RANCHI : झारखंड में पासपोर्ट की 'उड़ान' अभी भी आसान नहीं है। पुलिस वैरिफिकेशन के अभाव में पासपोर्ट बनाने के हजारों मामले पेंडिंग हैं। आवेदन लगातार पासपोर्ट ऑफिस की दौड़ लगाते रहते हैं, लेकिन पुलिस द्वारा वैरीफिकेशन रिपोर्ट नहीं सौंपे जाने से उनके पासपोर्ट जारी करने में दिक्कतें आती है। पासपोर्ट ऑफिस के अधिकारियों का कहना है कि वे आवेदक से संबंधी रिपोर्ट समय पर संबंधित जिले के थाने को भेज देते हैं, लेकिन वहां से वैरीफिकेशन रिपोर्ट आने में काफी वक्त लग जाता है। ऐसे में आवेदकों के पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया अटकी रहती है।

समय पर नहीं मिलती रिपोर्ट

पासपोर्ट कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि पासपोर्ट बनाने का प्रॉसेस दो दिन में पूरा हो सकता है, लेकिन पुलिस वैरीफिकेशन रिपोर्ट आने में एक महीने से ज्यादा का वक्त लग जाता है। मालूम हो कि पासपोर्ट बनाने के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने के बाद आवेदक का फोटो और डॉक्यूमेंट संबंधित जिले के एसपी ऑफिस को ऑनलाइन भेज दिया जाता है.पुलिस को 21 दिन के अंदर रिपोर्ट देना है, लेकिन वहां महीनों तक वैरीफिकेशन रिपोर्ट अटकी रहती है। ऐसे में आवेदक को पासपोर्ट जारी नहीं हो पाता है।

देती है 150 रुपए

पासपोर्ट ऑफिस की ओर से एक आवेदन के वैरीफिकेशन के लिए पुलिस को 150 रुपए दिए जाते हैं। आवेदक के पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया चालू होते ही संबंधित जिले के एसपी के ऑफिशियल बैंक खाते में ये रुपए ट्रांसफर कर दिए जाते हैं। इसके बाद भी पुलिस द्वारा वैरीफिकेशन रिपोर्ट भेजने में लापरवाही बरती जाती है। जहां 21 दिनों में वैरीफिकेशन रिपोर्ट पासपोर्ट ऑफिस को मिल जाना चाहिए, वहीं यह महीनों पुलिस के अटकी पड़ी रहती है।

पासपोर्ट ऑफिस से ऑनलाइन कनेक्ट होंगे थाने

पासपोर्ट अधिकारी बताते हैं अगर पुलिस रिपोर्ट समय पर मिल जाए तो तय समय से हमलोग पासपोर्ट इश्यू करेंगे। इसके लिए पायलट प्रोजेक्ट के रूप मे बोकारो जिले को चुना है जहां एक थाने को पासपोर्ट कार्यालय से ऑनलाइन कनेक्ट किया जाएगा, उस थाना क्षेत्र मे रहने वाले व्यक्ति को पासपोर्ट बनाने के साथ ही थाने को रिपोर्ट दे दी जाएगी और कम समय मे रिपोर्ट पासपोर्ट ऑफिस को मिलेगा, इस पायलट प्रोजेक्ट को सफल होने के बाद पुरे राज्य मे भी इसको लागू किया जा सकता है।