

मौके पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि झारखंड में 2020 से पूर्व तक पेंशन और राशन देने की बात राज्य के वंचित लोग कहते थे। वर्तमान सरकार के गठन के बाद केंद्र सरकार से आग्रह किया कि राज्य के वृद्ध, नि:शक्त, निराश्रित महिला का पेंशन यूनिवर्सल कर दें। लेकिन केंद्र सरकार लंबे इंतजार के बाद भी कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद राज्य सरकार ने निर्णय लिया और सभी को पेंशन देने का कानून बनाया गया। देश का यह पहला राज्य है, जिसने ऐसा किया। जो 60 वर्ष से अधिक उम्र का होगा उसे पेंशन प्राप्त होगा। जो पदाधिकारी सहयोग नहीं करेंगे, उनकी नौकरी जायेगी। सरकार ने विधवा पेंशन के तय 40 वर्ष की आयु एवं दिव्यांग के लिए निर्धारित 18 वर्ष की आयु सीमा को समाप्त कर दिया, ताकि सभी को पेंशन को लाभ मिल सके।

सभी के हित का है ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा कि रा'य में कार्यरत रसोईया, सहिया समेत सभी की समस्याओं का समाधान होगा। सभी के लिए चिंता है। अड़चनों को दूर किया जा रहा है। झारखंड पीछे नहीं रहेगा। यहां का सब कुछ जनमानस के लिए है। 50 हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया सरकार जल्द शुरू कराएगी।

15 लाख को हरा राशन कार्ड

मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने कहा कि राशन कार्ड से वंचित और सुपात्र लोगों को हरा राशन कार्ड रा'य के कोष से आवंटन किया। पूरे रा'य में 15 लाख लोगों को हरा राशन कार्ड दिया गया। आने वाले दिनों में पांच लाख अन्य लोगों को हरा राशन कार्ड दिया जायेगा।

वंचित बच्चों को स्कॉलरशिप

मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि हर माह की पांच तारीख तक पेंशन देने का निर्देश मिला है, जिस पर कार्य हो रहा है। सरकार ने वंचित बच्चों को स्कालरशिप देने की पहल की है। अब राज्य की जनता भी अन्य लोगों को सरकार को योजनाओं के प्रति जागरूक करने का काम करें, जिससे सभी को योजना का लाभ प्राप्त हो सके।

इन्हें मिल रहा पेंशन का लाभ

गुमला में राज्य प्रायोजित मुख्यमंत्री रा'य सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के 41630, मुख्यमंत्री आदिम जनजाति पेंशन योजना के 3572, मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना के 11243, मुख्यमंत्री (एचआईवी/एड्स) राज्य सुरक्षा पेंशन योजना के 79 एवं स्वामी विवेकानन्द नि:शक्त स्वावलंबन पेंशन योजना के 4597 लाभुकों को पेंशन का लाभ दिया गया।