रांची(ब्यूरो)। ट्रैफिक पुलिस चाहे कुछ कर ले, हम नहीं सुधरेंगे। राजधानी के अधिकांश लोगों ने यही मंत्र अपना लिया है। रोड पर व्हीकल ड्राइव करने के दौरान कायदा-कानून को ताक पर रख देते हैैं। बाइक या स्कूटी चलाते वक्त हेलमेट लोगों के सिर नहीं हाथ की शोभा बन रही है। बाइक पर दो के बदले चार लोगों के बैठने को अपनी शान समझ रहे हैैं। हालांकि, ऐसा करके वे अपने साथ-साथ बीबी-बच्चों की भी जान जोखिम में डाल रहे हैं।
लापरवाही से हो रहे हादसे
सड़क दुर्घटना में अक्सर यह देखा गया है कि इसके पीछे की वजह लापरवाही होती है। केयरलेस ड्राइविंग, ड्रिंककर के गाड़ी चलाना, रैश ड्राइविंग की वजह से दुर्घटनाएं हो रही हैैं। हेलमेट पहने व्यक्ति को कई बार एक्सीडेंट के बाद भी सुरक्षित बचते देखा गया है। इसके बावजूद लोग हेलमेट पहनना जरूरी नहीं समझ रहे हैं। रांची की सड़कों पर सैकड़ों लोग ट्रैफिक रूल्स ब्रेक करते हुए गाड़ी ड्राइव करते हैं। सिर्फ युवा ही नहीं बल्कि पेरेंट्स भी नियमों की अनदेखी कर रहे हैैं।
पुलिस जांच में कोताही
ट्रैफिक पुलिस इन दिनों चौक-चौराहों पर न तो हेलमेट, न गाड़ी के पेपर और न ही रूल्स वॉयलेशन की जांच कर रही है। कुछ महीने पहले तक नियमित जांच का असर भी देखा जा रहा था, लेकिन जब से पुलिस के ढीला पड़ते ही लोग ट्रैफिक रूल्स वॉयलेशन करते दिख रहे हैं। बीते करीब डेढ़ साल से ट्रैफिक एसपी का पद खाली है। इसका नतीजा है कि ट्रैफिक पुलिस भी काम में कोताही बरत रही है। ट्रैफिक पुलिसकर्मियों का भी कहना है कि जब कप्तान ही नहीं है तो काम कहां से सही से होगा।
रोड सेफ्टी कमिटी की रिपोर्ट
राजधानी रांची में हर महीने 50 से 55 रोड एक्सीडेंट हो रहे हैं। यह आंकड़ा रोड सेफ्टी कमिटी का है। कमिटी का कहना है कि बीते दो वर्षों में सड़क हादसों में 28 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इन हादसों में न जाने कितने घर उजड़ गए, कितने परिवार बिखर गए, लेकिन फिर भी लोग सुधरने के लिए तैयार नहीं है। लापरवाही से ड्राइविंग करने के साथ-साथ खराब सड़कें भी रोड एक्सीडेंट की वजहें बन रही हैैं। पिछले तीन साल में सड़क हादसों की संख्या लगातार बढ़ी है।
आंकड़े दे रहे गवाही
-इस साल बीते छह महीने में 327 रोड एक्सीडेंट हुए है, जिनमें 231 लोगों की जान जा चुकी है।

-वर्ष 2021 में 634 रोड एक्सीडेंट हुए, जिनमें 492 लोग काल के गाल में समा गए।

-वर्ष 2020 में 552 सड़क हादसे हुए, जिनमें 384 लोगों ने जान गंवाई।

ट्रैफिक पुलिस जांच करने के साथ ही साथ चालान भी काट रही है, लेकिन फिर भी कुछ लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे है। ट्रैफिक रूल्स पब्लिक की सेफ्टी के लिए है, इसका पालन जरूर करें।
-जीतवाहन उरांव, ट्रैफिक डीएसपी, रांची