रांची : सदर अस्पताल के सात डाक्टर और तीन कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। संक्रमित होने की सूचना मिलते ही सदर अस्पताल में हड़कंप मच गया। आनन-फानन कोविड जांच केंद्र को बंद कर सैनिटाइज किया गया। इसके कारण जांच तीन से चार घंटे तक बाधित रहा। इससे जांच के लिए आए मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। बाद में कोविड जांच शुरू किया गया। इधर, रिम्स में भी चार मेडिकल छात्र संक्रमित हो गए हैं।

जांच कराने पर अड़े

शुक्रवार को उस समय सदर अस्पताल में हड़कंप मच गया जब कोरोना की जांच करने वाले कर्मचारी और डाक्टर सबसे पहले अपनी जांच कराने पर अड़ गए। कोविड-19 जांच सेल के नोडल अधकारी राकेश रंजन उरांव ने बताया कि सुबह 10 बजे ही जांच शुरू करने से पहले कर्मचारी इस बात पर अड़ गए कि सबसे पहले हमारी जांच होनी चाहिए। जांच में सात डाक्टर और तीन कर्मी पॉजिटिव मिले। इसके बाद पूरे सेंटर को सैनिटाइज किया गया। फिर लगभग दोपहर 2.30 बजे से जांच शुरू हुई। गुरुवार को सदर अस्पताल में कोरोना की जांच कर रहे 30 स्वास्थ्यकर्मियों में से दो पॉजिटिव पाए गए थे।

चल रहीं हैं ऑफलाइन कक्षाएं

रिम्स में चार डेंटल छात्र कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। इन छात्रों के संपर्क में आने वाले अन्य छात्रों का भी सैंपल टेस्ट के लिए लिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इसमें थर्ड ईयर के तीन छात्र कोरोना संक्रमित हैं। जबकि सेकेंड ईयर के एक छात्र कोरोना संक्रमित पाया गया है। इधर, बताया गया है कि रिम्स में कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन कर मेडिकल छात्राओं की ऑफलाइन कक्षाएं ली जा रहीं हैं। नतीजा यह है कि अभी भी रिम्स डेंटल विभाग में ऑफलाइन क्लास लिया जा रहा है। छात्रों का कहना है कि राज्य में एसएनएमसीएच(धनबाद), एमजीएम(जमशेदपुर), रिम्स में एमबीबीएस की ऑफलाइन कक्षाएं बंद कर दिया गया है। जबकि डेंटल का क्लास ऑफलाइन चल रहा है।

रिम्स निदेशक को पता नहीं

रिम्स में डेंटल की पढ़ाई कर रहे छात्रों ने कहा कि अभी भी डेंटल के छात्रों का ऑफलाइन क्लास लिया जा रहा है। इसकी जानाकरी रिम्स निदेशक को भी नहीं है। कहा कि कोरोना संक्रमित होने के बाद सभी छात्र दहशत में है। संक्रमित होने के बाद कई छात्र क्लास करने नहीं जा रहे हैं।

मांडर में मिले 11 पाजिटिव

मांडर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की आठ छात्राओं के साथ ही एक बैंक के दो कर्मचारी भी कोविड की चपेट में आ गए हैं। शहरी क्षेत्र के बाद अब कोरोना वायरस अब ग्रामीण क्षेत्र में भी पांव पसारना शरू कर दिया है।

गुड्स गार्ड की कोरोना से मौत

रांची रेल मंडल के एक गुड्स गार्ड की कोरोना से मौत हो गई है। गुड्स गार्ड एक अप्रैल को कोरोना की जांच में पॉजिटिव पाए गए थे। उन्हें रेलवे के अधिकारियों ने इलाज के लिए राज हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। डीआरएम नीरज अंबष्ट ने हालत गंभीर होने पर गुड्स गार्ड को शुक्रवार की शाम एयर एंबुलेंस से चेन्नई ले जाने की योजना बनाई थी। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई थी। लेकिन इसी बीच गुड्स गार्ड की तबीयत अधिक बिगड़ गई और सुबह उन्होंने दम तोड़ दिया। रेलवे मेंस कांग्रेस के उप मंडल संयोजक नित्यालाल कुमार ने बताया कि गुड्स गार्ड का हरमू के मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वह अपने पीछे पत्नी और एक बेटी छोड़ कर गए हैं।