रांची (ब्यूरो) । रांची के सबसे बीजी रोड में से एक लालपुर से कोकर अगले हफ्ते से जाम फ्री नजर आने लगेगा। डिस्टिलरी पुल पर बने मार्केट में 74 दुकानदारों को दुकानें अलॉट कर दी गई हंै। अगले मंगलवार से दुकानदार अपनी दुकानें सड़कों से हटा कर इस मार्केट में शिफ्ट कर लेंगे। मार्केट की समस्याओं को दूर कर लिया गया है। यहां पानी की सबसे ज्यादा समस्या थी। फिलहाल मार्केट के दोनों ओर नल लगा दी गई है। इसके अलावा बिजली की भी व्यवस्था की जा रही है। हालांकि, दुकानदारों का कहना है कि स्थान काफी छोटा है, इसमें व्यवसाय नहीं हो सकेगा। सामान रखने और दुकानदार में बैठने के बाद ग्राहक के लिए स्थान ही नहीं बचेगा। बता दें कि डिस्टिलरी पुल के समीप बनाए गए मार्केट में 102 चबूतरे बनाए गए हैं। इसका आकार छह बाई आठ फीट है। वहीं कुछ चबूतरों को इसमें भी दो भाग में बांट कर दो दुकानों को आंवटित कर दिया गया है, जिससे दुकानदार काफी नाराज हंै।
सब्जी दुकानदारों को जगह नहीं
डिस्टलरी मार्केट में सब्जी दुकानदारों को शिफ्ट करने के उद्देश्य से बनाया गया था। लेकिन यहां सब्जी विक्रेताओं को स्थान न देकर पहले मांस-मछली विक्रेताओं को अलॉट कर दिया गया है। दुकानदारों का कहना है सब्जी विक्रेताओं को ध्यान में रखकर स्थान बनाया गया था, इसमें मांस-मछली की बिक्री करने में परेशानी होगी। रात के वक्त सामान रखने की कोई व्यवस्था नहीं है। वहीं दुकानदारों ने बताया कि आवंटन में भी अनियमितता बरती गई है। एक ही घर में दो-तीन लोगों को दुकान दे दिया गया है, जबकि जो अर्हता रखते हैं उन्हें स्थान नहीं मिला है। इसके अलावा मार्केट में 102 दुकाने हंै फिर सिर्फ 74 लोगों के बीच ही लॉटरी क्यों की गई, यह बड़ा सवाल है। जबकि करीब 18 दुकानदार ऐसे हैं, जिन्हें स्थान आवंटित ही नहीं किया गया।
दस साल से शिफ्ट करने का प्रयास
लालपुर से कोकर के बीच सब्जी और मांस-मछली की दुकान लगाने वालों को बीते दस सालों से शिफ्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। अब भी यह मुहीम सफल नहीं हो पाई है। जिस कारण लालपुर से कोकर के बीच जाम की समस्या से निजात नहीं मिल सकी है। हालांकि, अब मांस-मछली दुकानदारों को स्थान आवंटित होने के बाद समस्या का थोड़ा समाधान जरुर होगा। लेकिन, सब्जी विक्रेता अब भी सड़क पर ही सब्जी बेचते नजर आएंगे। साल 2017 में मार्केट का निर्माण कार्य शुरु हुआ था। 2019 में ही मार्केट तैयार करने की डेडलाइन रखी गई थी। बीते साल नवंबर में इसका उद्घाटन हो सका। उद्घाटन हुए पांच महीने बीतने के बाद भी मार्केट में दुकानदार शिफ्ट नहीं हुए है। नगर निगम के ढीले रवैये के कारण इसमें लेट-लतीफी हो रही है।

दुकानदारों की पीड़ा

स्थान काफी छोटा है, ऐसे में दुकान लगाने में परेशानी होगी। सामान रखने और दुकानदार के बैठने के बाद स्थान ही नहीं बचेगा। कुछ स्थान को दो भाग में बांट दिया गया, उसे एक किया जाए।
- श्याम निषाद, दुकानदार

मुझे स्थान नहीं मिला है। मार्केट में 102 चबूतरे बनाए गए है, लेकिन सिर्फ 74 दुकानदारों को ही स्थान दिया गया है। बाकी को भी जल्द स्थान उपलब्ध कराया जाए।
- रोनित निषाद, दुकानदार

सभी दुकानदारों को निगम ने स्थान नहीं आंवटित की है। सड़क पर बिक्री करने वालों पर कार्रवाई का फरमान भी जारी कर दिया है। ऐसे में जिन्हें स्थान नहीं मिला है वे क्या करेंगे।
- आकाश, दुकानदार

स्थान आंवटित करने में अनियमितता बरती गई है। एक ही घर में दो-तीन लोगों को दुकान मिला है। वहीं जिन्हें मिलना चाहिए। उन्हें मिला है। इसकी जांच होनी चाहिए।
- गौरी साहनी, दुकानदार


जिन दुकानदारों को स्थान अलॉट किया गया है, उन्हें हर हाल में उसी स्थान पर दुकान लगानी है। ऐसा नहीं करने वालों के सामान जब्त कर लिए जाएंगे।
- संजीव विजयवर्गीय, डिप्टी मेयर