रांची(ब्यूरो)। राजधानी में चोरी की वारदात थम नहीं रही है। हर हफ्ते किसी न किसी इलाके में चोरी हो रही हैं। रांची पुलिस ने बीते दिनों गिरोह के पांच लोगों को अरेस्ट किया, जिन्होंने पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं। चोरों ने पुलिस को बताया कि चोरी से पहले इसकी योजना तैयार की जाती है। दिन में गिरोह के दूसरे सदस्य घरों की रेकी करते हैं। मुहल्ले और कॉलोनियों में घूमकर सुनसान मकान, ताला लगे मकान की रेकी करते हैं। पूरे दिन घर के आसपास खड़े रहकर कौन आ रहा, कौन जा रहा है, इस पर नजर रखते हैं। पूरी तरह आश्वस्त होने के बाद रात के अंधेरे में गिरोह के अन्य सदस्य निकलते हैं और कांड को अंजाम देते हैं।

रातोंरात दूसरे जिला फरार

चोरों का गिरोह रात के अंधेरे में चिन्हित किए घर में वारदात को अंजाम देने पहुंचता है। पुलिस की गिरफ्त में आए गिरोह के सदस्यों ने बताया कि दिन में टारगेट चिन्हित किए जाते हैं, रात में उसे अंजाम दिया जाता है। गिरोह के दो सदस्य घर के अंदर जाते हैं, और दो बाहर खड़े रहकर पहरेदारी करते हैं। वहीं एक सदस्य ऑटो लेकर बाहर तैयार रहता है। जैसे ही काम पूरा हुआ सारा सामान ऑटो में लोड कर रातोंरात दूसरे जिले निकल जाते हैं। जहां चोरी के सामान को ठिकाने लगाने के बाद उससे प्राप्त राशि आपस में बांट लेते हैं।

खरीदार रहता है तैयार

चोरों ने बताया कि चोरी के सामान खरीदने वाले व्यक्ति भी पहले से तैयार कर लिये जाते हैं। जो भी दाम मिले उसी कीमत पर सामान छोड़ दिया जाता। वह व्यक्ति इसे दूसरी जगह सप्लाई कर देता है। वहीं कैश हाथ लगने पर सभी सदस्य बराबर बंटवारा कर लेते हैं। चोरों का यह गिरोह दिन में और कोई काम नहीं नहीं करता। सिर्फ गली-मुहल्ले में घूमकर घरों और दुकानों की रेकी करता है। चोरों के गिरोह में ताला तोडऩे वाले एक्सपर्ट भी शामिल हैं। पुलिस की गिरफ्त में आते ही चोरों ने कहा कि अब तक 29 जगहों पर चोरी को अंजाम दे चुके हैं। जिसमें घर और दुकान शामिल हैं। गिरोह के सदस्य महंगी शराब और बड़े होटल में रहने के शौकीन हैं। चोरी के सामान खपाने के बाद ये लोग दूसरे जिले में जाकर अय्याशी करते हैं। गिरोह के सदस्य कई बार जेल भी जा चुके हैं। जेल से आने के बाद भी फिर से ये लोग इसी काम में लग जाते हैं।

गिरोह में महिलाएं व बच्चे भी

चोरों के गिरोह में महिलाएं भी शामिल हैं। इनका काम भी घरों और दुकानों की रेकी करना ही होता है। दिन में विभिन्न इलाकों में घूमकर घरों को चिन्हित करती हैं। मौका मिलते ही दिन में ही महिलाएं सामानों पर हाथ भी साफ कर लेती हैं। कई बार लोगों के घरों से लैपटॉप, मोबाइल फोन जैसे सामान गायब होने की शिकायतें थानों तक पहुंचती हैं। सिर्फ महिलाएं ही नहीं, बल्कि इस काम में बच्चे भी सहयोग करते हैं। छोटे बच्चों से भी चोरी की वारदात को अंजाम दिलवाया जाता है।

क्यूआरटी ने गिरोह के कुछ सदस्यों को गिरफ्तार किया है। उनसे पूछताछ में कई जानकारियां मिली हैं। इस आधार पर छानबीन की जा रही है।

-शुभांशु जैन, सिटी एसप , रांची