रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची को जाम फ्री करने के लिए सिटी में फ्लाईओवर निर्माण पर काम चल रहा है। तीन फ्लाई ओवर पर फिलहाल कार्य हो रहा है। तीनों का काम तेजी से हो रहा है। उन्हीं में एक सिरमटोली-डोरंडा फ्लाईओवर भी शामिल है। जिसका स्वरूप अब नजर आने लगा है। इस फ्लाईओवर का 70 परसेंट काम पूरा कर लिया गया है। समय से पहले ही राजधानी वासियों को इस फ्लाईओवर की सौगात मिल सकती है। इसके बनने के बाद सिरमटोली से डोरंडा आने-जाने वाले लोगों को जाम की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। जानकारी के मुताबिक, फ्लाईओवर के लिए 47 खंभों का निर्माण होना है, जिसमें से 36 का काम पूरा कर लिया गया है। खंभो पर रखे जाने वाले 219 आई गार्डर में से 90 बनकर तैयार हैं, 55 आई गार्डर खंभों पर रखे जा चुके हैं। सिरमटोली-डोरंडा चौक फ्लाईओवर में 51 पियर है, जिसमें सिर्फ दो का ही काम बाकी है। इससे फ्लाईओवर का स्वरूप नजर आने लगा है। इस फ्लाईओवर का काम बाकी दोनो यानी की रातू रोड से पिस्का मोड़ और कांटाटोली फ्लाईओवर के बाद शुरू हुआ है। लेकिन काम की स्पीड देख ऐसा लगता है कि दोनों फ्लाईओवर से पहले इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

अप्रैल 2024 तक का लक्ष्य

सिरमटोली फ्लाई ओवर के लिए बन रहे आठ फाउंडेशन में सभी का काम पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही मछली पार्क से मेकॉन चौक तक बनने वाले वी-सेफ का काम भी शुरू हो चुका है। करीब 340 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे इस फ्लाईओवर का काम अप्रैल 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। एग्जीक्य्रूटिव इंजीनियर इजराइल मंसूरी का कहना है कि समय रहते ही फ्लाईओवर का काम पूरा हो जाएगा। फ्लाईओवर के साथ-साथ यहां एक एलिवेटेड रोड का भी निर्माण किया जा रहा है। काम की जिम्मेवारी एलएंडटी कंपनी को दी गई है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि दिन-रात यहां निर्माण कार्य चल रहा है। बारिश में भी काम पर असर नहीं पड़ रहा है। इधर, कांटाटोली फ्लाईओवर का काम भी धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है। कांटाटोली और सिरमटोली फ्लाईओवर को आपस में जोडऩे पर विचार हो रहा है। इसके लिए सर्वे का काम जारी है।

चार सितंबर तक रूट डायवर्ट

सिरमटोली से राजेंद्र चौक होते हुए मेकॉन चौक तक फ्लाईओवर का निर्माण हो रहा है। जिसे देखते हुए रूट डायवर्ट किया गया है। चार सितंबर तक वैकल्पिक सड़क का प्रयोग किया जाएगा। सिरमटोली-मेकॉन चौक फ्लाईओवर के बनने से कांटाटोली से डोरंडा, हिनू आदि इलाकों से आने वाले वाहन बगैर जाम में फंसे सीधे निकल सकेंगे। वहीं डोरंडा एयरपोर्ट, हिनू, धुर्वा इलाके के लोग भी सीधे फ्लाईओवर से सिरमटोली और फिर कांटाटोली जा सकेंगे। इससे क्लब रोड, सुजाता चौक से राजेंद्र चौक, स्टेशन रोड, कडरु आरओबी में ट्रैफिक का बोझ कम होगा। सिरमटोली और मेकॉन चौक दोनों ओर जल्द ही अप और डाउन रैंप बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इसके अलावा ओवर ब्रिज से गुजर रही हरमू नदी के ऊपर से केबल स्टे का भी काम शुरू होगा।

मार्च तक तैयार होगा रातू एलिवेटेड रोड

इधर, 291 करोड़ की लागत से रातू एलिवेटेड रोड का निर्माण कार्य भी तेज गति से चल रहा है। यहां गार्डर चढ़ाने का काम तेजी किया जा रहा है। 101 पिलर के सहारे 3.50 किमी लंबे इस कॉरिडोर को आकार देने में 45 इंजीनियर और 500 कर्मचारी लगे हुए हैं। सभी फ्लाईओवर को बनाने में जुटे हुए हैं। इसे भी मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। रास्ता को सुगम बनाने के लिए पिस्का मोड़ के पास 600 मीटर और 510 मीटर के दो रैंप बनाए जाएंगे। पैदल चलने वाले राहगीरों के लिए फ्लाईओवर पर रोड के दोनों ओर फुटपाथ भी बनाए जाएंगे। ड्रिलिंग का लगभग 90 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है। इसके बन जाने से रातू, पंडरा, इटकी, मांडर, मुड़मा के लोगों को राजधानी आने-जाने में आसानी होगी। निर्माण कार्य केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कर रही है।