रांची(ब्यूरो)। कांटाटोली फ्लाईओवर के पूरी तरह बनने में भले ही अभी और समय लगेगा, लेकिन फ्लाई ओवर के नीचे दुकानें बन गई हैं। दोनों साइड में दुकानें बनाई गई हैं। ये दुकानें उन लोगों को मिलेंगी जिनकी जमीन इस फ्लाईओवर को बनाने में गई है। ये दुकानें मंगल टावर से लेकर खादगढ़ा बस स्टैंड तक दोनों साइड बनाई जा रही हैं। यहां 40 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। झारखंड अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कंपनी(जुडको) की ओर से फ्लाईओवर के नीचे 40 दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। इनका निर्माण करके रांची नगर निगम को सौंप दिया जाएगा। इसके बाद रांची नगर निगम इन दुकानों का अलॉटमेंट अपने तरीके से करेगा। इसके लिए रांची नगर निगम जिला प्रशासन की सहमति लेगा।

बरसात से पहले रोड तैयार होगा

निर्माणाधीन कांटाटोली फ्लाईओवर अब धरातल से ऊपर आ चुका है। इस फ्लाईओवर के 10 पिलर बनकर तैयार हो गए हैं। यह पिलर शहरवासियों को दिख रहे हैं, जिससे लोगों में बेहतर ट्रैफि क व्यवस्था को लेकर आस बढ़ी है। पिछले साल कुछ बाधाओं की वजह से फ्लाईओवर के दो पिलर का ही निर्माण हो सका था। बता दें कि यह फ्लाईओवर योगदा सत्संग भवन से लेकर शांति नगर तक बनाया जा रहा है। इसकी कुल लंबाई 2240 मीटर है। फ्लाईओवर के लिए 42 पिलर बनाए जाने हैं। जुडको के अधिकारियों का कहना है कि फ्लाईओवर के लिए बाकी पिलर का निर्माण भी तय समय पर पूरा कर लिया जाएगा। पिलर बनने के बद फैक्ट्री से बनकर आने वाले 16-16 मीटर के सेगमेंटल गडर को पिलर पर रखा जाएगा। इसके बाद फ्लाईओवर को अंतिम रूप दिया जाना शुरू होगा। गडर चेन वाले क्रेन से पिलर पर चढ़ाया जाएगा।

नामकुम से गडर लाने में परेशानी

जुडको के अधिकारी के मुताबिक, 16 मीटर के एक गडर को फैक्ट्री से कांटा टोली लाया जाना सबसे मुश्किल काम होगा। नामकुम से 16 मीटर का गडर लाने में चौक-चौराहों पर उसे घुमाने में बहुत परेशानी आएगी। इसके बाद प्रशासन और क्षेत्र के लोगों की मदद से गडर लाकर पिलर पर चढ़ाया जाना है। अभी तक 17 पाइल कैप की कास्टिंग कर ली गई है। अधिकारियों के मुताबिक, नए साल में फ्लाईओवर निर्माण का कार्य और तेजी से पूरा हो रहा है।

8 साल से हो रहा निर्माण

वर्ष 2016 से निर्माणाधीन कांटाटोली फ्लाईओवर का काम चल रहा है। इस साल 2024 तक फ्लाईओवर का निर्माण पूरा होगा। योगदा सत्संग आश्रम बहू बाजार रांची से कांटाटोली होते हुए कोकर तक इस फ्लाईओवर का निर्माण होना है। इसकी लंबाई 2.24 किलोमीटर है। फ्लाईओवर के निर्माण पर 187.67 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 2016 में इस फ्लाईओवर का काम कराने का निर्णय लिया गया था। इसको लेकर निविदा भी निकाली गई थी। झारखंड की मोदी कंस्ट्रक्शन को काम दिया गया था, जिसने 19 पिलर भी बनाए थे, पर काम पूरा नहीं हो पाया। 2020 तक फ्लाईओवर का निर्माण पूरा हो जाना चाहिए था, लेकिन अभी तक नहीं हो पाया है।

अब 2.24 किमी हुई लंबाई

कांटाटोली फ्लाईओवर के काम में काफी तेजी आ गई है। फ्लाईओवर को रूप देने वाले आखिरी 486वें सेगमेंटल बॉक्स की कास्टिंग का काम पूरा हो गया है। फ्लाईओवर का निर्माण राज्य सरकार द्वारा तय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा। फ्लाईओवर निर्माण के क्रम में अब कुल 42 स्पैन, दो पीलरों के बीच की दूरी में से 27 स्पैन पर सेगमेंटल बॉक्स चढ़ाने का काम पूरा कर लिया गया है। इसमें 325 सेगमेंटल बॉक्स चढ़ाए गए हैं। शेष 15 स्पैन पर 160 सेगमेंटल बॉक्स चढ़ाने का काम जल्द पूरा कर लिया जाएगा। सभी 486 सेगमेंटल बॉक्स की कास्टिंग पूरी हो चुकी है।

सर्विस रोड का निर्माण शुरू

जुडको ने बताया कि बेहतर यातायात के लिए सर्विस रोड पर सड़क का निर्माण शुरू किया जा चुका है। कालीकरण का काम प्रगति पर है। सिर्फ अप्रोच और रैंप निर्माण का काम बाकी है। हालांकि, तकनीकी कारणों से सर्विस लेन का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। इसे जल्द ही शुरू किया जाएगा। सर्विस लेन के बनने से लोगों को काफी राहत होगी। अप्रोच रोड यानी फ्लाईओवर के ढलान को भी बनाने का काम तेजी से चल रहा है। अप्रोच के नीचे दुकानें बनाई जा रही हैं।