रांची(ब्यूरो)। राजधानी रांची की ट्रैफिक व्यवस्था को स्मूद करने के लिए रांची ट्रैफिक पुलिस एक और फार्मूले पर काम करने जा रही है। ट्रैफिक विभाग ने सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था को संभालने के लिए होम गार्ड के जवानों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया है। हर दिन सड़क पर बढ़ रहे ट्रैफिक लोड को देखते हुए पुलिस लगातार नए प्रयोग कर रही है। लेकिन अबतक किसी भी प्रयोग में पुलिस को सफलता नहीं मिली है। शहर में आज भी जाम की समस्या सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है। इसे दूर करने के लिए होमगार्ड के जवानों की तैनाती की जाएगी। सिटी के चौक-चौराहों पर होमगार्ड के जवानों को ड््यूटी दी जाएगी। ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर होमगार्ड के जवान ट्रैफिक क्लियर करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।

100 होमगार्ड जवान होंगे तैनात

राजधानी रांची में एक ओर लगातार ट्रैफिक लोड बढ़ रहा है। लेकिन इसे संभालने के लिए विभाग के पास पर्याप्त ट्रैफिक के जवान भी नहीं है। राजधानी में वैसे तो 700 स्वीकृत पद हैं। लेकिन महज चार सौ जवान ही सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे हैं। इसमें तीन सौ पुरुष और 100 महिला ट्रैफिक पुलिस शामिल हैं। मैन पॉवर की कमी को देखते हुए ही होमगार्ड के जवानों का इस्तेमाल करने का निर्णय लिया गया है। ट्रैफिक एसपी कुमार गौरव ने बताया कि फिलहाल होमगार्ड के 100 जवानों को तैनात किया जाएगा। जरूरत पडऩे पर इसमें बढ़ोतरी की जाएगी। उन्होंने बताया कि कई चौक-चौराहों पर जवानों की संख्या कम है। इन होमगार्ड जवानों की तैनाती केवल कटिंग पर ही की जाएगी या जिन ट्रैफिक पोस्ट पर जवानों की संख्या कम है वहां की स्ट्रेंथ को बढ़ाया जाएगा। ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब शहर की यातायात व्यवस्था में मैनपावर की कमी को पूरा करने के लिए होमगार्ड के 100 जवानों को तैनात किया जाएगा।

गृह विभाग की मंजूरी

होमगार्ड के जवानों की तैनाती की स्वीकृति गृह विभाग से भी दे दी गई है। अब वित्तीय विभाग से हरी झंडी मिलना बाकी है। सिग्नल मिलते ही शहर में होमगार्ड के जवान भी ट्रैफिक संभालते हुए दिखने लगेंगे। इसके लिए जवानों को ट्रैफिक व्यवस्था संभालने की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। बता दें कि जिन होमगार्ड जवानों की तैनाती शहर की यातायात व्यवस्था संभालने के लिए की जा रही है, वे सभी फिलहाल या तो किसी के बॉडी गार्ड के रूप में काम कर रहे हैं, या फिर उनकी तैनाती किसी थाने में है।

पहले भी कई प्रयोग

राजधानी रांची में अनकंट्रोल हो चुकी ट्रैफिक व्यवस्था को कंट्रोल करने के लिए रांची पुलिस पहले भी कई प्रयोग कर चुकी है। लेकिन हर बार असफल ही रही है। इससे पहले ट्रैफिक संभालने के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया गया, ट्रैफिक क्यूआरटी का गठन किया गया है। जैप के जवानों से मदद ली गई, यहां तक की कई सड़कों को वन वे किया गया, कहीं कटिंग बंद कर फिर उसे खोल दिया गया है। लेकिन तमाम प्रयासों के बाद भी शहर में ट्रैफिक की समस्या जस की तस बनी हुई है। बल्कि लोड पहले से और अधिक बढ़ गया है। इन सिटी में तीन फ्लाईओवर का निर्माण कार्य एक साथ किया जा रहा है। जिससे सड़क को बार-बार डायवर्सन करना पड़ा रहा है। इससे भी जाम की समस्या काफी ज्यादा बढ़ जाती है।

पिस्का मोड से रातू रोड हालत पस्त

पंडरा-पिस्का मोड़ होते हुए रातू रोड जाने वाली सड़क इन दिनों पूरे दिन जाम रहती है। एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण कार्य की वजह से ट्रैफिक पर ज्यादा असर पड़ रहा है। सुबह नौ से रात नौ बजे तक सड़क पर जाम रह रहा है। सैकड़ों गाडिय़ां सड़क पर रेंगती नजर आती हैं। इस सड़क से हर दिन दर्जनों एंबुलेंस भी पार होती हैं, जिन्हें जाम में फंसना पड़ता है। सड़क जाम रहने के कारण लोगों को गली-मुहल्ले से होकर आवागमन करना पड़ रहा है, जिस कारण गली-मुहल्ले की सड़क में भी जाम की समस्या बढ़ गई है। जाम की समस्या आम लोगों की गलती से भी बढ़ती है। लोग हड़बड़ में आड़ा-तीरछा गाड़ी खड़ी कर देते हैं। हालांकि अब देखने वाली बात यह होगी कि होमगार्ड के जवान ट्रैफिक जाम की समस्या से कितनी निजात दिला पाते हैं।

सिटी में हर दिन ट्रैफिक लोड बढ़ रहा है। मैन पॉवर की कमी के कारण थोड़ा असर पड़ता है। इसे ठीक करने के लिए होमगार्ड के जवानों की मांग की गई थी। विभाग ने इस पर स्वीकृति दे दी है।

-कुमार गौरव, ट्रैफिक एसपी, रांची