रांची (ब्यूरो)। राजधानी रांची और आसपास इलाकों में बाइक चोरी नहीं रुक रही है। आए दिन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में बाइक-स्कूटी चोरी के मामले दर्ज हो रहे हैं। एक ओर लगातार रांची पुलिस बाइक चोरों पर शिकंजा कस रही है। लगातार चोरों के पकड़े जाने के बाद भी इस अपराध में कोई कमी नहीं आई है। दरअसल, पुलिस सिर्फ प्यादों को पकड़ कर खुद को गौरवान्वित महसूस करती है। जबकि इसके सरगना पुलिस की गिरफ्त से काफी दूर रह रहे हैं। बीते छह महीने में टू व्हीलर चोरी का सिलसिला निरंतर बढ़ता जा रहा है। सिटी में करीब 700 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हैं, जिनसे पूरे शहर की निगहबानी होती है। इसके बाद भी बाइक चोरी रोकने में पुलिस सफल नहीं है। पुलिस आकंड़ों के अनुसार बीते छह महीने में 1800 से ज्यादा टू व्हीलर्स की चोरी हो चुकी है, जिसमें महज तीन सौ बाइक को पुलिस बरामद कर पाई है।

बाइक में ढो रहे कोयला

सिटी में चोरी की गाड़ी से अवैध काम धड़ल्ले से हो रहा है। यहां तक कि अवैध कोयला भी चोरी की बाइक से ढोए जा रहे हैं। दो दिन पहले ही दो कोयला तस्करों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसमें चोरी की बाइक का इस्तेमाल किये जाने का खुलासा हुआ है। कोयला ढो रहे लोगों ने पूछताछ में बताया कि एक महीना पहले कटहल मोड़ के एक युवक से 12 हजार में बाइक खरीदी थी। गाड़ी चोरी की है इस बारे में पता भी नहीं था। इधर चोरों ने अपना ट्रेंड बदल लिया है। पहले चोरी की गाड़ी को काट कर पार्ट-पार्ट अलग कर उसे कबाड़ में बेचते हैं, फिर पाट्र्स दुकानदार को बेचा दिया जाता था। लेकिन अब गाड़ी का पाट्र्स खोलकर नहीं बल्कि समूची बाइक या स्कूटी ही बेच दी जाती है। ज्यादातर अवैध काम करने वाले या गांव, देहात, जंगल में रहने वाले लोगों को गाड़ी बेची जाती है। इसके अलावा नक्सली भी चोरों से गाड़ी खरीदते हैं।

पिठोरिया बाइक चोर गिरोह धराया

कुछ दिन पहले ही पिठोरिया पुलिस ने बाइक चोर गिरोह को गिरफ्तार किया है। चोरों के पास से करीब एक दर्जन टू व्हीलर बरामद हुए हैं। इसमें बाइक और स्कूटी दोनों शामिल हैं। वहीं पिठोरिया थाना ने ही कोयला की अवैध तस्करी करने वाले भी दो लोगों को अरेस्ट किया है। उनके पास से भी चोरी की गाड़ी जब्त की गई है। गिरफ्तार बाइक चोरों ने बताया कि गांव देहात के लोग आसानी से गाड़ी खरीद लेते हैं। दाम भी ठीक ठाक मिल जाता है। गांव-देहात के लोग कागज की भी डिमांड नहीं करते हैं। बाइक चोरों ने अहम जानकारी देते हुए बताया कि बाइक की डिमांड उग्रवाद प्रभावित इलाकों में सबसे ज्यादा है। सिर्फ गांव के लोग ही नहीं, बल्कि उग्रवादी भी चोरी की बाइक की मांग करने लगे हैैं। पहले चोरी किए गए टू-व्हीलर को खपाने में मशक्कत करनी पड़ती थी, लेकिन जब से उग्रवादियों द्वारा बाइक की डिमांड होने लगी है, तब से इसमें ज्यादा परेशानी नहीं होती।

उग्रवादियों को बाइक डिलीवरी, एक धराया

चोरी की बाइक उग्रवादियों तक पहुंचाने वाले एक युवक को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। लापुंंग थाना क्षेत्र से संजय लोहरा को इस आरोप में पुलिस ने हिरासत में लिया है। इनकी निशानदेही पर चोरी की बाइक भी बरामद हुई है। युवक ने स्वीकार करते हुए बताया कि चोरों से बाइक लेकर उसे जंगल तक पहुंचाते हैं। इसके बदले में दोनों तरफ से कमिशन मिलता है। गिरफ्तार अपराधी ने बताया कि अलग-अलग स्थानों से चोरी की बाइक के नंबर बदल कर उसे उग्रवादियों तक पहुंचाया गया है।