रांची(ब्यूरो)। पुंदाग ओपी क्षेत्र के आइएसएम चौक के पास स्थित पेट्रोल पंप में काम करने वाली 20 साल की युवती ने शुक्रवार को फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। आत्महत्या करने का यह पहला मामला नहीं है, बल्कि राजधानी रांची में इन दिनों सुसाइड के मामलों में अचानक से तेजी आ गई है। एक के बाद एक लगातार आत्महत्या के मामले सामने आ रहे हैं। पिछले कुछ महीनों में आत्महत्या के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इस संबंध में एक्सपट्र्स का कहना है कि लोगों की नाकामी, मानसिक तनाव, घरेलू विवाद, पारिवारिक बोझ, काम का दबाव, प्रेम-प्रसंग और पढ़ाई की चिंता से सुसाइड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आलम ये है कि जरा सा तनाव हुआ नहीं कि लोग बिना कुछ सोचे-समझे मौत को ही गले लगाने का निर्णय कर ले रहे हैं। एक्सपट्र्स कहते हैैं कि हर प्रॉब्लम का सॉल्यूशन है, इसलिए सुसाइड नहीं, जिंदगी चुनो।

14-40 एजग्रुप वाले ज्यादा

एक्सपट्र्स की मानें तो आत्महत्या करने वालों में 60 प्रतिशत 14 से 40 एजग्रुप वाले हैं। मानसिक दबाव में युवा अपनी जीवनलीला ही खत्म करने लगे हैं। आत्महत्या के ज्यादातर मामलों में प्रेम-प्रसंग, पढ़ाई का बोझ, दफ्तरों में काम का बोझ और पारिवारिक विवाद कारण बताए जा रहे हैं।

युवाओं में धैर्य की कमी

इन दिनों युवाओं में आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ गई है। आत्महत्या के ग्राफ में युवाओं की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस तरह की घटनाओं के पीछे की वजह यह मानी जा रही है कि आज-कल युवाओं में धैर्य की कमी हो गयी है। साथ ही बर्दाश्त करने की क्षमता भी कम होती जा रही है। इस कारण युवा वर्ग के लोग आत्महत्या की ओर ज्यादा बढ़ रहे हैं।

सुसाइड के लिए प्रेरित करना भी क्राइम

कोई व्यक्ति अगर किसी को आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करता है तो यह भी एक दंडनीय अपराध है। ऐसे मामले सामने आने पर पुलिस हत्या करने के लिए उकसाने वाले के खिलाफ धारा 306 के तहत कार्रवाई करती है। इसके अलावा आत्महत्या का प्रयास भी अपराध की श्रेणी में आता है, लेकिन इस कानून में संशोधन किए गए हैं। आत्महत्या की घटनाएं होने के बाद ज्यादातर मामलों में यूडी केस दर्ज कर मामले को छोड़ दिया जाता है। पुलिस इस बात का पता लगाने का प्रयास नहीं करती है कि कहीं उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया तो नहीं गया। पुलिस मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर उसे आत्महत्या मान कर छोड़ देती है।

हाल के दिनों में हुई आत्महत्या

08 अप्रैल: रांची के पुंंदाग में युवती ने फंदे से झूल कर आत्महत्या कर ली। युवती का नाम ङ्क्षडपल कुमारी है। वह मूल रूप से बोकारो के नावाडीह की रहने वाली थी।

4 अप्रैल 2022 को रांची के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में दो लोगों ने आत्महत्या की। एक छात्र ने अरगोड़ा इलाके में आत्महत्या की तो सुसाइड की दूसरी घटना सुखदेव नगर इलाके में हुई।

25 मार्च 2022: पंडरा इलाके में 11वीं के छात्र ईशान आर्यन ने आत्महत्या कर ली। उसका जेवीएम श्यामली में एग्जाम चल रहा था और उसके फिजिक्स का पेपर सही नहीं गया था। इस वजह से डिप्रेशन में था।

डोरंडा इलाके में डॉ एके ठाकुर की पत्नी गीता ठाकुर ने फंखे से झूल कर आत्महत्या कर ली थी। गीता ठाकुर लंबे समय से डिप्रेशन में थीं और उनका इलाज चल रहा था।

4 फरवरी 2022 को खेल गांव थाना क्षेत्र स्थित न्यू खटंगा रोड नंबर-1 में प्रेमी जोड़े ने एक साथ आत्महत्या कर ली थी।