-तैयारियों को लेकर आज हुई तीन बैठकें, बजट पूर्व आर्थिक सर्वेक्षण अब हिंदी में भी

-23 जनवरी को पेश होगा राज्य सरकार का सालाना बजट

रांची : विधानसभा के बजट सत्र की तैयारियों को लेकर सोमवार को स्पीकर दिनेश उरांव ने मैराथन बैठकें की। स्पीकर बजट सत्र को सुचारू तौर पर चलाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने तमाम विभागों को ताकीद की है कि अगर विधेयक विधानसभा में पेश करना है तो उसे 30 जनवरी के पहले हर हाल में मुहैया कराएं। इस तिथि के बाद विधेयक स्वीकार नहीं किए जाएंगे। उन्होंने तमाम दलीय नेताओं की बैठक में इस बात पर जोर दिया कि सत्र ठीकठाक चले। बजट 23 जनवरी को विधानसभा में पेश किया जाएगा। बैठक में मुख्यमंत्री रघुवर दास, संसदीय कार्यमंत्री सरयू राय, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम मौजूद थे। बैठक में बजट पूर्व आर्थिक सर्वेक्षण का हिंदी संस्करण प्रस्तुत किए जाने पर भी सहमति बनी। अध्यक्ष ने गुजारिश की कि हर कार्य दिवस का सदुपयोग करना है। उन्होंने प्रेस सलाहकार समिति के सदस्यों संग भी बैठक की।

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एक दिन पहले उत्तर दें विभाग

अधिकारियों संग बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने सख्त निर्देश दिए। बैठक में अल्पसूचित एवं तारांकित प्रश्नों के उत्तर निर्धारित तिथि से एक दिन पहले विधानसभा सचिवालय को मुहैया कराने को कहा गया। यह भी नसीहत दी गई कि उत्तर समग्र हो ताकि अनुपूरक का भी जवाब दिया जा सके। सत्र के दौरान यातायात व्यवस्था को लेकर भी अलर्ट किया गया। ताकीद की गई कि आमलोगों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। गृह विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे ने कहा कि विभागों को इस बाबत सतर्क किया गया है। बैठक में डीजीपी डीके पांडेय, विधि सचिव प्रणव कुमार सिंह, वित्त विभाग के सचिव सतेंद्र सिंह समेत रांची के उपायुक्त मनोज कुमार और वरीय पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी मौजूद थे।

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नहीं आए आजसू, झाविमो समेत अन्य दल

विधानसभा के बजट सत्र की तैयारियों को लेकर बुलाई गई बैठक से आजसू पार्टी, झाविमो समेत छोटे दलों के तमाम नेता नदारद रहे। इनकी गैर मौजूदगी पर भी बैठक के दौरान चर्चा हुई। स्पीकर ने बताया कि कार्यमंत्रणा की बैठक के दौरान इन दलों से विधानसभा के संचालन पर बातचीत होगी।

शिकायत पर प्रक्रिया चल रही है

बकोरिया मुठभेड़ को लेकर विवादों में आए राज्य के पुलिस महानिदेशक आरोपों को लेकर चुप हैं। सोमवार को विधानसभा परिसर में मीडियाकर्मियों ने उनपर ताबड़तोड़ सवाल दागे लेकिन उन्होंने चुप्पी साध ली। वे मुस्कराते हुए विधानसभा सचिवालय में प्रवेश कर गए। लौटने के बाद भी उन्होंने यही तरीका अपनाया। हालांकि उनके साथ निकले गृह विभाग के प्रधान सचिव एसकेजी रहाटे ने कहा कि शिकायत के मद्देनजर प्रक्रिया चल रही है। कार्रवाई से अवगत कराया जाएगा।