RANCHI : दिल्ली के बुराड़ी और हजारीबाग के माहेश्वरी परिवार सुसाइड केस को लोग अभी भूले भी नहीं थे कि राजधानी रांची में एक ही परिवार के सात लोगों की मौत से पूरा शहर स्तब्ध है। दिल दहला देने वाली यह घटना कांके थाना एरिया के बोड़ेया -अरसंडे के राइस मिल के पास की है, जहां दीपक झा ने अपने भाई रुपेश के साथ मिलकर पहले अपने माता-पिता, पत्नी और दो मासूम बच्चों को मार डाला और फिर फंदे से झूलकर दोनों ने अपनी भी जान दे दी। स्तब्ध करने वाली इस घटना की जानकारी मिलते ही घर में भीड़ उमड़नी शुरू हो गई। मौके पर डीआईजी, एसएसपी और रुरल एसपी ने पहुंचकर पूरे घटना की जानकारी ली और शवों को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया।

बनाई गई जांच टीम

डीआईजी ने बताया कि रांची पुलिस की टीम ने घर के एक कमरे से पांच शव तो दूसरे कमरे में फंदे से झूलते दो भाइयों का शव बरामद किया है। आखिर क्या वजह है कि दो भाइयों ने पहले अपने परिजनों को मार डाला फिर आत्महत्या कर ली, इसकी जांच के लिए पुलिस की एक टीम बना दी गई है। इसमें चार डीएसपी और चार थानेदार को शामिल किया गया है। इस टीम को पूरे मामले की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। इधर, एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंची और कई सैंपल कलेक्ट कर अपने साथ ले गई।

ये हैं मृतक (बाक्स)

दीपक झा

सोना देवी (पत्नी)

सच्चिदानंद (पिता)

गायत्री देवी (माता)

रुपेश झा (भाई)

जंगू (पुत्र)

क्या कहती है 15 पेज की सुसाइड नोट

1- गबन मामले फंसाए जाने का था डर

रांची पुलिस ने कमरे से 15 पन्ने का सुसाइड नोट मिला है, जिसमें आत्महत्या की कई वजहों का जिक्र किया गया है। सुसाइड नोट के अनुसार, दीपक और रुपेश जिस निजी कंपनी में काम किया करते थे उस कंपनी में गबन किए जाने का मामला सामने आया था। दोनों भाइयों को डर था की कहीं उन्हें इस मामले में न फंसा दिया जाए। इस वजह से पूरा परिवार परेशान रहा करता था।

2- बच्चे के इलाज में खर्च हो गए थे 20 लाख रुपए

सुसाइड नोट में दीपक झा ने इस बात का भी जिक्र किया है कि उनका सवा साल का बेटा जंगू ब्रेन के गंभीर बीमारी से ग्रसित था। उंसके इलाज में 20 लाख रुपए से अधिक की रकम खर्च हो चुकी थी। इस वजह से पूरा परिवार कर्ज में डूबा था। ऐसे में आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने भाई के साथ मिलकर पहले अपनी पत्नी, माता-पिता व दो मासूमों को मार डाला और फिर अपनी जान दे दी।

3- कर्जे में डूबा था पूरा परिवार

बेटे के इलाज और घर परिवार को चलाने के लिए दीपक झा ने कई लोगों से उधारी ली थी। लेकिन, आर्थिक तंगी के कारण वह उधार की रकम वापस नहीं कर पा रहा था। पूरा परिवार कर्जे में डूबा हुआ था। घर के किराए के अलावा बच्चों के स्कूल फीस, किराना और दूध के पैसे भी वह नहीं दे पा रहा था। ऐसे में आर्थिक संकट के कारण उसने यह कदम उठा लिया।

4- बहन की लव मैरिज से डिप्रेशन में था दीपक

पुलिस को जांच के दौरान यह भी पता चला कि दीपक की छोटी बहन ने कांके में रहने वाले एक युवक के साथ लव मैरिज की थी। उसकी इस शादी से दीपक समेत पूरा परिवार नाराज था। उन्होंने जीते-जी ही उसका अंतिम संस्कार व क्रिया कर्म तक कर डाला था। खास बात है कि बगल में ही रहने वाली संध्या इस घटना के बाद भी नहीं आई।

5-तंत्र-मंत्र, टोना-टोटका तो वजह नहीं

दीपक ने अपने भाई के साथ मिलकर जिस तरह अपने पांच परिजनों को मार डाला, उसे लेकर कई कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ का तो कहना है कि आर्थिक तंगी से उबरने के लिए उन्होंने तंत्र-मंत्र, टोना-टोटका का सहारा लिया था, लेकिन जब कोई राहत नहीं मिली तो उसने यह कदम उठा लिया।