रांची (ब्यूरो)। एस राजवार एचईसी में रहते हैं आर बिजली विभाग के अनाप-शनाप बिल से परेशान हैं। इनका कंज्यूमर नंबर एचओके 3106 है। इन्हें 44719 रुपए का बिजली बिल भेजा गया है। इनके जैसे ही गंदुर मुंडा, केरेंट होरो समेत कई उपभोक्ता हैं, जिन्हें करीब 30 हजार रुपए का बिजली बिल भेज दिया गया है। इलेक्ट्रिक बिल के करंट से धुर्वा में रहने वाले लोग शॉक्ड हैं। विभाग की गलती का खामियाजा यहां के लोगों को भुगतना पड़ रहा है। दरअसल, धुर्वा के एचईसी क्षेत्र मौसी बाड़ी बस्ती में रहने वाले लोगों को अनाप-शनाप बिजली बिल भेज दिया गया है, जिससे यहां रहने वाले लोग काफी परेशान हैं। यहां के लोगों का कहना है कि बीते छह महीने से मीटर रीडिंग करने कोई आया ही नहीं। लेकिन अब यहां के कई घरों में 25 हजार से लेकर 40 हजार रुपए तक बिल भेजा जा रहा है। इस वजह से इलाके में रहने वाले लोगों में आक्रोश है। उपभोक्ताओं ने कई बार शिकायत की है लेकिन समस्या का कोई निराकरण नहीं हुआ। इनका कहना है कि छह महीने से मीटर रीडिंग हुई ही नहीं, फिर विभाग मनमाना बिल भेज कर आम लोगों को परेशान कर रहा है। कुछ उपभोक्ताओं ने बताया कि ज्यादा बिजली बिल की शिकायत लेकर विभाग के दफ्तर भी गए, लेकिन वहां कोई नतीजा नहीं निकला।
रेगुलर मीटर रीडिंग नहीं
उपभोक्ताओं का कहना है कि विभाग नियमित रूप से मीटर की रीडिंग नहीं करवा पा रहा है। आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत नियुक्त कर्मचारी कई-कई महीने से मीटर की रीडिंग ही नहीं कर रहे हैं। इसके बाद भी अनाप शनाप बिजली बिल भेजा रहा रहा है। वहीं, उपभोक्ताओं के आफिस पहुंचने पर जिम्मेदार अधिकारी समस्या का समाधान नहीं करते हैं। कई महीने बाद अचानक रीडिंग दिखाकर उपभोक्ताओं से बिल भुगतान करने को कहा जा रहा है। बिजली बिल देखकर उपभोक्ताओं का माथा ठनका हुआ है। विभाग के कई दावों के बावजूद व्यवस्था में सुधार नजर नहीं आ रहा है। किसी एक बिजली ऑफिस की यह कहानी नहीं, बल्कि हर कार्यालय में यही सिलसिला चल रहा है।
एजेंसी के जिम्मे मीटर रीडिंग
बिजली विभाग मीटर रीडिंग का काम आउटसोर्सिंग के माध्यम से करता है। कान्ट्रैक्ट के माध्यम से मीटर रीडिंग व बिल वितरण का काम प्राइवेट एजेंसी को दिया गया है। बिल में गड़बडी का मुख्य कारण हर महीने रेगुलर मीटर रीडिंग नहीं होना है। मीटर रीडर की मनमानी के कारण इस तरह की स्थिति सामने आ रही है। विभागीय मॉनिटरिंग के अभाव में मीटर रीडर इस काम में मनमानी कर रहे हैं। इस भीषण गर्मी में उपभोक्ताओं को भारी भरकम बिजली बिल भेजकर विभाग ने कंज्यूमर्स का पसीना निकाल दिया है। बिल जमा नहीं होने पर कनेक्शन काटने भी का डर उपभोक्ताओं के सामने बना हुआ है। ऐसा होने पर गर्मी में मुसीबत और बढ़ जाएगी।
लोगों का फूटा गुस्सा, प्रदर्शन
अनाप-शनाप बिल मिलने से परेशान एचईसी वासियों ने प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया है। उपभोक्ताओं ने झारखंड इलेक्ट्रिसिटी कंच्यूमर एसोसिएशन के बैनर तले मनमाना बिजली बिल वसूलने व छह महीना से अधिक मीटर रीडिंग नहीं करने के खिलाफ एचईसी मौसी बाड़ी में लोगों ने प्रदर्शन किया। एसडीओ को ज्ञापन सौंपा। कहा कि हम लोगों के मोहल्ले में पिछले 6 महीने से कोई मीटर रीडिंग नहीं हो रही है। कोरोना महामारी की वजह से पहले ही लोगों की माली हालत ठीक नहीं है। ऐसेे में 30-40 हजार बिल भेज कर विभाग आर्थिक बोझ डाल रहा है। प्रदर्शन में एसोसिएशन के मिंटू पासवान, स्वरूप, कर्मा मोहाली, पारो देवी, विश्वनाथ बारला, मनोनीत होरो, रीता उरांव, सुनील तिग्गा समेत अन्य शामिल थे।
क्या कहते हैं कंज्यूमर्स
मेरा कंज्यूमर नंबर एचओके 3106 है। मुझे 44719 रुपए का भारी भरकम बिल भेज दिया गया है, जो सरासर गलत है। विभाग हर महीने बिल लेता रहता तो ऐसी नौबत नहीं आती। विभाग की गलती का हर्जाना हम लोग क्यों भुगतें।
- एस राजवार

मेरा कंज्यूमर नंबर एचईसीएनपी 0131 है। बीते छह महीने से मीटर रीडिंग हुई ही नहीं है। एक साथ 30962 रुपए का बिल भेज दिया गया। फाइनेंशियल कंडिशन ठीक नहीं है, इतना भुगतान कैसे कर पाऊंगा।
- गंदुर मुंंडा

मेरा कंज्यूमर नंबर एचईसीएनपी 0457 है। मुझे 26844 रुपए का बिल दिया गया है। भुगतान करने का दबाव बनाया जा रहा है। एक साथ इतना बड़ा बिल भुगतान करने में असमर्थ हूं। विभाग को हमारी मजबूरियां समझनी होगी।
केरनेट होरो