रांची (ब्यूरो) । जेल चौक स्थित बिरसा मुंडा पार्क में एंट्री के लिए 40 रुपय

जेल मोड़ के पास बन कर तैयार बिरसा मुंडा संग्रहालय व स्मृति पार्क में सैर सपाटे के लिए अच्छी खासी रकम अदा करनी होगी। यह वही स्थान है जहां भगवान बिरसा मुंडा को कारावास हुआ था। उनकी स्मृति में ही इस स्थान पर म्यूजियम और पार्क का निर्माण किया गया है। बीते छह महीने से पार्क में एंट्री फ्री थी, लेकिन आने वाले दिनों में यहां घूमने के लिए चार्ज देना होगा। चार्ज कितना होगा, फिलहाल इस पर मंथन चल रहा है पर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार एंट्री शुल्क 40 या 50 रुपए तय करने पर विचार हो रहा है। इसके अलावा लेजर शो के लिए 100 रुपए शुल्क निर्धारित किया जाएगा।

कंपनी को अदा करने हैैं एक करोड़

इसी महीने से पार्क में सारी सुविधाओं को भी शुरु करने की तैयारी चल रही है। कैफेटेरिया से लेकर अन्य सुविधाएं बहाल होंगी। वहीं लेजर शो, म्यूजिकल फाउंटेन भी शुरू कर दिया जाएगा। कोलकाता की कंपनी सिंघल इंटरप्राइजेज को संग्रहालय और पार्क के संचालन की जिम्मेवारी दी गई है। कंपनी एक करोड़ रुपए सालाना राज्य सरकार के कोष में जमा कराएगी। इसके लिए एंट्री शुल्क तय करना जरूरी हो गया है। फिलहाल यहां एंट्री फ्री है, लेकिन किसी तरह की सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है। लोग सिर्फ पार्क और म्यूजियम घूम तो सकते है, लेकिन यहां कई चीजें हैं जिसे वे देख नहीं सकते। फाउंटेन, लेजर शो की तरफ जाना फिलहाल वर्जित है। लोगों को इंतजार है कि जल्द से जल्द इसका भी दीदार कर सकें।

पांच साल लगे तैयार होने में

30 एकड़ में फैले इस पूरे कैंपस में पार्क और म्यूजियम बनने का काम साल 2017 में शुरु हुआ था। 25 एकड़ में पार्क और पांच एकड़ में म्यूजियम का निर्माण किया गया है। 2022 में ही यह बन कर तैयार हो गया था। लेकिन यहां लोगों की एंट्री प्रतिबंधित थी। बीते आठ महीने से इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया है। लोग सुबह दस से शाम चार बजे तक यहां घूमने का आनंद ले सकते हैं। इस पार्क और म्यूजियम के पूरी तरह से ओपन होते ही रांची वासियों के पास क्वालिटी टाइम स्पेंड करने के लिए एक और खूबसूरत डेस्टिनेशन होगा। पार्क में घूमने और देखने के लिए कई चीजें हैं। इसे काफी खूबसूरती से सजाया और संवारा गया है। पूरे पार्क को ग्रीन लुक दिया गया है। पार्क के अलावा म्यूजियम भी पूरी तरह तैयार है। इसका डेमोंस्ट्रेशन भी कर लिया गया है। म्यूजियम में झारखंड के क्रांतिकारियों की कहानी लेजर लाइट के माध्यम से दिखाई जाएगी।

बच्चों के मनोरंजन की व्यवस्था

बिरसा मुंडा स्मृति पार्क में बच्चों के मनोरंजन का भी ख्याल रखा गया है। बच्चों के लिए यहां झूले, खेलने के साधन और एंटरटेनमेंट के लिए अलग-अलग इक्विपमेंट लगाए गए हैं। हरे-भरे पेड़-पौधे से पार्क को सजा दिया गया है। म्यूजियम के ओपन प्लेस में टेराकोटा से महापुरुषों की प्रतिमाएं और क्रांति को दर्शाती पूरी थीम तैयार की गई है। पार्क और म्यूजियम निर्माण में करीब 142 करोड़ रुपए खर्च किए है, जिसमें 117 करोड़ राज्य एवं 25 करोड़ केंद्र सरकार ने दिए हैं।

वाटर स्क्रीन पर दिखेंगे धार्मिक स्थल

म्यूजियम की दीवार पर लेजर और लाइट शो, चित्रपट के माध्यम से जनजातीय क्रांति और राज्य के वीर स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी और संघर्ष प्रदर्शित किए जाएंगे। मुख्य भवन के सामने गंगा नारायण सिंह, पोटो हो, भागीरथी मांझी, वीर बुधु भगत समेत अन्य क्रांतिकारियों की नौ-नौ फीट की प्रतिमा स्थापित की गई है। वहीं म्यूजिकल फाउंटेन और वाटर स्क्रीन शो के द्वारा झारखंड के प्रमुख धार्मिक स्थलों को भी दर्शाया जाएगा। बिरसा मुंडा पार्क को राजधानी का नंबर वन पर्यटन स्थल बनाने की योजना है। यहां अंडरग्राउंड पार्किंग, रेस्ट्रोरेंट और फूड कोर्ट भी बनाया गया है। सभी काम इंडियन ट्रस्ट फॉर रूलर हेरिटेज एंड डेवलपमेंट की देखरेख में किया गया है।