रांची (ब्यूरो) । वल्र्ड का सबसे बड़ा लीग मैच इंडियन प्रीमियर लीग यानी की आईपीएल के आगाज हुए 15 दिन बीत चुके हैं, जिसकी शुरुआत होते ही सट्टेबाज भी एक्टिव हो गए। राजधानी रांची की गली-गली में सट्टेबाजी हो रही है। पान की दुकान से लेकर सैलून में भी आईपीएल पर दांव लगाया जा रहा है। शहर से लेकर रूरल एरिया में सट्टेबाजी का खेल चल रहा है। कोई इसमें रुपए जीत रहा है तो कोई हार भी रहा है। फिर भी लोगों पर इसका नशा चढ़ा है कि हारने के बाद भी लोग दांव लगाना नहीं छोड़ रहे हैं। दरअसल, ये आइपीएल नहीं, बल्कि सट्टेबाजी का नशा है, जो सिटी के लोगों का उतर नहीं रहा है।

टॉस से जीत-हार तक दांव

मैच के टॉस से लेकर हर ओवर, रन, विकेट आदि सबकुछ पर सट्टा खेला जा रहा है। मैच की पहली बॉल से लेकर टीम की जीत तक भाव चढ़ते-उतरते रहते हैं। आईपीएल पर दांव लगाने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि हर दिन, हर मैच में सैकड़ों लोग दांव लगा रहे हैं। कम से कम पांच सौ रुपए का सट्टा लगता है, जितने पर इसका डबल। वहीं मैच के अनुसार कभी-कभी लगाए गए दांव का डबल, ट्रिपल अमाउंट भी मिल जाता है। मैच में कौन टॉस जीतेगा, कौन हारेगा, टॉस जीतने वाली टीम बल्लेबाजी करेगी या फील्डिंग से लेकर मैच की हार-जीत पर दांव लगाया जा रहा है। हर छोटी-बड़ी हर दुकान से लेकर चौक-चौराहों तक सिर्फ आइपीएल की ही चर्चा है।

हर एज ग्रुप के लोग

सिर्फ युवा ही नहीं, बल्कि हर उम्र के लोग इस नशे के शिकार हो रहे हैं। यहां तक कि 18 साल से कम उम्र के बच्चे भी इससे अछूते नहीं हैं। हालांकि, सट्टेबाजों के जाल में ज्यादातर युवा वर्ग ही फंस रहा है। पुलिस प्रशासन को भी इस बात की भनक है, लेकिन सबकुछ इस तरह खुलेआम चल रहा है जैसे सट्टेबाजी को वैधानिक मान्यता मिल गई है। हजारों रुपए दांव पर लगाने के लिए सेटिंग हो रही है। युवाओं की टोली पहले अपने में टीम में कौन-कौन चैम्पियन खिलाड़ी हैं और कौन जीत और हार सकता है। इसका अंदाजा लगाकर पैसे लगाया जा रहा है। इन दिनों मोबाइल पर बोल कर सट्टे के साथ ही वेबसाइट पर आइडी बनाकर भी सट्टा खेल हो रहा है, जिसमें रुपए जमा करने के बाद क्वाइन मिलते हैं। क्वाइन हारने जीतने के हिसाब से पेमेंट होता है। इसके लिए ही बड़े सट्टेबाजों ने अपने वसूली एजेंट के साथ-साथ पूरा गैंग भी तैयार कर रखा है।