--रांची में आज जुटेंगे 10 राज्यों और 75 विभिन्न एजेंसियों के सीनियर पुलिस ऑफिसर्स

रांची : नक्सलियों के खात्मे और प्रभावित इलाकों में विकास योजनाओं को तेज करने की रणनीति बनाने के लिए तीन दिवसीय अंतरराज्यीय कार्यशाला की शुरुआत बुधवार से सीआरपीएफ के ग्रुप केंद्र तिरिल में होगी। 10 राज्यों और केंद्र की विभिन्न एजेंसियों के 75 वरीय पुलिस अधिकारी कार्यशाला के दौरान मंथन कर एक ठोस रणनीति बनाएंगे। सीआरपीएफ के एडीजी सुदीप लखटकिया ने मंगलवार को बताया कि कार्यक्रम में ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ के डीजीपी के अलावा सीआरपीएफ, आइटीबीपी के डीजी, बीएसएफ व एसएसबी के विशेष डीजी भाग लेंगे। इसमें कई मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके जरिए नक्सल की चुनौतियों से निपटने में एक कारगर, समन्वित और प्रभावी व्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का शुभारंभ झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास करेंगे। जबकि समापन समारोह में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्रालय के वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के। विजय कुमार भी भाग लेंगे।

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सबका सहयोग जरूरी

एडीजी लखटकिया ने कहा कि नक्सल का खात्मा किसी एक एजेंसी के बूते संभव नहीं है। तमाम राजनीतिक पार्टियों के साथ सभी सरकारी महकमों और सुरक्षा एजेंसियों को मिलकर काम करना होगा। तेलंगाना इसका उदाहरण है।

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इन मुद्दों पर होगी चर्चा :

-उभरती वामपंथ उग्रवाद की चुनौतियां एवं परिचालन में अंतरराज्यीय सहयोग

-वामपंथ उग्रवाद से ग्रसित राज्यों में आधारभूत ढांचा व विकास

-उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में मीडिया एवं सामाजिक मीडिया

-वामपंथ उग्रवाद ग्रस्त क्षेत्रों में खुफिया और अन्य सूचना तंत्र की भूमिका

-सिविक एक्शन कार्यक्रम की भूमिका एवं भविष्य

-वामपंथ उग्रवाद के क्षेत्रों में तकनीक का प्रयोग

-सीआरपीएफ, डीआरजी, ग्रे-हाडंस, सी-60 कमांडों द्वारा सफलतापूर्वक किए गए अभ्यासों और कार्यो का अध्ययन

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