रांची(ब्यूरो)। अगर आप भी बस और ऑटो में सफर करते हैं तो अलर्ट रहने की जरूरत है। सिटी बस हो या ऑटो दोनों में सफर करते वक्त पूरी सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है। हो सकता है आपके बगल में बैठे शख्स की नजर आपके सामान या आपके पर्स पर हो। पलक झपकते ही आपका सामान गायब हो सकता है। दरअसल पैसेंजर ऑटो हो या सिटी बस दोनों में इन दिनों पॉकेट मार से लेकर चोर भी सफर कर रहे हैं। बीत हफ्ते भर में तीन चोर पकड़ में आ चुके हैं। बुधवार को भी रातू रोड में ऑटो में बैठे एक चोर को दबोचा गया। ऑटो में बैठी लड़की का बैग चुराकर चोर भागने का प्रयास कर रहा था। लेकिन ऐन मौके पर पब्लिक के हत्थे चढ़ गया। लोगों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। इसके अलावा मेन रोड और कांटाटोली से भी एक चोर अरेस्ट हो चुका है।
बसों में ओवरलोडिंग
सिटी में बस ड्राइवर और कंडक्टर की लापरवाही देखी जा रही है। बस में भेड़-बकरियों की तरह सवारी बैठाई जा रही है। जिसका फायदा चोर उठा रहे हैं। भीड़ में घुसकर सामान गायब कर चोर बीच रास्ते में ही उतर जाते हैं। बसों में बैठने वाले यात्री भी इसकी कई बार शिकायत कर चुके हैं। लेकिन ज्यादा पैसे कमाने की चाहत में बस ड्राइवर और कंडक्टर क्षमता से अधिक पैसेंजर बिठा लेते हैं। नगर निगम की ओर से भी बस की सीट के अनुसार ही यात्री बिठाने का आदेश दिया गया है। लेकिन बस ड्राइवर सभी आदेशों की अवहेलना कर और नियमों को ताक पर रखकर पैसेंजर बिठा रहे हैं। बुधवार को भी मेन रोड में कैपासिटी से ज्यादा यात्रियों को बिठाते हुए देखा गया। बस में बैठे सवारियों ने भी इसकी शिकायत की।
अपने सामान की रक्षा खुद करें
बसों में यात्रियों को अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें फार्मूला से पैसेंजर बिठाए जा रहे हैं। थोड़ी सी लापरवाही भी यात्रियों को भारी पड़ सकती है। यदि यात्री अपने सामान की रक्षा न करें तो सामान गायब होने में समय नहीं लगेगा। ऐसा ही कुछ लालपुर से बिरसा चौक जा रही महिला के साथ हुआ। मौका मिलते ही चोर महिला का बैग ले उड़े। बैग में कैश, मंगलसूत्र और कुछ डॉक्यूमेंट्स थे। महिला ने इसकी शिकायत थाने में कराई है। लेकिन चोर अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। वहीं बीते हफ्ते दो चोर को पब्लिक ने खुद ही दबोच कर पुलिस के हवाले किया था। इसके बाद भी न तो पुलिस और न ही नगर निगम ने इसे गंभीरता से लिया है।
काफी खामियां हैं सिटी बस में
नगर निगम की ओर से चलने वाली सिटी बस में कई सारी खामियां हैं। बस में महिलाओं की सीट पर पु़रुष बैठे नजर आते हैं। वहीं स्कूल-कॉलेज गोइंग गर्ल स्टूडेंट्स को भी बस के गियर बॉक्स पर बिठाया जाता है। कैपासिटी से ज्यादा पैसेंजर तो ढोए ही जाते हैं। कई पैसेंजर बसों के गेट पर भी खड़े रहते हैं, जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है। बस में सेफ्टी पर भी कोई ध्यान नहीं दिया जाता है वहीं ऑटो वाले भी पीछे नहीं हैं। ऑटो में ठुस कर सवारियों को बिठाया जाता है। ऑटो ड्राइवर को अपने बगल में पैसेंजर बिठाने की अनुमति नहीं है। लेकिन ऑटो ड्राइवर अपने बगल में एक नहीं बल्कि चार सवारी बिठाते हैं। ऑटो और बसों में क्षमता से ज्यादा सवारी बिठाने और भीड़ का फायदा भी चोर उठा लेते हैं।

लोगों ने बताई परेशानी
बसों में न तो सोशल डिस्टेंसिंग है और न सुरक्षा का कोई इंतजाम। सीट फुल होने के बाद भी ड्राइवर बस खड़ी रखते हैं ताकि और पैसेंजर चढ़ सकें, जिससे काफी दिक्कत होती है। नगर निगम को ध्यान देना चाहिए।
- सुनीता

बस में चोर घूम रहे हैं। लेकिन न तो पुलिस और न ही नगर निगम ध्यान दे रहा है। आम लोग यदि अलर्ट न रहे तो उनका सामान आराम से गायब हो सकता है। बस में इतनी भीड़ रहती है कि चोर का पता लगाना भी मुश्किल है।
- संतोष गुप्ता