रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची में सेक्सटार्शन का गंदा धंधा काफी तेजी से फल-फूल रहा है। तमाम प्रयासों और लोगों में जागरूकता फैलाने के बाद भी इस तरह के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। कहीं युवा तो कहीं बुजुर्ग को इसका शिकार बनाया जा रहा है। इसी प्रकार का एक और मामला रांची के कोतवाली थाने में दर्ज किया गया है, जिसमें एक बुजुर्ग ने सेक्सटार्शन से संबंधित शिकायत की है। 57 वर्षीय बुजुर्ग का कॉल के जरिए न्यूड विडियो बना लिया गया। उस वीडियो को वायरल करने की धमकी देते हुए करीब 52 हजार रुपए ठग लिये गए।

विडियो वायरल करने की धमकी

पीडि़त ने आवेदन में कहा कि 16 जुलाई को उनको एक विडियो कॉल आया। उन्होंने उस विडियो कॉल पर करीब दो मिनट तक बातचीत की। फिर उन्हें समझ आ गया कि उनके साथ किसी तरह की धोखाधड़ी की जा रही है, इसलिए उन्होंने फोन रख दिया। लेकिन तब तक साइबर फ्राड ने उनका न्यूड विडियो बना लिया था। अगले दिन उन्हें एक कॉल आया जिसमें साइबर अपराधी ने कहा कि आपका दो-तीन न्यूड विडियो यूट्यूब पर अपलोड हुआ है। अगर यह विडियो आप हटाना चाहते हैं तो आपको 52 हजार रुपए देने होंगे। लोक-लाज और बदनामी के डर से बुजुर्ग व्यक्ति ने पैसे ट्रांसफर कर दिये। साइबर अपराधी ने फिर फोन किया और 98 हजार रुपए फिर से उसी खाते में जमा करने को कहा। जब उन्होंने पैसा देने से इन्कार किया तो साइबर ठग ने उन्हें अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली। इसके बाद पीडि़त सीधे थाने पहुंचे और मामला दर्ज करवाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।

500 लोग डेली टारगेट

सिटी में सेक्सटार्शन के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। फेसबुक व्हाट्सएप सहित कई सोशल मीडिया के जरिए लोगों को शिकार बनाया जा रहा है। साइबर अपराधी सेक्सटार्शन के माध्यम से लोगों को ब्लैकमेल कर उनसे रुपए ऐंठ रहे हैं। हालांकि, साइबर सेल के रिकार्ड के अनुसार पहले से मामलों में कुछ गिरावट जरूर आई है। लेकिन अब भी जागरूकता के अभाव में लोग इस ट्रैप में फंस ही रहे हैं। साइबर क्राइम पोर्टल पर साइबर क्राइम से जुड़ी जो शिकायतें आ रही हैं उनमें सबसे ज्यादा सेक्सटार्शन के मामले ही हैं। आंकड़े भी हैरान करने वाले हैं। साइबर अपराधी झारखंड में हर दिन करीब 500 लोगों को सिर्फ सेक्स चैट में फंसाने का प्रयास करते हैं। लेकिन इनमें राहत की बात यह है कि इन 500 लोगों में सिर्फ तीन या चार लोग ही सेक्सर्टासन के शिकार हो रहे हैं। बाकी समय रहते समझदारी दिखाते हुए इससे बच निकलते हैं।

सेक्सटॉर्शन की दी जा रही ट्रेनिंग

साइबर पुलिस ने बताया कि झारखंड में हजारीबाग, जामताड़ा, देवघर और गिरिडीह से इस प्रकार के ज्यादा खेल खेले जा रहे हैं। साइबर अपराधी यहां के युवकों को बकायदा सेक्सटार्शन के तरीके सिखाते हैं। सेक्सटार्शन कैसे करना है, किन एप का प्रयोग करना है, और किस व्यक्ति को टारगेट करना है, इसकी ट्रेनिंग दी जाती है। इसके बाद टे्रंड युवक स्कोका जैसे एडल्ट डेटिंग साइट का प्रयोग करते हुए सेक्स के नाम पर ब्लैकमेल कर ठगी को अंजाम देते हैं। सेक्सटार्शन का सबसे आसान तरीका सोशल और डेटिंग साइट्स है। इस काम में साइबर अपराधी फेसबुक, स्काइप या किसी दूसरे माध्यम का इस्तेमाल करते हैं।

ऐसे होता है खेल

साइबर अपराधी पहले इंटरनेट पर फेक अकाउंट बनाते हैं। फिर खूबसूरत लड़के-लड़कियों को हनी ट्रैप की तरह इस्तेमाल करते हुए शिकार से दोस्ती करवाते हैं। उन्हें करीब आने का मौका देते हैं, दोस्ती बढ़ाने के लिए उकसाते हैं। फिर धीरे-धीरे अपने शिकार को वेबकैम या मोबाइल कैमरे के सामने सेक्सुअल एक्ट करने, कपड़े बदलने और उतारने को कहते हैं। हैरानी की बात यह है कई लोग उनके चंगुल में फंस जाते हैं और साइबर अपराधी जैसा कहता है वे वैसा करने लगते हैं। शिकार को फंसाने के लिए दस दिन से एक महीने का समय सेट किया जाता है। इस दौरान शिकार फंसा तो ठीक, अन्यथा साइबर अपराधी दूसरे शिकार की तलाश करते हैं। किसी व्यक्ति के चंगुल में फंसते ही शुरू हो जाता है ठगी का सिलसिला।