रांची (ब्यूरो): आए दिन सिटी में कहीं न कहीं लोग अपनी लापरवाही से ठोकर मार दे रहे हैं। शुक्रवार की रात बिरसा चौक रेलवे ब्रिज पर एक कार दुर्घटना का शिकार हो गई। तेज रफ्तार कार पुल की दीवार को तोड़ते हुए नीचे रेलवे ट्रैक पर जा गिरी। इस हादसे में कार सवार बुरी तरह जख्मी हो गए। वहीं गुरुवार को मोरहाबादी में कार ड्राइव कर रहे एक नौसिखिए ने पेड़ में ठोकर मार दी, जिससे वह घायल हो गया।

बिना ट्रेनिंग ही ड्राइविंग

अनाड़ी के हाथ गाड़ी आ जाने से एक्सीडेंट का खतरा बढ़ जाता है। इसके शिकार वे खुद तो होते ही हैैं, दूसरों के लिए परेशानी खड़ी कर देते हैैं। नौसिखियों के पास पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं होता है। राजधानी में बढ़ती सडक़ दुर्घटनाओं के पीछे बड़ी वजह चालकों की लापरवाही बताई जा रही है। सबसे ज्यादा लापरवाही दोपहिया वाले बरतते दिख रहे हैं, हालांकि थ्री और फोर-व्हीलर वाले भी कम नहीं हैं। गाड़ी चलाते वक्त यातायात नियमों के पालन करने की चिंता में नहीं करते, बल्कि तूफान की रफ्तार से ड्राइव करते हैैं। उनकी हरकत से दूसरों को भी परेशानी होती है। ऐसे में थोड़ी सी असावधानी बड़ी दुर्घटना का कारण बन जाती है। राजधानी रांची में इस साल मई तक 269 रोड एक्सीडेंट हुए हैं, जिनमें 201 लोगों की जान चली गई और 146 घायल हुए हैैं। सडक़ दुर्घटना का शिकार होनेवालों में ज्यादातर यूथ ड्राइवर हैं। टीन-एज बाइक और कार चालकों की लापरवाही के कारण हर सप्ताह दो से तीन रोड एक्सीडेंट रांची में हो रहे हैं।

शराब पीकर करते हैं ड्राइव

रात के अंधेरे में शराब पीकर गाड़ी चलाने के मामले बढ़े हैैं। कोई शराब के नशे में डिवाइडर पर लगे बैरिकेडिंग को नुकासान पहुंचा रहा है तो कोई दीवार और कोई पेड़ को ठोकर मार रहा है। बुधवार को हरमू रोड के डिवाइडर में नशे की हालत में कार सवार ने टक्कर मार दी। पास के प्राइवेट हॉस्पिटल में युवा ड्राइवर का इलाज किया गया। वहीं कुछ दिनों पहले तेज रफ्तार वाहन चालक पंडरा रवि स्टील की ओर जाने वाले रास्ते में एक दीवार में ठोकर मार कर खुद का नुकसान कर लिया था। बीते सप्ताह बाइक सवार ने काफी तेज रफ्तार में खड़ी गाडी को ठोकर मारी थी, जिसमें दोनों युवकों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। अधिकतर मामलों में ड्राइवर नशे में थे।

सबक नहीं ले रहे युवा

रोड एक्सीडेंट रोकने के लिए परिवहन विभाग, रोड सेफ्टी कमिटी भले कई काम कर रही हो, लेकिन जबतक युवा खुद में संयम नहीं रखेंंगे इसे रोक पाना मुश्किल है। बार-बार के हादसों के बाद भी युवा सबक नहीं ले रहे हैं। प्रशासन भी रैश ड्राइविंग करने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। ट्रैफिक पुलिस वालों ने सिर्फ बगैर हेलमेट वालों को पकडऩा ही अपना प्रमुख काम बना लिया है। कोई रैश ड्राइविंग करता दिखे तो उसे अनदेखा कर दिया जाता है।

हाल में हुए कुछ हादसे

केस 1

29 जुलाई 2022- रात करीब ढाई बजे बिरसा चौक रेलवे ब्रिज पर बजे एक कार सडक़ दुर्घटना का शिकार हुई। तेज रफ्तार कार पुल की दीवार को तोड़ते हुए नीचे रेलवे ट्रैक पर जा गिरी। इस हादसे में कार सवार जख्मी हो गए।

केस 2

28 जुलाई 2022- मोरहाबादी मैदान में अनबैलेंस होकर कार एक चबूतरे में ठोकर मारी। इससे गाड़ी का अगला हिस्सा नाले में गिर गया। गाडी चालक स्टंट कर रहा था। ड्राइवर के पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं था।

केस 3

23 जुलाई 2022- देर रात अशोकनगर में एक तेज रफ्तार कार ने रात्रि गश्त पर निकले डीएसपी-वन नीरज के सडक़ किनारे खड़ी सरकारी गाड़ी में जोरदार टक्कर मार दी। कार में सवार लडक़े-लड़कियां सभी नशे में थे।

केस 4

19 जुलाई 2022- धुर्वा डैम के पास तेज रफ्तार बाइक हादसे का शिकार हो गई है। इस दुर्घटना में बाइक में सवार दो युवकों की मौत हो गई।

लापरवाही से गाड़ी चलाना काफी खतरनाक हो सकता है। इससे खुद के साथ-साथ दूसरों को भी परेशानी होती है। विभाग की ओर से समय-समय पर अभियान चला कर कार्रवाई की जाती है। चालकों से अपील है कि वे अच्छी तरह सीख कर ड्राइविंग लाइसेंस लेने के बाद ही गाड़ी ड्राइव करें।

प्रवीण कुमार प्रकाश

डीटीओ, रांची