RANCHI: वह दिन दूर नहीं जब रांची में प्लेन तैयार किया जाएगा। जी हां, एचईसी जल्द ही अपने प्लांट में छोटा प्लेन तैयार करने वाला है। इसके लिए चेक गणराज्य एचईसी प्लांट में संभावनाएं तलाश रहा है। उसने छोटे प्लेन और मोबाइल एयरपोर्ट टेक्निक के लिए एचईसी को सहयोग का आश्वासन भी दिया है। जल्द ही इस प्रपोजल पर मुहर लगने वाली है। चेक गणराज्य के इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड के डिप्टी मिनिस्टर जिरी कोलिबा ने बताया कि इमरजेंसी के लिए छोटे प्लेन तैयार करने में एचईसी को सहयोग किया जाएगा। रिमोट एरियाज में मोबाइल एयरपोर्ट की टेक्निक भी चेकोस्लाविया भारत से साझा करेगा। उन्होंने बताया कि एचईसी की पुरानी मशीनों को अपग्रेड किया जाएगा।

मोनो रेल की टेक्निक देगा चेक गणराज्य

रांची में मोनो रेल चलाने के लिए चेक गणराज्य सहयोग करेगा। चेक गणराज्य के इंडस्ट्रीज एंड ट्रेड के डिप्टी मिनिस्टर जिरी कोलिबा व भारत में चेक गणराज्य के राजदूत मिलन होवार्का ने एचईसी प्लांट में मीडिया से बातचीत की। उनके साथ एचईसी के सीएमडी अभिजीत घोष व चेक एंबेसी में कॉमर्शियल इंचार्ज मिलन तोउस भी मौजूद थे। चेक गणराज्य के मिनिस्टर ने कहा कि चेकोस्लाविया के सहयोग से भ्0 के दशक में एचईसी के तीन प्लांट एफएफपी, एचएमटीपी और एचएमबीपी की स्थापना हुई थी।

हाइड्रोलिक रोप-वे में भी मिलेगा सहयोग

चेक गणराज्य हेवी इंडस्ट्रीज के अलावा एनर्जी, एटॉमिक एनर्जी, रिन्युवल एनर्जी, माइनिंग, वाटर रिसोर्स, वाटर और वेस्ट मैनेजमेंट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट आदि पर भी एचईसी को सहयोग करेगा। माइनिंग के लिए यूज हो रहे रोप वे टेक्निक में हाइड्रोलिक रोप वे तैयार करने में भी चेक गणराज्य ने एचईसी के साथ टेक्निक साझा करने की बात कही है।

वित्तीय सहायता देगा चेक

एचईसी के आधुनिकीकरण के लिए चेक गणराज्य वित्तीय सहायता करेगा। इसके लिए एचईसी मैनेजमेंट और चेक गणराज्य की ओर से प्रपोजल तैयार किया गया है। चेक गणराज्य के बैंक एचईसी को सहयोग करने के लिए तैयार हैं। एचईसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने बताया कि भारत और एचईसी के बैंकों के ब्याज दर के आकलन के बाद इस मुद्दे पर सहमति बनेगी। गौरतलब है कि चेक गणराज्य के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को सीएम रघुवर दास से भेंट की थी। सीएम ने चेक गणराज्य से झारखंड के सहयोग का आग्रह किया था।

फाइनल स्टेज में हैं प्रपोजल

एचईसी के सीएमडी अभिजीत घोष ने बताया कि जनवरी तक सभी प्रस्तावों पर मुहर लग जाने की संभावना है। इन प्रस्तावों को अभी एचईसी बोर्ड मीटिंग से पास होने के बाद कैबिनेट में अप्रूवल के लिए भेजा जाएगा। हालांकि, एचईसी के आधुनिकीकरण का प्रपोजल फाइनल स्टेज में है।