रांची (ब्यूरो)। सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से एक अभियान चलाया गया, जिसमें रोड एक्सीडेंट से जुड़े अलग-अलग बिंदुओं को हमने मसला ए जिंदगी शीर्षक से प्रकाशित हो रहे अभियान में हाईलाइट करने और लोगों को सड़क हादसों के प्रति अवेयर करने का काम किया। इस अभियान से राजधानी के ट्रैफिक डीएसपी जीतवाहन उरांव भी जुड़े। उन्होंने भी लोगों को रोड सेफ्टी के प्रति अवेयर किया। साथ ही ट्रैफिक रूल को फॉलो करते हुए गाड़ी चलाने की अपील भी की। इसी अभियान के तहत दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग करते हुए रोड एक्सीडेंट से जुड़ा एक सर्वे भी किया, जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पूछे गए सवालों के जवाब दिए। करीब 68 परसेंट लोगों ने ट्रैफिक सिस्टम में सुधार की बात कही है तो वहीं 61 परसेंट लोगों ने यह माना है कि शराब पीकर गाड़ी चलाने से हादसे ज्यादा होते हैं।
रफ्तार ले रही है जान
पूछे गए छह सवालों में लोगों ने अपनी-अपनी राय दी। किसी ने तेज रफ्तार को तो किसी ने रांग साइड ड्राइविंग को रोड एक्सीडेंट का प्रमुख वजह माना है। हादसों में लोग जान भी गंवा रहे हैं। फिर भी कोई सुधरने को तैयार नहीं है। सर्वे रिपोर्ट में ट्रैफिक सिग्नल का न जलना, ट्रैफिक जवानों की कमी, खराब सड़क आदि बातें भी सामने आईं हैं। हालांकि रोड एक्सीडेंट की बड़ी वजह रैश ड्राइविंग भी है। इसे ट्रैफिक डीएसपी ने स्वीकार भी किया है। बताया कि सड़क पर कम उम्र के युवा 200 या इससे भी ज्यादा सीसी की बाइक लेकर हाई स्पीड में चलाते हैं। अनियंत्रित होकर कई बार हादसों के शिकार हो जाते हैं। इसके अलावा ट्रैफिक रूल्स का पालन नहीं करना भी यूथ के एटीट्यूड में शामिल है। ज्यादातर युवा बिना हेलमेट के ही गाड़ी ड्राइव करते हैं।
भीषण हादसे में एक की मौत
11 से 17 जनवरी तक सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत राजधानी रांची में भी विभिन्न एक्टिविटीज कराई गईं, जिसमें लोगों को रोड एक्सीडेंट के प्रति अवेयर किया गया। लेकिन एक ओर जहां प्रशासन लोगों को अवेयर कर रहा था, वहीं दूसरी ओर सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान भी हादसों में लोग अपनी जान गंवा रहे थे। इसी हफ्ते मंगलवार की देर रात धुर्वा के सीठियो में भीषण सड़क हादसा हुआ। इसमें एक युवक की मौत हो गई, जबकि तीन युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार, चारों युवक शराब के नशे में थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार की गति काफी तेज थी। अनियंत्रित होकर यह डिवाइडर से टकराई और सड़क पर ही कई बार पलटी मारी। दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि एक युवक कार की खिड़की का शीशा तोड़ते हुए बाहर जा गिरे। इसके अलावा रोड सेफ्टी वीक में भी सड़क हादसे होते रहे। इसे रोकने के लिए खुद में जागरूकता लानी होगी। गाड़ी संभलकर और नियमों का पालन करते हुए ड्राइव करने पर दुर्घटना की आशंकाएं काफी कम हो सकती हैं।
सर्वे में पूछे गए सवाल
1. रोड एक्सीडेंट की बड़ी वजह क्या है?
18 परसेंट लोगों का कहना है रांग साइड ड्राइविंग
21 परसेंट लोगों ने हाई स्पीड व रैश ड्राइविंंग को वजह बताया
61 परसेंट का कहना है कि ड्रंक एंड ड्राइव से हो रहे सड़क हादसे

2. ई-रिक्शा कितना बन रहा है वजह?
31 परसेंट लोगों ने बताया कि ई-रिक्शा के कारण जाम रहती है सड़क
10 परसेंट लोग कहते हैं ई-रिक्शा से लोग हो रहे हैं चोटिल
7.2 परसेंट लोगों ने इसे डेवलपमेंट में बाधक बताया है।
39.6 परसेंट को लगता है इससे कोई परेशानी नहीं है

3. ड्रंक एंड ड्राइव की रेगुलर चेकिंग होती है या नहीं?
47.2 परसेंट लोग मानते हैं कि जांच होती उन्होंने कभी नहीं देखी है।
18.9 परसेंट लोग कहते हैं कभी-कभार दिखा है।
35.8 परसेंट लोगों का कहना है इसमें सुधार जरूरी है।

4. रांची की सड़क ट्रैफिक लोड संभालने के लायक है?
71.2 परसेंट लोगों ने माना की सड़क का चौड़ीकरण जरूरी है।
5.8 परसेंट लोग सड़क को ठीक मानते हैं। कहा-वाहन की संख्या कम होनी चाहिए।
40.4 परसेंट लोगों ने वैकल्पिक रास्ता निकालने की सलाह दी है।

5. ट्रैफिक लाइट का अनुभव?
62.3 परसेंट लोगों ने बताया ज्यादातर खराब रहती है।
26.4 परसेंट का कहना है कि टाइमर बेतरतीब सेट किया गया है।
11.4 परसेंट लोगों को इससे कोई शिकायत नहीं है