रांची (ब्यूरो) । राजधानी में तेजी से गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है। शनिवार को मैक्सीमम टेंप्रेचर 35 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। टेंप्रेचर बढ़ता गया तो डैम सूख जाएंगे। रांची के तीनों डैम का जलस्तर काफी नीचे चला गया है। घटते जलस्तर के कारण पूरी रांची में जल संकट गहराने लगा है। रुक्का का वाटर लेवल 8 अप्रैल तक 20.3 इंच, कांके का 20.1 इंच और हटिया का लेवल 30.10 इंच पहुंच गया है। रुक्का में मात्र 6 फीट ही पानी पीने लायक बचा है। जबकि कांके में 6 फीट पानी और हटिया में 12 फीट पानी सप्लाई के लिए उपलब्ध है। वहीं, हटिया डैम की क्षमता 38 फीट, कांके डैम की क्षमता 28 फीट और रुक्का डैम की क्षमता 36 फीट है। तीनों डैम के जलस्तर में लगभग 10 से 16 फीट की कमी आई है। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि घटते जलस्तर के कारण पीने के पानी की गुणवत्ता में कमी आ रही है। फिल्टर करने के बाद भी पानी का हरापन खत्म नहीं हो रहा है। रुक्का डैम से पीने के लिए पानी 14 फीट तक ही लिया जा सकता है। वहीं, कांके डैम से 14 से 12 फीट तक पानी सप्लाई के लिए लिया जा सकता है।

एक नजर तीनों डैम पर

1. रुक्का डैम
कुल क्षमता 36 फीट
1 जनवरी 25.20 फीट
15 जनवरी 24.60 फीट
30 जनवरी 24.50 फीट
18 फरवरी 23.40 फीट
28 फरवरी 23.02 फीट
9 मार्च 23.01 फीट
8 अप्रैल 20.3 फीट

2. हटिया डैम
कुल क्षमता 38 फीट
1 फरवरी 33.11 फीट
15 फरवरी 33.04 फीट
9 मार्च 32.05 फीट
8 अप्रैल 30.10 फीट

3. गोंदा डैम
कुल क्षमता 28 फीट
1 फरवरी 24.05 फीट
15 फरवरी 22.05 फीट
9 मार्च 21.05 फीट
8 अप्रैल 20.01 फीट

एक घंटे के बजाय मात्र 15 मिनट सप्लाई
शहर में रुक्का, कांके और हटिया डैम से घरों में पीने का पानी पहले एक घंटे तक सप्लाई किया जाता था। पर पानी की कमी को देखते हुए अब रुक्का डैम से शहर में मात्र 15 से 20 मिनट ही पानी सप्लाई हो रहा है। विभाग का कहना है कि नगर निगम और जुडको द्वारा शहर में कई क्षेत्रों में नए कनेक्शन जोड़े गए हैं। इस कारण पानी की किल्लत हो रही है। प्रेशर भी कम हो चुका है। अब नए प्लांट से जलापूर्ति के बाद ही प्रेशर बढ़ सकेगा।
10 साल में नहीं हुई गाद की सफाई
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रुक्का, कांके और हटिया डैम में गाद की सफाई 10 वर्षों से नहीं हुई है। गाद की सफाई नहीं होने के कारण जलस्तर तेजी से घट रहा है। इसके अलावा रोजाना डैम में गंदा पानी के प्रवेश से तेजी से डैम में गाद का स्तर बढ़ रहा है। साथ ही पानी की गुणवत्ता भी खत्म होती जा रही है।
क्या कहते हैं लोग
शहर में पानी की समस्या होने लगी है। सप्लाई पानी कम आता है इसका कोई टाइम टेबल नहीं है। शिकायत करने पर भी कोई समाधान नहीं होता है। नगर निगम, पेयजल विभाग और पेयजल विभाग, नगर निगम को दोष देता है।
--राकेश ङ्क्षसह, हरमू निवासी

नया कनेक्शन लिया हूं, पर पानी आ ही नहीं रहा है। पानी आता भी है तो दस मिनट के लिए। इसकी जानकारी नहीं होने पर पानी भर पाना भी संभव नहीं होता है। टाइम टेबल विभाग द्वारा जारी किया जाए।
-- रिचा अग्रवाल, थड़पखना निवासी

पानी संकट से कैसे निपटेंगे अधिकारी

डैम का स्तर तेजी से नीचे जा रहा है। डैमों में गाद की सफाई नहीं होने पर शहर में पानी दे पाना संभव नहीं है। पानी शहर में जा रहा है, लेकिन शहर में 20 साल पहले जितने लोगों तक पहुंचता था, अब भी उतने ही लोगों तक पानी पहुंच रहा है। वैकल्पिक व्यवस्था की ओर विभाग को सोचना होगा।
-- राधेश्याम रवि, कार्यपालक अभियंता, बूटी जलागार

हफ्ते भर में 5 डिग्री बढ़ा टेंप्रेचर
राजधानी का अधिकतम तापमान शनिवार को 35 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है। इसके साथ ही जमशेदपुर का अधिकतम तापमान 37.8 और डाल्टनगंज का अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री रिकार्ड किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, एक सप्ताह पहले रांची का अधिकतम तापतान 30 डिग्री रिकार्ड किया गया था, एक सप्ताह में रांची के अधिकतम तापमान में 5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकार्ड की गई है। इसके अलावा न्यूनतम तापमान में भी 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी रिकार्ड की गई है।